राजगढ़। कुछ दिन पहले ही एक अज्ञात लाश राजगढ़ जिले के धोबीपुरा गांव में एक तालाब में तैरती हुई मिली थी. जिसके कत्ल का खुलासा पुलिस अधीक्षक प्रदीप शर्मा ने किया. उन्होंने बताया कि इस घटना को मृतका के परिजनों ने ही पूरी तरह फिल्मी अंदाज में अंजाम दिया. पुलिस ने सभी चार आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है.
राजगढ़ के धोबीपूरा गांव के तालाब में एक जून को एक पोटली में बंद महिला की लाश तैरती हुई मिली थी. जिसे अज्ञात मानकर पुलिस ने प्रारंभिक जांच शुरू की थी. वहीं महिला की शिनाख्त चार जून को हुई जब महिला के परिवार के लोग महिला की गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज करवाने राजगढ़ पुलिस थाने आए. पुलिस ने इस केस को पहले तो एक अंधे कत्ल के रूप में लिया और अपनी जांच शुरू की.
पुलिस ने जब ससुराल पक्ष से पूछताछ की तो ससुराल पक्ष ने बताया कि मृतिका सोरम बाई को एक आदमी के साथ भागने का कहकर पुलिस को गुमराह करना चाहा. उन्होंने बिल्कुल फिल्मी स्टाइल में एक कहानी गढ़ी. पुलिस पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि वो महाराष्ट्र में कुएं की खुदाई करने गए थे. जहां पर रात को झगड़ा हुआ और झगड़े में उन्होंने 30 फीट गहरे कुएं में मृतिका सौरम को धक्का दे दिया. जिससे सोरम बाई की मौके पर ही मृत्यु हो गई.
पूरे मामले पर पुलिस अधीक्षक प्रदीप शर्मा ने बताया, कि इन्होंने बहुत ही बारीकी से इस अंधे कत्ल को अंजाम दिया था. राजगढ़ पुलिस की मुस्तैदी के कारण कातिलों को गिरफ्तार कर लिया गया है. इस कत्ल के पीछे मृतका के पति, सास और गांव के दो लोगों का हाथ है. फिलहाल चारों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है.