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अफीम की फसल को लेकर चिंता में किसान, फफूंदी लगने से खराब हो रहे पौधे - मंदसौर न्यूज

नारकोटिक्स विभाग ने इस साल जिले में करीब 3 हजार लाइसेंस की कटौती कर दी है. दूसरी तरफ जिन किसानों को लाइसेंस आवंटित किए गए हैं उन्हें भी आधे एरिया में ही उत्पादन करने की परमिशन दी गई है.

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अफीम की फसल को लेकर चिंता में किसान
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Published : Dec 10, 2019, 6:58 AM IST

Updated : Dec 10, 2019, 9:09 AM IST

मंदसौर। मानसून के दौरान हुई अतिवृष्टि का असर इस सीजन पर भी साफ नजर आ रहा है. भारी बारिश से जमीन में अभी भी नमी बनी हुई है. लिहाजा अफीम की फसल को शुरुआती दौर में ही फफूंदी ने घेर लिया है. पूरे जिले में देरी से हुई बुआई की वजह से फसल काफी छोटी नजर आ रही है, अभी से उसके रोग ग्रस्त होने से खेतों में खड़े पौधे सूखने लगे हैं. जिससे उत्पादन प्रभावित होने की आशंका बढ़ गई है.

अफीम की फसल को लेकर चिंता में किसान

आंकड़ों के मुताबिक इस साल यह फसल पिछले साल की तुलना में 40 फीसदी कम बताई जा रही है. ऐसे हालात में यहां कम पैमाने पर बोई गई फसल के भी शुरुआती दौर में बीमारी ग्रसित होने से किसान चिंतित हैं. फसल के शुरुआती दौर में ही बीमारियों से घिर जाने के कारण कृषि विभाग के अधिकारियों ने भी चिंता जाहिर की है. अधिकारियों ने किसानों को कृषि विज्ञान केंद्र के वैज्ञानिकों से मदद लेने की सलाह दी है.

मंदसौर। मानसून के दौरान हुई अतिवृष्टि का असर इस सीजन पर भी साफ नजर आ रहा है. भारी बारिश से जमीन में अभी भी नमी बनी हुई है. लिहाजा अफीम की फसल को शुरुआती दौर में ही फफूंदी ने घेर लिया है. पूरे जिले में देरी से हुई बुआई की वजह से फसल काफी छोटी नजर आ रही है, अभी से उसके रोग ग्रस्त होने से खेतों में खड़े पौधे सूखने लगे हैं. जिससे उत्पादन प्रभावित होने की आशंका बढ़ गई है.

अफीम की फसल को लेकर चिंता में किसान

आंकड़ों के मुताबिक इस साल यह फसल पिछले साल की तुलना में 40 फीसदी कम बताई जा रही है. ऐसे हालात में यहां कम पैमाने पर बोई गई फसल के भी शुरुआती दौर में बीमारी ग्रसित होने से किसान चिंतित हैं. फसल के शुरुआती दौर में ही बीमारियों से घिर जाने के कारण कृषि विभाग के अधिकारियों ने भी चिंता जाहिर की है. अधिकारियों ने किसानों को कृषि विज्ञान केंद्र के वैज्ञानिकों से मदद लेने की सलाह दी है.

Intro:मंदसौर। पिछले मानसून के दौरान लगातार बरसात और अतिवृष्टि के हालातों का असर इस सीज़न पर भी साफ नजर आ रहा है। भारी बारिश से जमीन में अभी भी नमी के हालात बने हुए हैं ।इस स्थिति से अफीम की फसल को शुरुआती दौर में ही फफूंदी लोगों ने घेर लिया है। पूरे जिले में देरी से हुई बुवाई के कारण फिलहाल यह फसल काफी छोटी नजर आ रही है और अभी से उसके रोग ग्रस्त होने से खेतों में खड़े पौधे सूखने लगे हैं। कई खेतों में पौधों की भारी कमी होने से इस फसल के उत्पादन प्रभावित होने की भी आशंका बढ़ गई है.


Body:नारकोटिक्स विभाग ने इस साल जिले में करीब 3 हजार लाइसेंस की कटौती कर दी है। दूसरी तरफ जिन किसानों को लाइसेंस आवंटित किए गए हैं उन्हें भी आधे एरिया में ही उत्पादन करने की परमिशन दी गई है ।आंकड़ों के मुताबिक इस साल यह फसल पिछले साल की तुलना में 40 फ़ीसदी कम बताई जा रही है ।ऐसे हालात में यहां कम पैमाने पर बोई गई फसल के भी शुरुआती दौर में बीमारी ग्रसित होने से किसान चिंतित है.


Conclusion:फसल के शुरुआती दौर में ही बीमारियों से घिर जाने के कारण कृषि विभाग के अधिकारियों ने भी चिंता जताते हुए ,उन्होंने किसानों को कृषि विज्ञान केंद्र के वैज्ञानिकों से मदद लेने की सलाह दी है ।
1.किशन लाल माली, किसान
2.भेरूलाल ,किसान
3.डॉ अजीत सिंह राठौड़ ,डीडीए ,मंदसौर


विनोद गौड़, रिपोर्टर ,मंदसौर
Last Updated : Dec 10, 2019, 9:09 AM IST
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