मंदसौर। कोरोना के कहर में दवाई, इंजेक्शन सहित उपचार मे फर्जीवाड़े (fraud with rtpcr report in mandsaur) की बात तो आपने सुनी और पढ़ी होगी, लेकिन सरकार ने कोविड मृतकों के लिए 50 हजार रुपये की अनुग्रह राशी की घोषणा क्या कर दी धन के लोभियों ने इस राशी को जालसाजी कर हड़पने की योजना बना ली. मंदसौर जिले मे एक ऐसा ही मामला सामने आया, जहां फर्जी RTPCR रिपोर्ट लगाकर अनुग्रह राशी के आवेदन लगाने वाले दो लोगों को पकड़ा है. दोनों के खिलाफ जिला प्रशासन ने FIR भी दर्ज करवाई है. दोनों आरोपियों की जालसाजी दस्तावेजों (fir on fraud in mandsaur) की जांच के दौरान सामने आई है.
यहां से बनवायी थीं फर्जी रिपोर्ट
जानकारी के अनुसार अफजलपुर थाना क्षेत्र के ग्राम झिरकन निवासी प्रकाश पिता जुझार लाल के पिता की मृत्यु 1 मई 2021 को हुई. वहीं अम्बुगिर की पत्नी श्यामाबाई की मृत्यु 3 जून 2021 को हुई थी. दोनों ने अनुग्रह राशि पाने के लिए प्रकरण क्रमांक 195/ब-121/2021-22 और प्रकरण क्रमांक 193/ब-121/2021-22 में कूट रचना कर अग्निहोत्री पैथ लैब एंड डायनेमिक सेंटर इंदौर की RTPCR रिपोर्ट लगाकर कोविड की अनुग्रह राशि हड़पने की योजना बनाई.
फर्जीवाड़े का ऐसे हुआ खुलासा
दस्तावेजों की जांच के दौरान अधिकारी को पता चला कि दोनों व्यक्तियों ने अपने दस्तावेज ( में RTPCR की समान क्रमांक वाली रिपोर्ट संलग्न की थी. दोनों दस्तावेजों में रिपोर्ट आईडी क्रमांक 11121052 लगाई है, जो कि 22 वर्षीय शोभाराम के नाम से रिपोर्ट नेगेटिव पाई गई. इसके बाद जालसाजी का पता लगने पर कलेक्टर गौतम सिंह ने तहसीलदार धुंधडका को दोनों आवेदकों के खिलाफ थाने में जालसाजी का मामला दर्ज करवाने के आदेश दिए. कलेक्टर के आदेश के बाद तहसीलदार ने दोनों जालसाजों के खिलाफ अफजलपुर थाने मे FIR दर्ज करवाई है.
कोरोना की दूसरी लहर में RTPCR रिपोर्ट पॉजिटिव होने वाले व्यक्ति की मौत होने पर मृतक के परिजनों को सरकार ने 50 हजार की अनुग्रह राशी देने की घोषणा की थी. कलेक्टर गौतम सिंह ने बताया की झिरकन निवासी दो व्यक्तियों ने आवेदन दिए थे. दोनों आवेदक एक ही गांव के थे और दोनों के दस्तावेज में RTPCR रिपोर्ट भी एक ही नंबर की थी. शंका होने पर क्यूआर कोड द्वारा स्कैन कर जांच की गई तो पता चला कि RTPCR किसी अन्य व्यक्ति की है, जो नेगेटिव थी. मामले में दोनों जालसाजों के खिलाफ थाने में मामला दर्ज करवाया गया है.