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कटनी: कोरोना जांच के लिए स्थापित की गई टू नाट मशीन - कोरोना जांच के लिए ट्रू-नोट मशीन

अब कटनी में भी कोरोना वायरस की जांच की जा सकेगी. जिला असपताल में ट्रू-नाट मशीन स्थापित की गई है, जिससे संदिग्ध मरीजों की पुष्टि कर इलाज किया जा सकता है.

True-net machine installed for corona testing
कोरोना जांच के लिए स्थापित ट्रू-नाट मशीन
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Published : Jun 24, 2020, 11:46 AM IST

कटनी। लगातार बढ़ रहे कोरोना संक्रमण की जांच के लिए अलग-अलग मशीनों का उपयोग किया जा रहा है, ताकि जल्द से जल्द संक्रमित मरीज को इलाज मिल सकें. इसी कड़ी में कोरोना संक्रमण के संदिग्ध मरीजों की जांच अब जिले में भी की जा सकेगी. रक्त के नमूने की जांच के लिए ट्रू-नाट मशीन से परीक्षण प्रारंभ कर दिया गया है. इससे एक दिन पहले ही आईसीएमआर से प्राप्त रिपोर्ट के दो नमूनों की जांच कर मशीन की टेस्टिंग की गई थी. टेस्टिंग में ट्रू-नाट मशीन से प्राप्त नतीजे सही होने के बाद 24 जून से प्रारंभ कर दी गई.

जिला हॉस्पिटल प्रबंधन ने बताया की मशीन की क्षमता के अनुसार प्रतिदिन 30 कोरोना मरीजों की जांच की जा सकती है, लेकिन प्रत्येक जांच में लगने वाले समय को देखते हुए प्रतिदिन 15 से 20 जांच होंगी.

कोरोना वायरस के लिए गठित रेपिड रिस्पांस टीम के प्रमुख डॉक्टर समीर सिंघई ने बताया कि मशीन की क्षमता प्रतिदिन 30 परीक्षण करने की है. यह बात जरूर है कि मरीज का कोरोना सैंपल जांच के लिए जबलपुर स्थित आईसीएमआर भेजा जाएगा.

बताया जा रहा है कि ट्रू-नेट मशीन से एक बार जांच करने में 30 से 45 मिनट तक का समय लग सकता है. शुरूआत में अनुमान लगाया जा रहा है कि प्रतिदिन 15 से 20 जांच हो पाएंगी.

कटनी। लगातार बढ़ रहे कोरोना संक्रमण की जांच के लिए अलग-अलग मशीनों का उपयोग किया जा रहा है, ताकि जल्द से जल्द संक्रमित मरीज को इलाज मिल सकें. इसी कड़ी में कोरोना संक्रमण के संदिग्ध मरीजों की जांच अब जिले में भी की जा सकेगी. रक्त के नमूने की जांच के लिए ट्रू-नाट मशीन से परीक्षण प्रारंभ कर दिया गया है. इससे एक दिन पहले ही आईसीएमआर से प्राप्त रिपोर्ट के दो नमूनों की जांच कर मशीन की टेस्टिंग की गई थी. टेस्टिंग में ट्रू-नाट मशीन से प्राप्त नतीजे सही होने के बाद 24 जून से प्रारंभ कर दी गई.

जिला हॉस्पिटल प्रबंधन ने बताया की मशीन की क्षमता के अनुसार प्रतिदिन 30 कोरोना मरीजों की जांच की जा सकती है, लेकिन प्रत्येक जांच में लगने वाले समय को देखते हुए प्रतिदिन 15 से 20 जांच होंगी.

कोरोना वायरस के लिए गठित रेपिड रिस्पांस टीम के प्रमुख डॉक्टर समीर सिंघई ने बताया कि मशीन की क्षमता प्रतिदिन 30 परीक्षण करने की है. यह बात जरूर है कि मरीज का कोरोना सैंपल जांच के लिए जबलपुर स्थित आईसीएमआर भेजा जाएगा.

बताया जा रहा है कि ट्रू-नेट मशीन से एक बार जांच करने में 30 से 45 मिनट तक का समय लग सकता है. शुरूआत में अनुमान लगाया जा रहा है कि प्रतिदिन 15 से 20 जांच हो पाएंगी.

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