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हादसों का सबब बन रहे हैं सड़कों पर घूम रहे आवारा पशु, 10 साल में सात सौ मवेशियों की हो चुकी है मौत - Animals died in road accident

रायसेन के सिलवानी में इन दिनों आवारा पशुओं का आंतक सड़कों पर आम हो गया है. जिससे आए दिन हादसों की आशंका बनी रहती है.

सड़कों पर आवरा पशुओं का आंतक
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Published : Aug 24, 2019, 1:34 PM IST

रायसेन। जिले की सड़कों पर आवारा पशुओं के झुण्ड दिखना अब आम हो गए है. जिससे रास्ते से गुजरने वाले लोगों को खासी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. सड़क पर बैठे आवरा जानवर आए दिन हादसों का सबब बन रहे हैं. हादसे में कई बार आवारा पशुओं और यहां तक की लोगों की भी जान चली जाती है. इन सब बावजूद प्रशासन के कानों पर जूं तक नहीं रेंग रहा है.

आवारा पशुओं के कारण होते है सड़क हादसे

रायसेन जिले के सिलवानी में 67 ग्राम पंचायतों के लगभग 250 गांव आते हैं. शासन की सर्वे रिपोर्ट के अनुसार लगभग 35 हजार गाय, 20 हजार भैसें और 15 हजार बछड़े है. जिसमें से 45 हजार से भी ज्यादा आवारा मवेशी सड़कों पर घूम रहे हैं.

पिछले 10 सालों में आवारा मवेशियों की 700 से ज्यादा सड़क दुर्घटना में मौत हुई हैं. साथ ही 15 से ज्यादा लोगों की सड़क दुर्घटना में मौत हुई है और 350 से ज्यादा लोग घायल भी हुए है.

आवारा मवेशियों से किसान भी खासे परेशान हैं. कई बार यह आवारा मवेशी मौके लगते ही किसानों के खेत में धावा बोल देते हैं. जिससे किसानों की फसलो नष्ट हो जाती है.

रायसेन। जिले की सड़कों पर आवारा पशुओं के झुण्ड दिखना अब आम हो गए है. जिससे रास्ते से गुजरने वाले लोगों को खासी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. सड़क पर बैठे आवरा जानवर आए दिन हादसों का सबब बन रहे हैं. हादसे में कई बार आवारा पशुओं और यहां तक की लोगों की भी जान चली जाती है. इन सब बावजूद प्रशासन के कानों पर जूं तक नहीं रेंग रहा है.

आवारा पशुओं के कारण होते है सड़क हादसे

रायसेन जिले के सिलवानी में 67 ग्राम पंचायतों के लगभग 250 गांव आते हैं. शासन की सर्वे रिपोर्ट के अनुसार लगभग 35 हजार गाय, 20 हजार भैसें और 15 हजार बछड़े है. जिसमें से 45 हजार से भी ज्यादा आवारा मवेशी सड़कों पर घूम रहे हैं.

पिछले 10 सालों में आवारा मवेशियों की 700 से ज्यादा सड़क दुर्घटना में मौत हुई हैं. साथ ही 15 से ज्यादा लोगों की सड़क दुर्घटना में मौत हुई है और 350 से ज्यादा लोग घायल भी हुए है.

आवारा मवेशियों से किसान भी खासे परेशान हैं. कई बार यह आवारा मवेशी मौके लगते ही किसानों के खेत में धावा बोल देते हैं. जिससे किसानों की फसलो नष्ट हो जाती है.

Intro:सिलवानी तहसील के अंतर्गत 67 ग्राम पंचायत आती है जिनमें लगभग 250 गांव आते इन गांव में शासन की सर्वे रिपोर्ट के अनुसार लगभग 35 हजार गाएं 20 हजार भैसे 15 हजार गायों के बछड़े है जिसमें से 45,हजार से भी ज्यादा आवारा मवेशी सड़कों पर घूम रहे हैं पिछले 10, वर्षों मे सड़कों पर बैठे आवारा मवेशियों से 700,जादा सड़क दुर्घटनाये हुई हैं जिसमें करीब 350, से ज्यादा लोग घायल हुए हे और 15, से ज्यादा व्यक्तियों की सड़क दुर्घटनाओं में मौते हुई है सड़को मैं व्यक्तियों की मौतों के अलावा पिछले 10 वर्षों में करीब 5000 से ज्यादा गायों की सड़क दुर्घटना में मौत हुई है लेकिन फिर भी प्रशासन प्रशासन द्वारा इस ओर ध्यान नहीं दिया जा रहा है प्रशासन की लापरवाही की वजह से आवारा मवेशी किसानों की फसलों को बर्बाद कर रहे है किसान भी आवारा मवेशी से अपनी फसलों को बचाने के लिए खेतो मे रात दिन रखवाली कर रहे हैं इसके बावजूद भी आवारा मवेशी मौका मिलते ही खेतों में लगी किसानो की फसलो को बर्बाद करने के बाद आवारा मवेशी स्टेट हाईवे 44 उदयपुर मार्ग स्टेट हाईवे 15 बरेली मार्ग की सड़को को अपना आराम का ठिकाना बनाते जगह-जगह दर्जनों के झुंड में हजारों की संख्या में आवारा मवेशी सड़क पर बैठे रहते हैं हैं जिसकी वजह से सड़कों पर आए दिन वाहन चालकों की दुर्घटनाएं हो रही है जिससे वाहन चालक भी घायल हो रहे है लेकिन पिछले 10, वर्षों में सड़क दुर्घटनाओं में 2000, से भी ज्यादा गायों की मौतो भी हो चुकी है Body:सिलवानी तहसील के अंतर्गत 67 ग्राम पंचायत आती है जिनमें लगभग 250 गांव आते इन गांव में शासन की सर्वे रिपोर्ट के अनुसार लगभग 35 हजार गाएं 20 हजार भैसे 15 हजार गायों के बछड़े है जिसमें से 45,हजार से भी ज्यादा आवारा मवेशी सड़कों पर घूम रहे हैं पिछले 10, वर्षों मे सड़कों पर बैठे आवारा मवेशियों से 700,जादा सड़क दुर्घटनाये हुई हैं जिसमें करीब 350, से ज्यादा लोग घायल हुए हे और 15, से ज्यादा व्यक्तियों की सड़क दुर्घटनाओं में मौते हुई है सड़को मैं व्यक्तियों की मौतों के अलावा पिछले 10 वर्षों में करीब 5000 से ज्यादा गायों की सड़क दुर्घटना में मौत हुई है लेकिन फिर भी प्रशासन प्रशासन द्वारा इस ओर ध्यान नहीं दिया जा रहा है प्रशासन की लापरवाही की वजह से आवारा मवेशी किसानों की फसलों को बर्बाद कर रहे है किसान भी आवारा मवेशी से अपनी फसलों को बचाने के लिए खेतो मे रात दिन रखवाली कर रहे हैं इसके बावजूद भी आवारा मवेशी मौका मिलते ही खेतों में लगी किसानो की फसलो को बर्बाद करने के बाद आवारा मवेशी स्टेट हाईवे 44 उदयपुर मार्ग स्टेट हाईवे 15 बरेली मार्ग की सड़को को अपना आराम का ठिकाना बनाते जगह-जगह दर्जनों के झुंड में हजारों की संख्या में आवारा मवेशी सड़क पर बैठे रहते हैं हैं जिसकी वजह से सड़कों पर आए दिन वाहन चालकों की दुर्घटनाएं हो रही है जिससे वाहन चालक भी घायल हो रहे है लेकिन पिछले 10, वर्षों में सड़क दुर्घटनाओं में 2000, से भी ज्यादा गायों की मौतो भी हो चुकी है लेकिन प्रशासन के अधिकारियों द्वारा इस समस्या से निपटने के लिए कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया जबकि विधानसभा चुनाव में कांग्रेस की और से वचन पत्र में प्रत्येक ग्राम पंचायत में एक गौशाला खोलने का वादा किया गया था लेकिन अभी तक सिलवानी की 67 पंचायतों में से मात्र दो ही पंचायतों में गौशाला के लिए भूमि पूजन किया गया है नगर एवं ग्रामीण के लोगों द्वारा शासन से मांग की है कि शीघ्र ही ग्राम पंचायतों में गौशाला खोली जाएं जिससे कि सड़कों पर बैठी आवारा मवेशियों से दुर्घटना ना होConclusion:
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