रायसेन। महाशिवरात्रि के अवसर पर भोजपुर के ऐतिहासिक शिव मंदिर में सुबह से ही भोलेनाथ के दर्शनों के लिए भक्तों की भारी भीड़ जुटी. राजधानी भोपाल से महज 32 किमी दूर इस मंदिर में महाशिवरात्रि के दिन मेला भी लगता है, जहां के प्रदेश के लगभग सभी हिस्सों से भगवान भोलेनाथ के दर्शनों के लिये श्रद्धालु आते हैं.
भोजपुर के इस विश्व प्रसिद्ध मंदिर में स्थित शिवलिंग को दुनिया का सबसे बड़ा शिवलिंग भी कहा जाता है. शिवरात्रि के दिन सुबह से ही भगवान भोलेनाथ के दर्शनों के लिए लंबी लंबी कतारें लगी हैं. भक्तगढ़ भगवान को जल चढ़ाने के लिए पहुंचे हुए हैं. वही प्रशासन ने चाक- चौबंद व्यवस्था की हुई है.
भोजपुर की पहाड़ियों पर स्थित इस मंदिर को भोजेश्वर के नाम से जाना जाता है. कहा जाता कि मंदिर में स्थित शिवलिंग विश्व का सबसे प्राचीन शिवलिंग माना जाता है. साथ ही मंदिर में शिव-पार्वती के साथ-साथ ब्रहाा-सरस्वती, राम-सीता और विष्णुजी और लक्ष्मीजी की मूर्तियां भी स्थापित हैं.
इस मंदिर का निर्माण परमार वंश के प्रसिद्ध राजा भोज ने करवाया था. साथ ही यह भी कहा जाता है कि इस मंदिर का निर्माण एक ही रात में किया गया था. जिसके चलते यह अधूरा भी है क्योंकि इसको बनाते-बनाते सुबह हो गयी थी. जिसके चलते इस निर्माण अधूरा ही छोड़ दिया गया था. अपनी इन्ही सब प्रसिद्धियों के कारण से मंदिर में साल भर श्रद्धालुओं की भीड़ लगी रहती है.