राजगढ़। मध्यप्रदेश के राजगढ़ जिले में धनतेरस पर बाजारों में रौनक देखने को मिली. भारी संख्या में शहरवासी खरीदारी के लिए बाजार पहुंचे. इस दौरान सबसे ज्यादा खुशी जिले के कुम्हारों के चेहरे पर देखने को मिली. दीवाली पर लोग अपने घरों को अलग-अलग तरह से सजाते हैं, इस सजावट में सबसे ज्यादा महत्वपूर्ण स्थान रखने वाले मिट्टी के दीपक भी इस बार लोग बढ़-चढ़कर खरीद रहे हैं.
प्रदेश के जिलों में प्रशासनिक अधिकारियों द्वारा कुम्हारों के लिए विशेष प्रयोजन किया है. मिट्टी के दीपक का उपयोग बढ़ाने के लिए कलेक्टरों द्वारा आदेश पारित किया गया था. साथ ही कुम्हारों सभी शुल्क नहीं लेने के लिए नगर पालिका सहित पंचायतों को आदेश दिया था. प्रशासन ने लोगों से अपील की थी कि ज्यादा से ज्यादा मिट्टी से बने दीपक और बर्तन खरीदें, जिससे गरीब कुम्हारों की आमदनी में बढ़ोतरी हो सके.
राजगढ़ जिले में इस अपील का असर लोगों में दिखाई देने लगा है और पिछले वर्ष की तुलना में इस बार कुम्हारों की आमदनी में बढ़ोतरी हुई है. राजगढ़ नगर पालिका द्वारा शुल्क नहीं लिए जाने के कारण भी कुम्हार काफी खुश दिखाई दे रहे हैं. शहर में दीपक और अन्य मिट्टी के सामानों की दुकान लगाने वाले कुम्हारों ने बताया कि इस बार उनकी पिछले साल की तुलना में खरीदारी अच्छी हुई है और कलेक्टर के आदेश की वजह से नगर पालिका द्वारा दीपक पर कोई शुल्क नहीं लिया गया है.
कुम्हारों का कहना है कि पिछले वर्ष तक उनको उनकी दुकान लगाने के लिए नगर पालिका सहित पंचायतों को शुल्क देना पड़ता था, जिससे उनका मुनाफा कम होता था, लेकिन इस बार मुनाफे में बढ़ोतरी हुई है.