मंदसौर। तेजी से फैल रहे कोरोना संक्रमण के दौरान मंदसौर जिले से काफी राहत भरी खबर सामने आई है. यहां पिछले 2 दिनों से संक्रमित मरीजों की संख्या के आंकड़ों में आई कमी आने से प्रशासन ने राहत की सांस ली है. हालांकि इस बीमारी से निपटने के लिए जिला प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग अब और अलर्ट हो गया है.
राजस्थान की सीमा से सटे मंदसौर जिले में अनलॉक की प्रक्रिया शुरू होने के बाद तेजी से कोरोना का संक्रमण बढ़ा था. बसों के आवागमन शुरू होने और फसल कटाई के दौर में यहां राजस्थान की तरफ से हजारों लोगों के रोजाना आवागमन होने से संक्रमण का ग्राफ अचानक बढ़ गया था. लेकिन इस हफ्ते के आखिरी दौर में संक्रमित मरीजों की संख्या में कमी आने से प्रशासन ने राहत की सांस ली है. शनिवार को केवल चार मरीजों की रिपोर्ट पॉजिटिव आई. इसके पहले शुक्रवार के दिन सात मरीज पॉजिटिव मिले थे.
6 महीने में स्वास्थ्य विभाग ने अब तक 49 हजार 32 लोगों को क्वारंटाइन कर 26 हजार 836 लोगों के टेस्ट किये हैं. इनमें से अब तक 1 हजार 822 मरीज पॉजिटिव पाए गए हैं. जबकि 24 हजार 457 टेस्ट निगेटिव निकले हैं. हालांकि अभी भी एक्टिव मरीजों की संख्या 422 है. जबकि अब तक कोरोना ने 14 लोगों की जान ले ली. वहीं त्योहारों और सर्दी के सीजन में कोरोना संक्रमण बढ़ने की संभावना के मद्देनजर प्रशासन ने यहां सरकारी अस्पताल में अब 200 नए बिस्तरों वाले वार्डो का इंतजाम किया है. स्वास्थ्य विभाग ने यहां एक नए आईसीयू और ऑक्सीजन वार्ड की भी स्थापना की है.
वहीं संक्रमण के खतरे से निपटने के लिए प्रशासन ने अब निजी क्षेत्र के अस्पतालों को भी कॉविड हॉस्पिटल में तब्दील करने की योजना बनाई है. जबकि तीन हॉस्पिटलों में निजी तौर पर इलाज करवाने की व्यवस्था भी शुरू कर दी गई है. कोविड नियंत्रण प्रभारी डॉ ऋषव गुप्ता ने कहा की भविष्य में इस बीमारी के बढ़ने के अंदेशे के कारण प्रशासन ने सुरक्षा व्यवस्था के पूरे तमाम इंतजाम किए हैं.