मुरैना। सियासत की संवेदना ही नहीं मरती जा रही है, बल्कि उसकी आत्मा भी मरती जा रही है, यही वजह है कि बिना जगह के भी हर जगह सियासत को घुसेड़ देते हैं. सूदखोर गैंग से परेशान भोपाल के एक परिवार के सभी सदस्यों ने जहर खा लिया, इस सामूहिक आत्महत्या में परिवार के सभी पांचों सदस्यों की मौत हो चुकी है, जब परिवार के दो सदस्य जिंदा थे और उनका इलाज चल रहा था, तब बीजेपी विधायक कृष्णा गौर अस्पताल के बिस्तर पर लगभग मृत पड़े संजीव जोशी (Bhopal joshi family suicide) को दो लाख रुपए का चेक देते हुए फोटो खिंचवा रहीं (BJP MLA Krishna Gaur photo clicked on hospital bed in Bhopal family suicide case) थी, उसके कुछ घंटे बाद ही पीड़ित ने दम तोड़ दिया. प्रदेश के पूर्व मंत्री व राघौगढ़ से कांग्रेस विधायक जयवर्धन सिंह ने सवाल उठाया है कि पांच-पांच लोगों की जान चली गई और विधायक को फोटो की पड़ी है. जयवर्धन एक निजी कार्यक्रम में शामिल होने मुरैना पहुंचे थे.
Bhopal family suicide: सूदखोरों से परेशान होकर जहर खाने वाले पूरे परिवार ने दम तोड़ा
एमपी में किसान-जवान खुदकुशी को मजबूर
जयवर्धन सिंह ने कहा कि प्रदेश में अगर कमलनाथ की सरकार होती तो प्रदेश के ऐसे हालात नहीं होते, कमलनाथ सरकार ने किसानों-युवाओं का कर्ज माफ किया था, किसान भी भाजपा की नीतियों और साहूकारों के कर्ज से परेशान होकर आत्महत्या (People of Madhya Pradesh in grip of moneylenders) कर रहा है, उसके बाद भी सरकार चुप्पी साध रखी है, प्रदेश में इस तरीके के कृत्य बहुत ही दुर्भाग्यपूर्ण हैं, कमलनाथ सरकार ने किसानों का कर्ज माफ किया था, लेकिन जैसे ही धन-बल से भाजपा ने सत्ता पर कब्जा किया, वैसे ही किसानों की कर्जमाफी भी रुक गई.
परिवार से सभी पांचों सदस्यों की मौत
भोपाल के पिपलानी थाना क्षेत्र में बुराड़ी (Buradi Kand Delhi) जैसी घटना घटी है, जहां एक ही परिवार के 5 सदस्यों ने आत्महत्या (5 members of same family ate poison in bhopal) कर लिया है, सभी का एक निजी अस्पताल में इलाज चल रहा था, इलाज के दौरान सबकी बारी-बारी से मौत हो गई. पिपलानी थाना क्षेत्र के आनंद नगर में रहने वाले संजीव जोशी कार मैकेनिक थे, उनकी पत्नी अर्चना जोशी किराना दुकान चलाती थी. बीती रात संजीव, उसकी पत्नी अर्चना और मां नंदिनी के अलावा दो बेटियों ऋषिमा-पूर्वी ने जहर खा लिया था.
सुसाइड नोट से हुआ खुदकुशी का खुलासा
जोशी परिवार के जहर खाने की वजह का खुलासा उनके लिखे सुसाइड नोट से हुआ था, जिसमें बताया गया था कि वह बबली गैंग की प्रताड़ना के चलते यह कदम उठा रहे हैं क्योंकि उन्होने इस गैंग से कर्ज लिया था और रकम चुकाने के बाद भी वे बड़े कर्जदार बने हुए थे, ये सूदखोर (Trap Of Moneylenders in MP) उन्हें लगातार प्रताड़ित कर रहे थे. पुलिस ने इस मामले में चार महिलाओं को गिरफ्तार किया है और उन्हें जेल भेजा जा चुका है. वहीं सरकार ने भी सूदखोरों के खिलाफ सख्त कार्रवाई के निर्देश दिए हैं.
क्यों उठाया खौफनाक कदम?
जो जानकारी इस परिवार के बारे में अब तक सामने आई है, उसके हिसाब से जोशी दंपति के पास अच्छी खासी प्रॉपर्टी थी. संजीव के नाम पर 3 प्लॉट, 2 दुकानें और एक मकान है. हालांकि वो सूदखोरों से इतने प्रताड़ित हो चुके थे कि मानसिक अवसाद के शिकार हो गए थे. इसी के चलते पूरे परिवार के साथ खुद को खत्म करने जैसा दिल दहलाने वाले कदम उठाया. पूरा परिवार तबाह हो गया. अस्पताल में वृद्ध मां और दोनों बेटियों की मौत के बाद पति-पत्नी भी जिंदगी की जंग हार गए.
राजस्थान में भी हो चुका है ऐसा मामला
राजस्थान के गंगापुर सिटी में साल 2013 में भी ऐसा ही एक मामला सामने आया था, जिसमें पूरा परिवार जहरीला लड्डू खा लेता है क्योंकि उन्हे भगवाव शंकर से मिलना था. मामला 26 मार्च 2013 का था, जब एक फोटोग्राफर कंचन सिंह का परिवार जो वीडियो में हंसता खेलता दिख रहा था, अचानक भगवान भोले भंडारी से मिलने की चाह में जहरीला लड्डू खा लेता है. इस घटना में परिवार के 8 में से 5 सदस्यों की मौत हो जाती है. परिवार तंत्र-मंत्र में पूरी तरह से डूबा रहता था.
बुराड़ी में 11 लोगों ने किया था सुसाइड
साल 2018 में दिल्ली के बुराड़ी इलाके में एक साथ एक ही परिवार के 11 सदस्यों की लाश मिलने से सनसनी फैल गई थी. परिवार के सदस्यों के पोस्टमॉर्टम के बाद बिसरा रिपोर्ट से जो खुलासा हुआ था, उसने सबको सकते में डाल दिया था. आत्महत्या से पहले कुछ लोगों ने खाने में कुछ लिया था और कुछ लोग बिल्कुल भूखे थे. पूरा परिवार सिर्फ इसलिए आत्महत्या कर लिया क्योंकि उन्हे 'मोक्ष' हासिल करने का चाहत थी. 11 लोगों ने एक साथ आत्महत्या की थी. यहां संतनगर में एक ही घर से एक ही परिवार के 11 लोगों की लाशें मिली थीं. ये परिवार अपने मृत पितरों से मिलने के लिए तंत्र-मंत्र का सहारा ले रहा था और धार्मिक अनुष्ठान में जुटा था.