खरगोन के गोपालपुरा गांव में एक अजीब बात सामने आई है. गांव की सौ साल पुरानी एक मजार सांस ले रही है. ऐसा वहां के ग्रामीण कर रहे हैं. जिसे देखने के लिए सुबह से शाम तक लोग यह नजारा देखने आ रहे हैं. ग्रामीण के मुताबिक मजार सांस ले रही है. जबकि समाजसेवी इसे ग्रामीणों का अंधविश्वास बता रहे हैं.
गांव के ही मुकीम शेख ने बताया कि सांस की घटना रात के आठ बजे से रात 2 बजे तक चलती रही. इस घटना को ग्रामीणों सहित खरगोन के लोगों ने भी देखा है. ग्रामीण ने बताया कि ऐसा काफी दिनों के बाद हुआ है. ग्रामीण इसे चमत्कार बता रहे हैं.
वहीं ग्रामीण इसे गांव में किसी मुसीबत के एंगल से देख रहे हैं. इन लोगों का कहना है कि जब भी मजार सांस लेती है तब-तब, गांव में कोई ना कोई मुसीबत आती है.
मजार के सांस लेने की घटना को समाजसेवी अनवर दकियानूसी मान रहे हैं. उन्होंने कहा कि ग्रामीणों के पास रोजगार नहीं है, इसलिए गांव में इस प्रकार की अफवा फैलाई जा रही हैं. मजार किसी भी प्रकार से कैसे सांस ले सकती है. सांस लेने वाली बात की कोई सत्यता नहीं है.