मुरैना। प्रदेश में एक बार फिर हॉर्टट्रेडिंग को लेकर सियासी उबाल आया है, इसी बीच सबलगढ़ से कांग्रेस विधायक बैजनाथ कुशवाहा ने बीजेपी और प्रदेश सरकार पर बिचौलियों के माध्यम से कांग्रेस विधायकों को तोड़ने का प्रयास करने का आरोप लगाया है. उन्होंने कहा, भाजपा दलालों के माध्यम से कांग्रेसी विधायकों को 50 से 100 करोड़ रुपए तक के ऑफर दे रही है.
विधायक ने अपने बयान में कहा, 'बिचौलियों ने मुझे भी संपर्क किया था और न केवल मुझे बल्कि मेरे साथ ही कार्यकर्ताओं को भी 25-25 लाख रुपए का ऑफर दिया, जिसे मैंने स्वीकार नहीं किया है. विधायक बैजनाथ कुशवाहा ने यह भी बताया कि पीसीसी चीफ कमलनाथ द्वारा मतगणना के ठीक दूसरे दिन 11 नवंबर को शाम को विधायक दल की बैठक बुलाई है, जिसमें आगामी रणनीति तय की जाएगी.'
जब विधायक से पूछा गया कि बीजेपी के कौन से नेता कांग्रेस के विधायकों को खरीदने की कोशिश कर रहे हैं, तो उन्होंने कहा कि बीजेपी के नेता प्रत्यक्ष रूप से कांग्रेस को संपर्क नहीं कर रहे हैं. लेकिन उनके दलाल कांग्रेस विधायकों को लगातार संपर्क कर बड़ी-बड़ी धनराशि ऑफर कर रहे हैं.
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'उद्योगपति बने हैं बीजेपी के दलाल'
जब विधायक से पूछा गया कि इन दलालों के रूप में काम करने वाले क्या प्रशासनिक अधिकारी हैं या व्यवसाई और उद्योगपति, तो उन्होंने कहा कि इस प्रदेश के बड़े-बड़े उद्योगपति इस काम को अंजाम दे रहे हैं और मेरे पास भी ऑफर आया था. इसके अलावा श्योपुर जिले के विधायक बाबू जंडेल के पास भी ऑफर आया है. लेकिन हमने इसे ठुकरा दिया है.
'बीजेपी के नेताओं को है मुझसे डर'
कांग्रेस विधायक बैजनाथ कुशवाहा ने यह भी खुलासा किया कि भाजपा के लोग मुझे सीधे संपर्क नहीं कर रहे क्योंकि, उन्हें पता है कि मैं उनका नाम सार्वजनिक कर दूंगा. मैंने पहले भी संपर्क करने वालों के नाम सार्वजनिक कर दिए थे. उसके बाद से वह मुझसे प्रत्यक्ष रूप से दूर रहते हैं और अब उद्योगपतियों के माध्यम से प्रदेश में सरकार को स्थाई तो देना चाहते हैं क्योंकि 28 विधानसभा सीटों में हुए उप चुनाव में बीजेपी को जीत नहीं मिल रही है.
पीसीसी चीफ कमलनाथ के घर होगी बैठक
ऐसे में वह और विधायक तोड़कर भाजपा में शामिल करना चाहते हैं, ताकि उनकी सरकार प्रदेश में स्थायित्व पा सके, लेकिन कांग्रेस पार्टी अब उनके मंसूबों को पूरे नहीं होने देगी और 11 नवंबर को पीसीसी चीफ कमलनाथ के निवास पर होने वाली बैठक में इसके लिए विस्तार से रणनीति बनाई जा रही है.