मुरैना। जिले में शनिवार को यानि कि, घटना के दूसरे दिन दिल्ली से हेलीकॉप्टर के जरिए वायु सेना के बड़े अधिकारी मौके पर पहुंचे. साथ ही इस बड़ी घटना की हर एंगल से जांच की जा रही है. आसपास के इलाकों में ड्रोन के जरिए सबूत इकट्ठे किए जा रहे हैं. बताया जा रहा है कि, जहां यह घटना हुई है. वहां एक किलोमीटर के दायरे में किसी आम व्यक्ति को जाने की परमिशन नहीं है. जिला प्रशासन के साथ-साथ पुलिस बल और वायुसेना के तमाम बड़े अधिकारी मौके पर मौजूद हैं.
विमान का फ्लाइट डेटा रिकॉर्डर मिला: दुर्घटनाग्रस्त भारतीय वायुसेना के 2 लड़ाकू विमान सुखोई-30 एमकेआई और मिराज-2000 में से एक विमान का पूरा फ्लाइट डेटा रिकॉर्डर (ब्लैक बॉक्स) मिला है. जबकि दूसरे विमान के फ्लाइट डेटा रिकॉर्डर का आधा हिस्सा मिला है. मिराज का ब्लैक बॉक्स मुरैना जिले के पहाड़गढ़ इलाके में मिल गया है. सुखोई विमान के ब्लैक बॉक्स का आधा हिस्सा पहाड़गढ़ इलाके में मिला है. माना जा रहा है कि, इसके ब्लैक बॉक्स का शेष हिस्सा पहाड़गढ से सटे राजस्थान के भरतपुर में गिरा होगा. फ्लाइट डेटा रिकॉर्डर एक छोटी मशीन है जो उड़ान के दौरान एक विमान के बारे में जानकारी रिकॉर्ड करती है. इसका उपयोग दुर्घटना के कारण का पता लगाने के लिए किया जाता है.
ड्रोन से सर्चिंग: बताया जा रहा है कि, घटना के दौरान जो फाइटर प्लेन का ब्लैक बॉक्स मौजूद रहता है. वह वायु सेना के अधिकारियों को मिल गया है. उसे लेकर वह यहां से हेलीकाप्टर से वापस दिल्ली के लिए रवाना हो गए. ब्लैक बॉक्स के जरिए वायुसेना के अधिकारियों को इस घटना के बारे में अहम जानकारी मिल सकती है. साथ ही अधिकारियों से यह जानने की कोशिश की जा रही है कि, दोनों फाइटर प्लेन किस जगह टकराए और इसके पीछे क्या कारण है.