खंडवा। जिले के सिंगाजी पवार प्लांट में 26 सितम्बर को प्लांट के रिजर्ववायर तालाब में एक युवक की लाश मिली थी. जिसके बाद स्थानीय लोगों के साथ विधायक नारायण पटेल के पुत्र सहित कई लोग पवार प्लांट के अंदर पहुंच गए, जहां उन्होंने मृतक को मुआवजा दिलाने की मांग की. इस दौरान किसी बात पर लोग नाराज हो गए और पवार प्लांट के अधिकारियों और कर्मचारियों के साथ मारपीट करने लगे.
वहीं पवार प्लांट के कर्मचारियों का आरोप हैं कि मांधाता विधायक नारायण पटेल के पुत्र ने उनके कर्मचारियों के साथ मारपीट कर उन्हें चोट पहुंचाई और साथ ही पवार प्लांट के कंट्रोल रूम में घुसकर उसे बंद भी कर दिया गया. जिसके बाद पवार प्लांट के कर्मचारी अपनी एफआईआर नहीं लिखे जाने से भी नाराज हैं ऐसे में पवार प्लांट बंद पड़ा हैं जिससे सरकार को रोज करोड़ों रूपये का नुकसान हो रहा है.
बता दें कि पवार प्लांट के जीएम ने आरोप लगते हुए कहा कि स्थानीय विधायक नारायण पटेल के पुत्र दीपक पटेल के भड़काने पर लोगों ने प्लांट में तोड़फोड़ की और पवार प्लांट को बंद कर दिया और साथ ही कहा कि हम लोग प्रशासन से एफआईआर लिखे जाने की मांग कर रहे हैं पर प्रशासन ने अभी तक आरोपियों पर मामल दर्ज नहीं किया है. वहीं यूनियन के कर्मचारी विकास परिहार ने आरोप लगाया कि प्रशासन पुरे मामले को असहाय करता नजर आ रहा हैं और उन्होंने बताया की जिला कलेक्टर से इस मामले को लेकर जब उनकी मुलाकात हुई तो उन्होंने भी इस मामले में एफआईआर दर्ज करने की बात कही जबकि इस मामले में सिर्फ एक टीआई ही एफआईआर दर्ज कर सकता है.