नीमच। भारत-चीन बार्डर पर सैनिकों में झड़प के बाद शहर में चीन के विरोध स्वर उठने लगे हैं. शहर में विभिन्न संगठन और संस्थाएं चीनी वस्तुओं का बहिष्कार कर चीन का विरोध कर रहे हैं. इसी कड़ी में झूलेलाल सहयोग मंच ने आमजन के साथ शहीदों की शहादत में दीपक जलाकर उन्हें श्रद्धासुमन अर्पित किए. इस दौरान चीनी सामानों को जलाकर भविष्य में चीनी वस्तुओं को नहीं अपनाने का संकल्प लिया गया.
संस्था प्रमुख ने बताया कि लद्दाख की गालवान घाटी में चीन के कायराना हमले में 20 भारतीय जवानों की शहादत के बाद देशभर में आक्रोश व्याप्त है. इसी के चलते नीमच के हेमू कालानी चौराहे पर जय झूलेलाल सहयोग मंच ने स्थानीय निवासियों के साथ झड़प में शहीद हुए 20 सैनिकों को श्रद्धासुमन अर्पित किए. इस दौरान पर बीजेपी जिलाध्यक्ष पवन पाटीदार ने चीनी सामान न खरीदने और भारत में बने सामान को अपनाने के लिए लोगों को प्रोत्साहित किया. साथ ही शहीद सैनिकों के बलिदान को अविस्मरणीय बताया.
पूर्व नपाध्यक्ष राकेश पप्पू जैन ने शहीदों के बलिदान को लेकर कहा कि भारतीय सेना पूरी दृढता से देश की एक-एक इंच जमीन और स्वाभिमान की रक्षा कर रही है. जय झूलेलाल सहयोग मंच की संयोजिका और पूर्व नपा एल्डरमेन मीनू लालवानी ने कहा कि देश को शहीदों पर गर्व है, सभी आमजन चीनी टिक-टॉक एप को मोबाइल फोन से हटाकर देशभक्ति का परिचय दें.
इस अवसर पर दीपा साहनी, जया लालवानी, कुलदीप कौर, मीना छाबड़ा, सुनीता रामचंदानी, लाजवंती अंदानी, वैशाली लालवानी, रितु बम्बानी, एडवोकेट संदीप खाबिया, निर्मल दादवानी, अभिषेक कोठारी, राहुल पामेचा, चंचल बाहेती, विक्की छाबड़ा, दिलीप लालवानी, चन्द्रप्रकाश मोमू लालवानी, हरिश बम्बानी, नैना मोटवानी, रमेश धामेचा, पंकज बैरागी, राकेश जायसवाल मौजूद रहे.