मुरैना। मुरैना में शनिवार को जिलेभर में 70 मिमी से अधिक बारिश हुई, जिसकी वजह से आमजन ही नहीं किसानों की भी हालत खराब हो गई. वहीं आंचलिक कृषि अनुसंधान केंद्र के मौसम वैज्ञानिक के अनुसार अक्टूबर महीने में 20 साल बाद इतनी अधिक बारिश हुई है. इससे पहले 2015 में मार्च-अप्रेल में इतनी अधिक बारिश हुई थी. इस बार भी अंचल में 1.72 लाख हेक्टेयर में हुई बाजरा की फसल पूरी तरह से बर्बाद हो गई है. जीरा, कैलारस, पहाड़गढ़, सबलगढ़ क्षेत्र में जल्दी बाजरा की बोवनी हो गई थी, वहां बाजरा की करब व फसल पूरी तरह बर्बाद हो गया. इसी प्रकार अंबाह पोरसा में भी फसल पर विपरीत असर पड़ा है.
दुकान व घरों में घुसा पानी : मुरैना शहर में झमाझम बारिश से सड़कें लबालब हो गईं. आवागमन भी बाधित हुआ. मुख्य बाजारों में हमेशा की तरह पानी भर गया. एमएस रोड, जीवाजी गंज, न्यूज हाउसिंग बोर्ड कॉलोनी, पुरानी हाउसिंग बोर्ड कॉलोनी, गोपाल पुरा, लोहिया बाजार,कब्रिस्तान रोड, सहित निचली बस्तियों की गली मोहल्लों में चारों तरफ लबालब पानी भर गया, जिससे राहगीरों को आने जाने में बेहद परेशानियों का सामना करना पड़ा. पानी से शहर जलमग्न हो गया. कई घरों में पानी भर गया राहगीर सहित कई लोग परेशान होते रहे और उधर नगर निगम के अधिकारी टाउन हॉल में अपने नगर गौरव दिवस मनाते रहे.
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हम सर्वे भी करेंगे और राहत की राशि भी किसान को देंगे।
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मैंने किसानों को फसल बीमा का लाभ मिले इसके लिए आवश्यक तैयारियों के निर्देश दिए हैं।
किसान चिंता ना करें, मैं और सरकार उनके साथ खड़े हैं। क्षति हुई है तो उसकी भरपाई करेंगे और प्रभावित किसानों को संकट से निकाल कर ले जाएंगे।
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— Shivraj Singh Chouhan (@ChouhanShivraj) October 10, 2022
मैंने किसानों को फसल बीमा का लाभ मिले इसके लिए आवश्यक तैयारियों के निर्देश दिए हैं।
किसान चिंता ना करें, मैं और सरकार उनके साथ खड़े हैं। क्षति हुई है तो उसकी भरपाई करेंगे और प्रभावित किसानों को संकट से निकाल कर ले जाएंगे।हम सर्वे भी करेंगे और राहत की राशि भी किसान को देंगे।
— Shivraj Singh Chouhan (@ChouhanShivraj) October 10, 2022
मैंने किसानों को फसल बीमा का लाभ मिले इसके लिए आवश्यक तैयारियों के निर्देश दिए हैं।
किसान चिंता ना करें, मैं और सरकार उनके साथ खड़े हैं। क्षति हुई है तो उसकी भरपाई करेंगे और प्रभावित किसानों को संकट से निकाल कर ले जाएंगे।
श्योपुर में फसलें बर्बाद : बेमौसम बारिश होने से किसानों के खेतों में खड़ी धान सहित अन्य फसलें बर्बाद हो गईं. किसान प्रशासन से लगातार फसलों के नुकसान का सर्वे कराए जाने की मांग कर रहे हैं लेकिन, अधिकारी इस ओर ध्यान तक नहीं दे रहे. इससे नाराज किसान रविवार को सड़क पर उतर आए और दो अलग-अलग जगहों पर चक्का जाम लगा दिया. जाम लगने की सूचना मिलने के बाद प्रशासन के अधिकारियों ने मौके पर पहुंचकर किसानों को बारिश बंद होते ही नुकसान का सर्वे कराने का आश्वासन दिया इसके बाद किसानों ने जाम खोल दिया. किसानों ने श्योपुर - बड़ौदा हाईवे पर मूंडला नहर पर और श्योपुर - कोटा मार्ग पर ढ़ोंटी कस्बे के पास चक्का जाम लगाकर दो अलग-अलग मार्गों को बंद किया. इस दौरान वाहनों की लंबी-लंबी कतारें लग गईं. इस बारे में श्योपुर एसडीएम लोकेंद्र सरल का कहना है कि बारिश थमने के बाद फसलों में हुए नुकसान का सर्वे कार्य कराया जाएगा. MP morena heavy rains, people struggled crisis, Administration celebrate gaurav divas