मंडला। इन दिनों मंडला जिले में देसी खजूर के पेड़ फलों से लद गए हैं. बमुश्किल एक हफ्ते बाद बाजार में इनकी आमद बढ़ जाएगी. खजूर को स्थानीय भाषा में छींद नाम से जाना जाता है. इस फल का एक तरफ तो स्वाद लाजवाब होता है, वहीं दूसरी ओर इसमें इतने गुण होते हैं कि, आहार विशेषज्ञ इसे हर किसी को एक बार जरूर खाने की सलाह देते हैं.
देसी खजूर यानी की छींद की पत्तियों का उपयोग हर घर में झाड़ू के रूप में जरूर होता है, इनसे शानदार सजावट की चीजें भी बनाई जाती हैं. साथ ही ग्रामीण क्षेत्रों में इससे बनी चटाई जमीन पर बिछाने, दरवाजों में पर्दे के तौर पर या फिर छोटी झोपड़ी और अनाज रखने की टोकरी, सर की टोपी जैसे इतने सामान बनाए जाते हैं कि, आप कल्पना भी नहीं कर सकते हैं, लेकिन हम आपको बताने जा रहे हैं देसी खजूर के गुणों की, जो रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने के साथ ही बहुत से रोगों के इलाज में भी उपयोगी है.
क्या हैं खजूर (छींद) के फायदे-
- दिल की करे देखभाल
खजूर में मौजूद पोटेशियम और फाइबर हमारे दिल को स्वस्थ रखते हैं, जिससे हार्ड अटैक का खतरा काफी हद तक टल जाता है.
- रक्तचाप नियंत्रित
खजूर में कोटेशन मैग्नीशियम होता है, जिसके चलते ये ब्लड प्रेशर को कंट्रोल करता है. साथ ही ब्लड प्रेशर के मरीजों को डॉक्टर खजूर या छींद खाने की सलाह देते है.
- कब्ज भगाएं
खजूर में भरपूर मात्रा में फाइबर मौजूद होता है, जिससे शरीर का पाचन तंत्र सुचारु रुप से कार्य करने में समर्थ होता है. खजूर पाचन तंत्र की सफाई करता है, वहीं डाइजेशन में भी काफी सहायक हैं.
- एनीमिया
मानव शरीर में होने वाली खून की कमी को काफी हद तक खजूर से दूर किया जा सकता है. इसका लगातार सेवन शरीर में हीमोग्लोबिन के स्तर को बढ़ाता है.
- हड्डियां होती हैं मजबूत
बढ़ती उम्र में हड्डियां कमजोर पड़ने लगती हैं, इसलिए बुजुर्गों को खजूर जरूर खाने चाहिए. वहीं हर उम्र के लोगों के लिए खजूर में मौजूद विटामिन, मिनरल्स रोगों से लड़ने की शक्ति प्रदान करता है, इसलिए हेल्दी लाइफस्टाइल के लिए खजूर बेहद जरूरी है. इसके सेवन से बीमारियां पास भी नहीं आ सकतीं.
- मां और बच्चे दोनों की देखभाल करता हैं
गर्भवती महिला को अपने साथ ही पेट में पल रहे बच्चे के स्वास्थ्य को देखते हुए खजूर का सेवन जरूर करना चाहिए. इससे एक तरफ तो जहां खून की कमी पूरी होती हैं, वहीं हड्डियां मजबूत होती हैं. साथ ही ये गर्भाशय को भी शक्ति प्रदान करता है. खजूर के सेवन से डिलीवरी के बाद होने वाली खून की कमी और बच्चे का विकास बहुत अच्छी तरह से हो पाता है.
खजूर में पाए जाने वालें तत्व
- विटामिन A से शरीर के अंग अच्छी तरह से विकसित होते हैं.
- विटामिन B दिल के लिये लाभदायी होता है. इससे दिल की मांसपेशियां मजबूत होती हैं, साथ ही भूख बढ़ती है.
- विटामिन C से शरीर की रोग प्रतिरोधक शक्ति बढ़ती है.
- यक्ष्मा के रोगी की कमजोरी दूर कर उसे बल प्रदान करता है.
- ये कफनाशक है.
सावधानी
- डायबिटीज के पेशेंट खजूर का सेवन ना करें.
- खजूर पचने में भारी होता है, इसका अधिक सेवन करने से दस्त हो सकती है.
गर्मियों के अंतिम पखवाड़े और हल्की बारिश होते ही छींद के पेड़ फलों से लद जाते हैं, जहां एक तरफ ये फल अपने मीठे स्वाद के चलते सूखे मेवे, अचार, मुरब्बा बनाने के काम आते हैं. वहीं दूसरी तरफ इन्हें पकने के बाद सीधे ही खाया जा सकता है, जो हर किसी के लिए स्वास्थ्य की दृष्टि से लाभदायक है. प्राकृतिक गुणों से भरपूर खजूर फल प्रकृति का बेमिसाल उपहार है, जो मानव शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाता है.