पन्ना। जनपद पंचायत गुनौर जिले में राजनीति का अखाड़ा बन चुकी है. जहां पर आए दिन जनपद सीईओ की उठापटक होती रहती है. विगत दिनों अपने कार्यों को लेकर लापरवाही में जनपद सीईओ ओपी अस्थाना को निलंबित कर जिला पंचायत पन्ना में वीडियो के रूप में कार्यभार संभालने के लिए आदेश हुआ था. वहीं अब फिर से उच्च न्यायालय जबलपुर में 4 सितंबर 2020 को पारित आदेश के परिपालमन में ओम प्रकाश अस्थाना को जनपद पंचायत गुनौर का सीईओ पदस्थ किए जाकर जिला पंचायत पन्ना से भार मुक्त किया गया.
जिसके बाद जनपद सीईओ अस्थाना ने उच्च न्यायालय जबलपुर में अपील की थी. बाद कोर्ट ने फैसले तक यथावत जनपद पंचायत गुनौर का सीईओ बने रहने के आदेश किया दिया, लेकिन कुछ दिन बाद माननीय न्यायालय के आदेश पर जनपद सीईओ ओपी अस्थाना को गुनौर से हटाकर जिला पंचायत पन्ना में वीडियो के रूप में पदस्थ किया. जिसके बाद सतीश सिंह नागवंशी को गुनौर जनपद का सीईओ बनाया गया. नागवंशी के कार्यकाल के दौरान अधिकारियों से अभद्रता और जन समस्या सुनाने आए सहिलवारा ग्राम के ग्रामीणों व दलितों को जाति सूचक शब्द बोलकर जनपद से भगाने के आरोप लगे थे.
ग्रामीणों ने गुनौर दौरे पर आए कलेक्टर संजय मिश्रा के सामने अपनी समस्या सुना कर जनपद सीईओ सतीश सिंह नागवंशी पर कार्रवाई की मांग की थी. जिस पर पन्ना कलेक्टर ने भी कहा था कि मामला मेरे संज्ञान में आया है. जांच के बाद संवैधानिक कार्रवाई की जाएगी. जिसके बाद जिला पंचायत पन्ना के आदेश में 10 सितंबर 2020 को उल्लेख किया गया कि हाईकोर्ट के आदेशानुसार ओम प्रकाश अस्थाना को जनपद पंचायत गुनौर का सीईओ पदस्थ किया गया है. अस्थाना के कार्यभार ग्रहण करने पर सतीश सिंह नागवंशी प्रभारी जनपद सीईओ गुनौर के अतिरिक्त प्रभार को मुक्त किया गया है.