ETV Bharat / state

यहां मजार लेती है सांस, देखें पूरी खबर - Strange case came

आस्था कहे या श्रद्धा. खरगोन के गोपालपुरा गांव में एक ऐसा ही वाक्या सामने आया है. यहां गांव में स्थित एक मजार सांस ले रही है. जिले ग्रामीण चमत्कार बता रहे हैं.

मजार लेती है सांस,
author img

By

Published : Aug 25, 2019, 12:24 PM IST

खरगोन के गोपालपुरा गांव में एक अजीब बात सामने आई है. गांव की सौ साल पुरानी एक मजार सांस ले रही है. ऐसा वहां के ग्रामीण कर रहे हैं. जिसे देखने के लिए सुबह से शाम तक लोग यह नजारा देखने आ रहे हैं. ग्रामीण के मुताबिक मजार सांस ले रही है. जबकि समाजसेवी इसे ग्रामीणों का अंधविश्वास बता रहे हैं.

आस्था या श्रद्धा

गांव के ही मुकीम शेख ने बताया कि सांस की घटना रात के आठ बजे से रात 2 बजे तक चलती रही. इस घटना को ग्रामीणों सहित खरगोन के लोगों ने भी देखा है. ग्रामीण ने बताया कि ऐसा काफी दिनों के बाद हुआ है. ग्रामीण इसे चमत्कार बता रहे हैं.

वहीं ग्रामीण इसे गांव में किसी मुसीबत के एंगल से देख रहे हैं. इन लोगों का कहना है कि जब भी मजार सांस लेती है तब-तब, गांव में कोई ना कोई मुसीबत आती है.
मजार के सांस लेने की घटना को समाजसेवी अनवर दकियानूसी मान रहे हैं. उन्होंने कहा कि ग्रामीणों के पास रोजगार नहीं है, इसलिए गांव में इस प्रकार की अफवा फैलाई जा रही हैं. मजार किसी भी प्रकार से कैसे सांस ले सकती है. सांस लेने वाली बात की कोई सत्यता नहीं है.

खरगोन के गोपालपुरा गांव में एक अजीब बात सामने आई है. गांव की सौ साल पुरानी एक मजार सांस ले रही है. ऐसा वहां के ग्रामीण कर रहे हैं. जिसे देखने के लिए सुबह से शाम तक लोग यह नजारा देखने आ रहे हैं. ग्रामीण के मुताबिक मजार सांस ले रही है. जबकि समाजसेवी इसे ग्रामीणों का अंधविश्वास बता रहे हैं.

आस्था या श्रद्धा

गांव के ही मुकीम शेख ने बताया कि सांस की घटना रात के आठ बजे से रात 2 बजे तक चलती रही. इस घटना को ग्रामीणों सहित खरगोन के लोगों ने भी देखा है. ग्रामीण ने बताया कि ऐसा काफी दिनों के बाद हुआ है. ग्रामीण इसे चमत्कार बता रहे हैं.

वहीं ग्रामीण इसे गांव में किसी मुसीबत के एंगल से देख रहे हैं. इन लोगों का कहना है कि जब भी मजार सांस लेती है तब-तब, गांव में कोई ना कोई मुसीबत आती है.
मजार के सांस लेने की घटना को समाजसेवी अनवर दकियानूसी मान रहे हैं. उन्होंने कहा कि ग्रामीणों के पास रोजगार नहीं है, इसलिए गांव में इस प्रकार की अफवा फैलाई जा रही हैं. मजार किसी भी प्रकार से कैसे सांस ले सकती है. सांस लेने वाली बात की कोई सत्यता नहीं है.

Intro:

आस्था कहे श्रद्धा कहे या कहे अंधविश्वास कभी हिन्दू देवी देवताओं के दूध पीने की घटना तो कही मजार के स्वांस लेने के मामले सामने आते रहे है। ऐसा ही एक मामला खरगोन जिले के ग्राम गोपालपुरा में एक मजार के सांस लेने की खबर के बाद लोगों का मजार पर पहुंचना ओर इबादत का दौर शुरू हो गया।




Body:दरअसल खरगोन के ग्राम गोपालपुरा में एक मजार द्वारा साँस लिये जाने की बात को लेकर ग्राम सहित क्षेत्र में लोगो का हुजुम लग गया ।

ग्रामीणों की माने तो रात आठ बजे से मजार ने साँसे लेना शुरू कर दी थी। जो देर रात तक जारी थी। ग्रामीणों ने इस बात का बताया कि गोपालपुरा में सौ साल पुराने इस मजार द्वारा सांस लेने को दृश्य को कुछ लोगो ने करीब से देखा है जिसकी चर्चा फैलते ही लोगो की भीड़ जमा हो गयी। वही ईटीवी से चर्चा करते हुए ग्रामीणों ने बताया की ये कुदरत का करिश्मा है या आवाम से कुछ गलती हुई है जिसे लेकर हम आसपास की साफ़ सफाई के साथ कुरान का पाठ कर रहे है।
बाइट- मुकीम शेख ग्रामीण
इस घटना को तस्दीक करने के लिए वही पास में रहने वाले हिन्दू परिवार के गोविंद से बात की तो उन्होंने भी कहा कि यह मजार सौ साल पुरानी है। हमने यहां बाबा को घोड़े से जाते हुए देखा है। यहां मजार का सांस लेना चमत्कार है।
बाइट- गोविंद भालसे ग्रामीण
वही इसको लेकर समाज सेवी अनवर जिन्दरान ने कहा कि मजारे कभी सांस नही लेती यह अंधविश्वास है । बेरोजगारी है इसलिए लोग भ्रम फैला रहे है। पूछने पर कि ग्रामीण इसे चमत्कार या गलती होने से बाबा के नाराज होने की बात कह रहे है। तो उन्होंने कहा कि अविश्वास है ओर ग्रामीण तो हमेशा किसी न किसी भय में जीते है।
बाइट अनवर जिन्दरान समाजसेवी



बाईट।1

बाईट।2। गोविंद ग्रामीण






Conclusion:
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.