ETV Bharat / state

बदहाली का शिकार ओबीसी प्री मैट्रिक छात्रावास, बूंद-बूंद पानी के लिए तरस रहे छात्र - पन्ना न्यूज

पन्ना जिला मुख्यालय से महज एक किलोमीटर दूर पुराना पन्ना में स्थित प्री मैट्रिक छात्रावास इन दिनों बदहाली से जूझ रहा है, यहां रहने वाले छात्र पीने के पानी के लिए भी तरस रहे हैं.

Panna OBC premetric hostel is falling prey to misery
बदहाली का शिकार ओबीसी प्रीमेट्रिक छात्रावास
author img

By

Published : Jan 7, 2020, 2:28 PM IST

Updated : Jan 7, 2020, 3:01 PM IST

पन्ना। सरकार के अनुसूचित जाति एवं जनजाति वर्ग के अलावा ओबीसी छात्रों को पढ़ाई करने के लिए भी विशेष सुविधाएं करवाने का दम भरती है, लेकिन यह सभी सुविधाएं कागजों तक ही सीमित दिखाई दे रही हैं. पन्ना जिला मुख्यालय से महज एक किलोमीटर दूर पुराना पन्ना में स्थित प्री मैट्रिक छात्रावास बदहाली के दौर से गुजर रहा है. अव्यवस्थाओं का आलम ये है कि इस छात्रावास में बच्चों को पीने का पानी भी नहीं मिल पा रहा है.

बदहाली का शिकार ओबीसी प्रीमेट्रिक छात्रावास

महीने में एक बार टैंकर से पानी भिजवाया जाता है, जिसे छात्र या तो पीने के लिए उपयोग कर लें, या फिर नहाने और कपड़े धोने के लिए. छात्रों ने बताया कि पानी न मिलने से शौच के लिए भी बाहर जाना पड़ता है. इस पूरे मामले पर पन्ना कलेक्टर कर्मवीर शर्मा से तुरंत एक्शन लेते हुए एसडीएम को मौके पर जाकर निरीक्षण करने की बात कही है.

कुछ दिन पहले ही ठंड के कारण छात्रावास के पीछे कुछ मवेशियों की मौत हो गई थी, लेकिन प्रशासन को सूचना देने के बाद भी उन्हें नहीं हटाया गया, जिसकी वजह से छात्रों को काफी परेशानिओं का सामना करना पड़ा. यहां बना बोरवेल बोरबेल सालों से खराब पड़ा है, जिस कारण छात्रों को बूंद-बूंद पानी के लिए भी तरसना पड़ रहा है. छात्रावास की पाईप लाइन और टंकिया टूट कर कबाड़ में तब्दील हो चुकी हैं.

पन्ना। सरकार के अनुसूचित जाति एवं जनजाति वर्ग के अलावा ओबीसी छात्रों को पढ़ाई करने के लिए भी विशेष सुविधाएं करवाने का दम भरती है, लेकिन यह सभी सुविधाएं कागजों तक ही सीमित दिखाई दे रही हैं. पन्ना जिला मुख्यालय से महज एक किलोमीटर दूर पुराना पन्ना में स्थित प्री मैट्रिक छात्रावास बदहाली के दौर से गुजर रहा है. अव्यवस्थाओं का आलम ये है कि इस छात्रावास में बच्चों को पीने का पानी भी नहीं मिल पा रहा है.

बदहाली का शिकार ओबीसी प्रीमेट्रिक छात्रावास

महीने में एक बार टैंकर से पानी भिजवाया जाता है, जिसे छात्र या तो पीने के लिए उपयोग कर लें, या फिर नहाने और कपड़े धोने के लिए. छात्रों ने बताया कि पानी न मिलने से शौच के लिए भी बाहर जाना पड़ता है. इस पूरे मामले पर पन्ना कलेक्टर कर्मवीर शर्मा से तुरंत एक्शन लेते हुए एसडीएम को मौके पर जाकर निरीक्षण करने की बात कही है.

कुछ दिन पहले ही ठंड के कारण छात्रावास के पीछे कुछ मवेशियों की मौत हो गई थी, लेकिन प्रशासन को सूचना देने के बाद भी उन्हें नहीं हटाया गया, जिसकी वजह से छात्रों को काफी परेशानिओं का सामना करना पड़ा. यहां बना बोरवेल बोरबेल सालों से खराब पड़ा है, जिस कारण छात्रों को बूंद-बूंद पानी के लिए भी तरसना पड़ रहा है. छात्रावास की पाईप लाइन और टंकिया टूट कर कबाड़ में तब्दील हो चुकी हैं.

Intro:पन्ना।
एंकर :- जिला मुख्यालय से महज एक किलोमीटर दूर पुराना पन्ना में स्तिथ प्रीमेट्रिक छात्रावास औऱ उसमे निवासरत लगभग चार दर्जन छात्र व्यवस्थाओं की अनदेखी का शिकार हो रहे हैं । अभी कुछ दिन पूर्व भीषण ठंड के प्रकोप से छात्रावास के पीछे कुछ मवेशियों की मौत हो गई थी । लेकिन सिस्टम को जानकारी देने बाद भी इन जानवरों नही उठाया गया । जिससे दुर्गंध से परेसान छात्र छात्रावास में रहने को मजबूर हैं । इतना ही नही यहाँ पर छात्रों को बूंद बूंद पानी के लिए भी तरसना पड़ रहा है । क्योंकि बोरबेल सालों से ख़राब पड़ी हुई और पाईप लाइन व टंकिया टूट कर कबाड़ में तब्दील हो चुकी है ।Body:अब ऐसे सवाल खड़ा होता है सरकार के सिस्टम को कौन समझाए कि इन गरीब बच्चों के भविष्य के साथ क्यों खिलवाड़ किया जा रहा है । जानकारी के मुताबिक सरकार के द्वारा अनुसूचित जाति एवं जनजाति के अलावा ओबीसी छात्रों को पढ़ाई करने के लिए भी विशेष सुविधाओं मुहैया कराई जा रही है । लेकिन यह सभी सुविधाएं कागजो तक ही सीमित दिखाई दे रही है ।हम बात कर रहे हैं पन्ना जिला मुख्यालय से महज कुछ ही दूरी पर स्तिथ पिछड़ावर्ग प्रीमेट्रिक छात्रावास पुराना पन्ना की यहाँ लगभग चार दर्जन छात्र निवासरत है ।आलम इस कदर बिगड़ चुके हैं कि घर परिवार छोड़कर छात्रावास में रह रहे छात्रों की देखभाल करने वाले छात्रावास अधीक्षक महोदय घर मे आराम फरमाते रहते हैं । और मात्र चपरासी के भरोसे ही छात्रावास की देखभाल करवाई जा रही है ।
Conclusion:छात्रावास में एक साल से बोरबेल ख़राब पड़ी हुई है । जिसकी रिपेयरिंग तक नही कराई गई । जिसकी बजह से छात्र बूंद बूंद पानी के लिए तरस रहे हैं ।नहाने कपड़े धोने के लिए छात्रावास से दूर हैंडपंप में जाने को मजबूर हो रहे हैं । महीने में एकाद बार टैंकर के माध्यम से पानी भिजवाया जाता है । जिसे छात्र या तो पीने के लिए उपयोग कर ले या नहाने व कपड़े धोने के लिए। छात्रों ने बताया कि पानी न मिलने से शौच के लिए भी बाहर जाना होता है ।इतना ही छात्रावास के पीछे कुछ मवेशियों की मौत ठंड के प्रकोप के कारण हो गई थी । जिन्हें प्रशासन को जानकारी देने के बावजूद भी उठवाया नही गया है । जिससे छात्रावास के अन्दर दुर्गंध जा रही है । और छात्र ऐसे ही हालात में रहने को मजबूर हैं ।
हालांकि पन्ना कलेक्टर कर्मवीर शर्मा से जब इस विषय पर बात की तो उन्हेंने तुरंत पन्ना एसडीएम को मौके पर जाकर निरीक्षण करने को कहा है और व्यवस्थाओं को सुधार करवाने को कहा है । अब देखना होगा कि प्रशासन कब तक इन छात्रों को व्यवस्थाएं मुहैया करा पाती है या फिर इन्ही हालातो में रहकर पढ़ाई करना पड़ेगा ।
बाइट-1 राजकुमार कुशवाहा(छात्र)
बाइट-2 बीरचंद्र कुशवाहा(छात्र)
बाइट - 3कर्मवीर शर्मा (पन्ना कलेक्टर)
Last Updated : Jan 7, 2020, 3:01 PM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.