रायसेन। शिक्षा व्यवस्था को बेहतर बनाने के प्रदेश सरकार कितने ही दावे कर ले, लेकिन अधिकारियों और स्कूल भवन की निर्माण एजेंसियों की मिलीभगत के चलते स्कूल भवन भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ा रहे हैं. ऐसा ही एक मामला सामने आया रायसेन से जिसमें लोक निर्माण विभाग के पीआईयू विभाग के द्वारा सिलवानी के साईखेड़ा और चेनपुर गांव में 2 करोड़ 50 लाख की लागत से दो शासकीय हाईस्कूल के भवनों का निर्माण कार्य कराया जा रहा है.
जिसमें PIU(Project Implementation Unit) विभाग के उपयंत्री, एसडीओ और ठेकेदार की मिली भगत से स्कूल भवन में घटिया और गुणवत्ताहीन सामग्री का उपयोग किया जा रहा है, जिसकी वजह से स्कूल भवनों के बनने के साथ ही जगह-जगह से दीवारों में बड़ी-बड़ी दरारें आ गई हैं, इसके बावजूद भी PIU विभाग के जिम्मेदार अधिकारी निर्माण ऐजेंसी पर कार्रवाई के नाम पर सिर्फ खानापूर्ति कर रहे हैं जिसका पूरा फायदा एजेंसी घटिया काम करके उठा रही है.
इसके बावजूद भी PIU विभाग के अधिकारी निर्माण ऐजेंसी पर कार्रवाई के नाम पर सिर्फ शिकायतकर्ताओं को आश्वासन दे रहे हैं. जानकारी के अनुसार PIU के द्वारा साईखेड़ा में हाईस्कूल भवन का निर्माण कार्य डीके जैन की एजेंसी के द्वारा एक करोड़ 50 लाख और चेनपुर एसपी कंट्रक्शन कंपनी के द्वारा 86 लाख की राशि से स्कूल बिल्डिंग बनाने का काम किया जा रहा है.
दोनों एजेंसियों को ये काम 12 महीने में पूरा करना था पर 19 महीने होने के बाद भी अब तक ये काम पूरा नहीं हुआ है. ग्रामीणों ने अधिकारियों पर आरोप लगाया है कि PIU के द्वारा कराये जा रहे हाईस्कूल भवनों में निर्माण एजेंसी के द्वारा सीमेंट का कम और मिट्टी का ज्यादा उपयोग किया जा रहा है. ग्रामीणों द्वारा अधिकारियों को स्कूल में हो रहे घटिया निर्माण को लेकर फोन लगाया जाता है तो उपयंत्री एसडीओ और जिले के अधिकारी भी फोन रिसीव नहीं करते हैं.