मंडला। पर्यटकों को आकर्षित करने वाला विश्व प्रसिद्ध कान्हा नेशनल पार्क 4 महीने के बरसाती सीजन के बाद पर्यटकों के लिए खोल दिया गया है. कोरोना काल में यहां आने वाले सैलानियों को तमाम तरह की सावधानियां बरतने की हिदायत दी गई है. इसके अलावा नेशनल पार्क प्रंबधन ने भी सुरक्षा के भी कड़े इंतजाम किए हैं.
क्या हैं इंतजाम
- कान्हा नेशनल पार्क प्रबंधन के अनुसार कोरोना के बढ़ रहे संक्रमण को देखते हुए पर्यटकों को बिना स्क्रीनिंग पार्क के अंदर जाने की इजाजत नहीं होगी.
- इसके अलावा सर्दी-जुकाम से पीड़ित किसी भी व्यक्ति को पार्क के अंदर नहीं जाने देने की सलाह दी गई है.
- वाहनों को सेनिटाइज करने और कोरोना गाइडलाइन का पालन करना अनिवार्य होगा.
- जिन वाहनों में 6 पर्यटकों बैठते थे, उनके स्थान पर 4 और 18 पर्यटकों वाले केंटर वाहनों में 12 पर्यटकों को बैठने की अनुमति होगी.
- एक ही परिवार के 6 सदस्य एक वाहन पर जा सकते हैं.
- सामाजिक दूरी और मास्क हर किसी के लिए जरूरी होगा.
बीते सीजन हुआ काफी नुकसान
मार्च महीने में हुए लॉकडाउन के बाद से 15 जून तक कान्हा नेशनल पार्क को पर्यटकों के लिए पूरी तरह से बंद कर दिया गया था. ये वो सीजन होता है, जब सबसे ज्यादा सैलानी कान्हा नैशनल पार्क पहुंचते हैं और प्रकृति के साथ वन्य प्राणियों और टाइगर का दीदार करते हैं. ऐसे में कान्हा पर्यटन से जुड़े गाइड, जिप्सी संचालक और चालक से साथ ही होटल से लेकर हर तरह का व्यवसाय पूरी तरह से चौपट हो गया था. लोगों के आर्थिक हालात काफी प्रभावित हुए थे. ऐसे में पार्क के फिर खुलने से स्थानीय लोगों की एक बार फिर से उम्मीद जागी है कि यह सीजन अच्छा हो और बीते सीजन के नुकसान की भरपाई इस सीजन से हो सके.
पहले दिन पहुंचे महज 81 पर्यटक
कान्हा नेशनल पार्क के ओपन होने के पहले दिन 81 पर्यटक यहां की सैर करने पहुंचे, जबकि कोरोना काल में ही 15 से 30 जून तक पार्क खुलने के दौरान 15 दिनों में महज 200 सैलानी ही यहां आए थे. इनमें विदेशी पर्यटक शामिल नहीं थे. ऐसे में समझा जा सकता है कि कोरोना महामारी ने किस कदर कान्हा ट्यूरिज्म को नुकसान पहुंचाया है.