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इस मंदिर में भगवान भोलेनाथ के साथ विराजी हैं नौ शक्तियां, भक्तों की जुटती है भारी भीड़ - Hanuman ji with nine goddesses

खरगोन जिले में स्थित बाकी माता मंदिर में नवरात्रि में भक्तों की भारी भीड़ जुटती है. यह मंदिर 600 साल पुराना है जहां भगवान शिव के साथ नौ शक्तियां विराजमान है.

एकमात्र मंदिर जहां शिव के साथ विराजित है नौ शक्तियां
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Published : Sep 30, 2019, 7:39 AM IST

Updated : Sep 30, 2019, 2:37 PM IST

खरगोन। नवरात्रि के दूसरे दिन मां ब्रह्मचारिणी की आराधना की जाती है. मां ब्रह्मचारिणी को ज्ञान, वैराग्य और तपस्या की देवी कहा जाती है. खरगोन जिले में स्थित बाकी माता मंदिर में भी नवरात्रि में भक्तों की भारी भीड़ जुटती है. क्योंकि इस मंदिर में भगवान भोलेनाथ के साथ नौ देवियां एक साथ विराजमान हैं.

एकमात्र मंदिर जहां शिव के साथ विराजित है नौ शक्तियां

ये मंदिर है 600 साल पुराना, विशेष है यहां की मान्यता-बाकी माता का मंदिर 600 साल पुराना है. कहा जाता है कि शिव अपने नौ शक्तियों के साथ बालेश्वर के रुप में यहां विराजमान हैं, वही माना जाता है कि मंदिर के समीप बने कुएं में नौ दिनों तक स्नान करने से शारीरिक और मानसिक बीमारियां दूर हो जाती है.

नवरात्रि में भक्तों का लगता है तांता-
श्रद्धालुओं ने बताया कि यहां आने से आत्मिक शांति और माता की भक्ति प्राप्त होती है. नवरात्रि के पावन पर्व में यहां भक्तों का तांता लगा रहता है.बाकी माता मंदिर के पुजारी राधेश्याम भट्ट ने बताया कि 600 साल पहले इस मंदिर की स्थापना हुई थी. जहां भोलेनाथ के साथ नौ शक्तियां विराजमान है. ये मंदिर एकमात्र मंदिर है जहां नौ शक्तियां एक साथ विराजित है, साथ ही हनुमान जी नौ माताओं के बीच में विराजित है.

खरगोन। नवरात्रि के दूसरे दिन मां ब्रह्मचारिणी की आराधना की जाती है. मां ब्रह्मचारिणी को ज्ञान, वैराग्य और तपस्या की देवी कहा जाती है. खरगोन जिले में स्थित बाकी माता मंदिर में भी नवरात्रि में भक्तों की भारी भीड़ जुटती है. क्योंकि इस मंदिर में भगवान भोलेनाथ के साथ नौ देवियां एक साथ विराजमान हैं.

एकमात्र मंदिर जहां शिव के साथ विराजित है नौ शक्तियां

ये मंदिर है 600 साल पुराना, विशेष है यहां की मान्यता-बाकी माता का मंदिर 600 साल पुराना है. कहा जाता है कि शिव अपने नौ शक्तियों के साथ बालेश्वर के रुप में यहां विराजमान हैं, वही माना जाता है कि मंदिर के समीप बने कुएं में नौ दिनों तक स्नान करने से शारीरिक और मानसिक बीमारियां दूर हो जाती है.

नवरात्रि में भक्तों का लगता है तांता-
श्रद्धालुओं ने बताया कि यहां आने से आत्मिक शांति और माता की भक्ति प्राप्त होती है. नवरात्रि के पावन पर्व में यहां भक्तों का तांता लगा रहता है.बाकी माता मंदिर के पुजारी राधेश्याम भट्ट ने बताया कि 600 साल पहले इस मंदिर की स्थापना हुई थी. जहां भोलेनाथ के साथ नौ शक्तियां विराजमान है. ये मंदिर एकमात्र मंदिर है जहां नौ शक्तियां एक साथ विराजित है, साथ ही हनुमान जी नौ माताओं के बीच में विराजित है.

Intro:नवरात्रि के के दूसरे दिन ईटीवी की टीम खरगोन के बाकी माता मंदिर पहुंची जहां पर शिव अपनी शक्तियों के साथ विराजित है वही प्रायः देखा जाता है कि राम और सीता के साथ हनुमान विराजित होते हैं। परंतु यहां पर नौ देवियों के बीच हनुमान विराजीत है।



Body:खरगोन शहर के बीचों-बीच स्थित 600 वर्ष पुराने बाकी माता मंदिर में कहा जाता है कि शिव अपने नौ शक्तियों के साथ बालेश्वर के रूप में विराजमान है वही मंदिर के बाहर बने कुएं स्नान करने से शारीरिक और मानसिक बीमारियां दूर होती है वही एक श्रद्धालु ने बताया कि यहां आने से आत्मिक शांति और माता की भक्ति मिलती है नवरात्रि में यहां पर भक्तों का ताता लगा रहता है।
बाइट- श्रद्धालु
वही मंदिर के मंदिर पुजारी राधेश्याम भट्ट ने बताया कि 600 वर्ष पूर्व इस मंदिर की स्थापना हुई थी यहां पर भगवान भोलेनाथ के साथ 9 शक्तियां विराजितमान है। नौ माता विराजित वाला एकमात्र मंदिर है साथ ही हनुमान जी नौ माताओं के बीच विराजित है प्रायः हनुमान जी हनुमान जी राम और सीता के चरणों में देखे जाते हैं मंदिर के समीप प्राचीन कुएं के पानी से 9 दिनों तक स्नान करने से शारीरिक और मानसिक बीमारियों में फायदा होता है।
बाइट- राधेश्याम भट्ट पुजारी



Conclusion:
Last Updated : Sep 30, 2019, 2:37 PM IST
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