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राजगढ़: पुलिस ने किया अंधे कत्ल का खुलासा, परिजन ही निकले कातिल - गिरफ्तार

राजगढ़ के धोबीपूरा गांव के तालाब में एक जून को एक पोटली में बंद महिला की लाश तैरती हुई मिली थी. जिसे अज्ञात मानकर पुलिस ने प्रारंभिक जांच शुरू की थी.इस घटना को मृतका के परिजनों ने ही पूरी तरह फिल्मी अंदाज में अंजाम दिया.

पुलिस ने किया अंधे कत्ल का खुलासा
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Published : Jun 13, 2019, 11:53 PM IST

राजगढ़। कुछ दिन पहले ही एक अज्ञात लाश राजगढ़ जिले के धोबीपुरा गांव में एक तालाब में तैरती हुई मिली थी. जिसके कत्ल का खुलासा पुलिस अधीक्षक प्रदीप शर्मा ने किया. उन्होंने बताया कि इस घटना को मृतका के परिजनों ने ही पूरी तरह फिल्मी अंदाज में अंजाम दिया. पुलिस ने सभी चार आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है.

पुलिस ने किया अंधे कत्ल का खुलासा

राजगढ़ के धोबीपूरा गांव के तालाब में एक जून को एक पोटली में बंद महिला की लाश तैरती हुई मिली थी. जिसे अज्ञात मानकर पुलिस ने प्रारंभिक जांच शुरू की थी. वहीं महिला की शिनाख्त चार जून को हुई जब महिला के परिवार के लोग महिला की गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज करवाने राजगढ़ पुलिस थाने आए. पुलिस ने इस केस को पहले तो एक अंधे कत्ल के रूप में लिया और अपनी जांच शुरू की.


पुलिस ने जब ससुराल पक्ष से पूछताछ की तो ससुराल पक्ष ने बताया कि मृतिका सोरम बाई को एक आदमी के साथ भागने का कहकर पुलिस को गुमराह करना चाहा. उन्होंने बिल्कुल फिल्मी स्टाइल में एक कहानी गढ़ी. पुलिस पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि वो महाराष्ट्र में कुएं की खुदाई करने गए थे. जहां पर रात को झगड़ा हुआ और झगड़े में उन्होंने 30 फीट गहरे कुएं में मृतिका सौरम को धक्का दे दिया. जिससे सोरम बाई की मौके पर ही मृत्यु हो गई.
पूरे मामले पर पुलिस अधीक्षक प्रदीप शर्मा ने बताया, कि इन्होंने बहुत ही बारीकी से इस अंधे कत्ल को अंजाम दिया था. राजगढ़ पुलिस की मुस्तैदी के कारण कातिलों को गिरफ्तार कर लिया गया है. इस कत्ल के पीछे मृतका के पति, सास और गांव के दो लोगों का हाथ है. फिलहाल चारों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है.

राजगढ़। कुछ दिन पहले ही एक अज्ञात लाश राजगढ़ जिले के धोबीपुरा गांव में एक तालाब में तैरती हुई मिली थी. जिसके कत्ल का खुलासा पुलिस अधीक्षक प्रदीप शर्मा ने किया. उन्होंने बताया कि इस घटना को मृतका के परिजनों ने ही पूरी तरह फिल्मी अंदाज में अंजाम दिया. पुलिस ने सभी चार आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है.

पुलिस ने किया अंधे कत्ल का खुलासा

राजगढ़ के धोबीपूरा गांव के तालाब में एक जून को एक पोटली में बंद महिला की लाश तैरती हुई मिली थी. जिसे अज्ञात मानकर पुलिस ने प्रारंभिक जांच शुरू की थी. वहीं महिला की शिनाख्त चार जून को हुई जब महिला के परिवार के लोग महिला की गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज करवाने राजगढ़ पुलिस थाने आए. पुलिस ने इस केस को पहले तो एक अंधे कत्ल के रूप में लिया और अपनी जांच शुरू की.


पुलिस ने जब ससुराल पक्ष से पूछताछ की तो ससुराल पक्ष ने बताया कि मृतिका सोरम बाई को एक आदमी के साथ भागने का कहकर पुलिस को गुमराह करना चाहा. उन्होंने बिल्कुल फिल्मी स्टाइल में एक कहानी गढ़ी. पुलिस पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि वो महाराष्ट्र में कुएं की खुदाई करने गए थे. जहां पर रात को झगड़ा हुआ और झगड़े में उन्होंने 30 फीट गहरे कुएं में मृतिका सौरम को धक्का दे दिया. जिससे सोरम बाई की मौके पर ही मृत्यु हो गई.
पूरे मामले पर पुलिस अधीक्षक प्रदीप शर्मा ने बताया, कि इन्होंने बहुत ही बारीकी से इस अंधे कत्ल को अंजाम दिया था. राजगढ़ पुलिस की मुस्तैदी के कारण कातिलों को गिरफ्तार कर लिया गया है. इस कत्ल के पीछे मृतका के पति, सास और गांव के दो लोगों का हाथ है. फिलहाल चारों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है.

Intro:पुलिस ने आज किया एक अंधे कत्ल का खुलासा, मृतक के परिजन निकले कातिल फिल्म से सीख लेकर किया था क़त्ल फिल्मी स्टाइल में गढ़ी गई थी कत्ल की पूरी साजिश, कुछ दिन पहले ही एक अज्ञात लाश राजगढ़ जिले के स्थित ग्राम धोबी पुरा में तालाब में तैरती हुई मिली थी जिसके कत्ल का खुलासा आज पुलिस अधीक्षक प्रदीप शर्मा ने किया।


Body:मध्यप्रदेश के राजगढ़ के समीप स्थित ग्राम धोबीपूरा के तालाब में 1 जून को एक पोटली में बंद महिला की लाश तैरती हुई मिली थी, वही प्रारंभिक सूचना पर धोबी पूरा तालाब मैं मिली लाश को अज्ञात मानकर पुलिस ने प्रारंभिक जांच शुरू की थी, वहीं महिला की शिनाख्त 4 जून को हुई थी जब महिला के परिवार के लोग महिला की गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज करवाने राजगढ़ पुलिस थाने आए थे, वहीं पुलिस ने परिवार जनों से महिला का फ़ोटो बताते हुए उसकी शिनाख्त करवाई थी, जिसमें महिला का नाम सोरम बाई पति गोवर्धन तवर उम्र 26 साल निवासी ग्राम दलेलपुरा के रूप में की गई थी, वहीं प्राथमिकी के आधार पर पुलिस ने इस केस को पहले तो एक अंधे कत्ल के रूप में लिया और अपनी जांच शुरू। वहीं पुलिस ने जब ससुराल पक्ष से पूछताछ की तो ससुराल पक्ष ने बताया कि मृतिका सोरम बाई को एक आदमी के साथ भागने का कहकर पुलिस को गुमराह करना चाहा। उन्होंने बिल्कुल फिल्मी स्टाइल में एक कहानी गढ़ी जिससे पुलिस को गुमराह किया जाए, परंतु जब पुलिस ने मृतका की सास के प्रेमी से जोर देते हुए पूछताछ की तो उसने अपना जुर्म कबूल किया और बताया कि हम महाराष्ट्र में कुएं की खुदाई करने गए थे वहां पर रात को झगड़ा हुआ और झगड़े में हमने 30 फीट गहरे कुएं में मृतिका सौरम को धक्का दे दिया, जिससे सोरम बाई की मौके पर ही मृत्यु हो गई ,वही हम जिस कुएं के लिए कार्य कर रहे थे, वहां से एंबुलेंस करवा कर हमें राजगढ़ के पास मोतीपुरा पहुंचाया ,हमने लाश को घर ना ले जाते हुए धोबीपूरा तालाब में ही सोरम बाई की लाश को पोटली को पत्थर से बांधकर डाल दिया, जिससे प्रतीत हो कि हमने कत्ल नहीं किया है। वहीं इन लोगों ने इस कहानी के लिए जोधपुर की कहानी बनाई और ननद की 4 साल की बच्ची मनीषा को बकायदा सिखाया गया कि यदि कोई पूछे तो कह देना कि मामी तो एक मनक के साथ भाग गई।


Conclusion:वहीं पुलिस अधीक्षक ने बताया कि इन्होंने बहुत ही बारीकी से इस अंधे कत्ल को किया था और राजगढ़ पुलिस की मुस्तैदी के कारण कातिलों को पकड़ा जा सका है इस कत्ल के पीछे मृतका के पति गोवर्धन तवर, सास सौरम बाई ,गांव के रामभगस तंवर और ग्राम बहादुर पूरा के हरभगस तवर का हाथ है, और इन चारों को न्यायालय में पेश करते हुए जेल भेज दिया गया है।


विसुअल
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प्रदीप शर्मा पुलिस अधीक्षक राजगढ़
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