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पोषण अनुदान की राशि के लिए भटक रहीं आदिवासी महिलाएं - Tribal women wandering for the amount of nutritional grant

मंडला। जिले में बैगा जनजाति की महिलाओं को पोषण अनुदान राशि नहीं मिलने से परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. विभाग का कहना है कि सरकार से अलॉटमेंट नहीं होने से समस्या बनी हुई है.

Tribal women wandering for the amount of nutritional grant
पोषण अनुदान की राशि के लिए भटक रहीं आदिवासी महिलाएं
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Published : Jan 11, 2020, 7:20 PM IST

मंडला। जिले में चल रहीं जनजातियों के लिए योजनाओं की पोल खुल चुकी है. बैगा जनजाति की सैकड़ों महिलाओं को पोषण अनुदान राशि का भुगतान बीते 6 माह से नहीं हो पा रहा है और वे भुगतान के लिए चक्कर काट रहीं हैं. मण्डला जिले के 9 विकासखण्डों के 369 गांवों में 9482 बैगा जनजाति के परिवार रहते हैं.

पोषण अनुदान की राशि के लिए भटक रहीं आदिवासी महिलाएं

बैगा जनजाति के लिए अलग से परियोजनाएं चल रहीं हैं. पिछले 6 महीने से इन सैकड़ों महिलाओं के बैंक खाते में एक हजार रूपये नहीं डाले गए हैं. इन बैगा महिलाओं के परिवार को आर्थिक मुसीबतों का सामना करना पड़ रहा है.

जिले में कुल 12344 बैगा महिलाओं का रजिस्ट्रेशन बैगा विकास विभाग के पास है, जिनके लिए 2 करोड़ से अधिक राशि के बिल बनाए जाते हैं. विभाग का कहना है कि सरकार की तरफ से अलॉटमेंट नहीं होने से भुगतान नहीं हो पा रहा है. वहीं बहुत सी महिलाओं के आधारकार्ड, बैंक के खातों में गलती जैसी समस्याएं भी हैं.

मंडला। जिले में चल रहीं जनजातियों के लिए योजनाओं की पोल खुल चुकी है. बैगा जनजाति की सैकड़ों महिलाओं को पोषण अनुदान राशि का भुगतान बीते 6 माह से नहीं हो पा रहा है और वे भुगतान के लिए चक्कर काट रहीं हैं. मण्डला जिले के 9 विकासखण्डों के 369 गांवों में 9482 बैगा जनजाति के परिवार रहते हैं.

पोषण अनुदान की राशि के लिए भटक रहीं आदिवासी महिलाएं

बैगा जनजाति के लिए अलग से परियोजनाएं चल रहीं हैं. पिछले 6 महीने से इन सैकड़ों महिलाओं के बैंक खाते में एक हजार रूपये नहीं डाले गए हैं. इन बैगा महिलाओं के परिवार को आर्थिक मुसीबतों का सामना करना पड़ रहा है.

जिले में कुल 12344 बैगा महिलाओं का रजिस्ट्रेशन बैगा विकास विभाग के पास है, जिनके लिए 2 करोड़ से अधिक राशि के बिल बनाए जाते हैं. विभाग का कहना है कि सरकार की तरफ से अलॉटमेंट नहीं होने से भुगतान नहीं हो पा रहा है. वहीं बहुत सी महिलाओं के आधारकार्ड, बैंक के खातों में गलती जैसी समस्याएं भी हैं.

Intro:सरकार लाख दावे करे की विशेष पिछड़ी जनजाति के लिए योजनाएं चला कर इन्हें सम्बल बनाने की कोशिश की जा रही लेकिन जमीनी स्तर की सच्चाई यह है कि बैगा जनजाति की सैकड़ों महिलाओं को पोषण अनुदान राशि का भुगतान बीते 6 माह से नहीं हो पा रहा और ये भुगतान के लिए यहाँ से वहाँ चक्कर काट रही हैं


Body:मण्डला जिले के 9 विकास खण्डो के 369 गाँवो में 9482 बैगा जनजाति के परिवार निवास करते हैं जिन्हें विशेष पिछड़ी जनजाति का दर्जा प्राप्त है जिनमे 19493 पुरूष तो महिलाओं की संख्या 19338 है इस तरह से यह कुल संख्या 38881 हो जाती है,सरकारी दावों के हिसाब से बैगा जनजाति के लिए अलग से परियोजना चला कर इन्हें सम्बल बनाने का काम किया जा रहा है लेकिन दावों को हकीकत से पर्दा उस समय उठ जाता है जब इसी जनजाति की महिलाएं हर माह मिलने वाली पोषण अनुदान राशि के भुगतान के लिए इस दफ्तर से उस दफ्तर तक चक्कर लगाने को मजबूर है क्योंकि बीते 6 माह से इन सैकड़ों महिलाओं के बैंक खाते में एक हज़ार रुपये नहीं डाले गए हैं और इन बैगा महिलाओं के परिवार को आर्थिक मुसीबतों का सामना करना पड़ रहा है,बात करें पोषण अनुदान राशि की पात्र महिलाओं की तो जिले में कुल 12344 बैगा महिलाओं का रजिस्ट्रेशन बैगा विकास विभाग के पास है जिनके लिए 2 करोड़ 46 लाख 88 हज़ार राशि के बिल बनाए जाते हैं जो विभाग के द्वारा लगातार लगाए भी जा रहे हैं लेकिन सरकार की तरफ से अलॉटमेंट न आने के चलते इनका भुगतान नहीं हो पा रहा वहीं बहुत सी महिलाओं के आधारकार्ड,बैंक के खातों में त्रुटि या फिर किसी अन्य का खाता नम्बर देना जैसी समस्याएं भी हैं लेकिन बीते बीते 6 माह से सैकड़ों महिलाओं के खाते में राशि का न आना कहीं न कहीं सिस्टम की लापरवाही को उजागर करता है


Conclusion:महिलाओं को हो रही समस्याओं पर एक तरफ जहाँ बैगा विकास विभाग के कर्मचारी अलॉटमेंट को जिम्मेदार बता रहे हैं वहीं अपर कलेक्टर मीना मसराम जल्द ही बिलों के भुगतान की बात कर रही हैं लेकिन इन महिलाओं को हो रही समस्या कोई पहली बार भी नहीं इसके पहले भी अनेकों बार इन्हें इस ऑफिस से उस ऑफिस के चक्कर लगाने को मजबूर होना पड़ा है जो बताता है कि इन समस्याओं का कोई स्थायी समाधान अब तक तो नहीं खोजा जा सका है।

बाईट--श्यामा बाई भारिया, पात्र महिला
बाईट--विमला मरकाम,पात्र महिला
बाईट--अनंत राम कुलस्ते,क्लर्क बैगा विकास विभाग
बाईट--मीना मसराम,अपर कलेक्टर मण्डला
पीटूसी--मयंक तिवारी संवददाता मण्डला
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