मुरैना। सिविल लाइन थाना क्षेत्र के सुदामा नगर कॉलोनी में आज 4 लोगों की मौत ने सनसनी फैला दी. पलिया कॉलोनी में किराना व्यापारी ने पहले अपनी पत्नी फिर 12 साल के बेटे और 10 साल की बेटी की धारदार हथियार से हत्या की, इसके बाद उसने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली. जब स्थानीय लोगों को आज सुबह घर में कोई चहल-पहल नहीं दिखी तो उन्होंने पुलिस को सूचना दी. मौके पर पहुंची पुलिस घर का दरवाजा तोड़कर अंदर दाखिल हुए. जब अंदर जाकर देखा तो सारे लोग भौचक्के रहे गए, क्योंकि वहां पर चारों की मौत हो चुकी थी. सूचना मिलते ही पुलिस अधीक्षक सहित भारी पुलिस बल मौके पर पहुंचा. पुलिस अधीक्षक ने एफएसएल की टीम और डॉग स्क्वायड मौके पर बुलाया. हालांकि अभी तक हत्या के कारण का पता नहीं चल पाया है, लेकिन कई सवाल इस हत्या में उठ रहे हैं.
दरअसल जौरा रोड स्थित सोलंकी पेट्रोल पंप के पास सुदामा नगर कॉलोनी में रहने वाले 45 वर्षीय सत्यदेव उर्फ मिंटू शर्मा बुधवार गुरुवार की दरमियानी रात को एक कमरे में सो रही 42 वर्षीय पत्नी ऊषा शर्मा, 12 साल के बेटे अश्वनी और 10 साल की बेटी मोहिनी का गला चाकू और हंसिए से काट दिया. उसके बाद मिंटू ने घर के आंगन में छत पर लगे लोहे के जाल से खुद को फांसी ली. फोरेंसिक एक्सपर्ट डॉ.अर्पिता सक्सेना के अनुसार जिस तरह घटना हुई है, उसे देखकर लग रहा है कि सत्यदेव ने पहले सोते हुए चाकू से दोनों बच्चे के गले काटे फिर हंसिए से पत्नी का गला रेता. बच्चों ने सोती हुई हालत में ही दम तोड़ दिया, जबकि उषा ने मरने से पहले पति से संघर्ष किया है. क्योंकि पत्नी का आधा शरीर पलंग से बाहर लटका हुआ मिला है. यह ह्रदय विदारक हादसा सिविल लाइन थाना क्षेत्र में हुई है. इस तरह की घटना मुरैना शहर में पहले कभी नहीं हुई है.
ह्रदय विदारक घटना
सुदामा नगर कॉलोनी में हुए इस दर्दनाक घटना क्रम से इलाके के लोग सदमे में है. आखिर किराना की दुकान चलाने वाले व्यापारी की ऐसी क्या वजह रही कि पहले अपने पूरे परिवार को खत्म किया और फिर खुद भी फांसी पर झूल गया. पुलिस सारे पहलुओं पर जांच करने की बात कह रही है. अब इस पूरे घटनाक्रम के पीछे क्या कारण रहे हैं, इसका खुलासा तो पुलिस जांच में ही होगा. हालांकि पुलिस इस पूरे मामले की जांच कर कार्रवाई करने की बात कह रही है, लेकिन अभी तक किसी भी तरह का कोई खुलासा नहीं हो सका है.
पिता ने की अपने ही बेटे की हत्या, आरोपी गिरफ्तार
पुलिस की सभी टीमें जांच में जुटी
घटना की सूचना मिलने के बाद एसपी सुनील कुमार पांडे मौके पर पहुंचे और एफएसएल टीम, फिंगर प्रिंट एक्सपर्ट और स्निफर डॉग को बुलाया. जहां ये टीमें अपने-अपने स्तर पर घटनाक्रम की जांच कर रही हैं.
सत्यदेव कल ही पत्नी और बच्चों को लेकर ससुराल से लौटा था
बताया जा रहा है कि सत्यदेव उर्फ मिंटू शर्मा की पत्नी ऊषा शर्मा अपने बच्चों के साथ होली पर अपने मायके श्योपुर जिले के विजयपुर गई हुई थी. परिजनों के अनुसार सत्यदेव बुधवार की सुबह 10 बजे करीब विजयपुर से पत्नी और बच्चों को लेकर लौटा था. उसके बाद रोजाना की तरह अपनी दुकान चला गया था. जब आज सुबह घर के दरवाजे नहीं खुले तब लोगों को घटना की जानकारी मिली.
हादसे की खबर सुनकर पिता की हालत हुई खराब
बता दें कि सत्यदेव जौरा के बिलगांव का रहना वाला है, लेकिन सत्यदेव के पिता जगदीश शर्मा ने मुरैना की सुदामा नगर कालोनी में रहने के लिए मकान बनवाया है. जिससे अपने बच्चों को अच्छी शिक्षा दे सके. घर के सामने सत्यदेव का एक प्लाट भी है, लेकिन जब मिंटू के पिता ने इस हादसे की खबर सुनी तो उनको गहरा सदमा पहुंचा और हालत खराब हो गई. लिहाजा पिता को अस्पताल ले जाया गया.
लोहे के जाल और दरवाजा तोड़कर अंदर घुसे
गुरुवार की सुबह सत्यदेव के घर का दरवाजा नहीं खुला तो पड़ोसियों को चिंता हुई. पड़ोसियों ने दरवाजा खटखटाने के साथ काफी आवाज लगाई, लेकिन अंदर से कोई जवाब नहीं मिला. उसके बाद उन्होंने अनहोनी की आशंका भांपते हुए पुलिस को खबर दी. खबर मिलते ही थाना प्रभारी विनय यादव अपनी टीम के साथ मौके पर पहुंचे. पुलिस ने दरवाजा खोलने का प्रयास किया, लेकिन वह अंदर से बंद था. इसके बाद एक पुलिसकर्मी ने पड़ोसी की छत से जाकर जब सत्यदेव के घर की छत पर जाकर देखा तो दंग रह गया. क्योंकि आंगन में मिंटू का शव फंदे पर लटक रहा था. इसके बाद पुलिस कर्मियों ने छत पर चढ़कर ऊपर से लोहे के जाल को काटकर घर के अंदर प्रवेश किया. कमरे में पहुंचकर देखा तो बेड पर उसकी पत्नी और दोनों बच्चों के खून से लथपथ हालत में शव पड़े हुए थे.