कटनी। कोरोना वैश्विक महामारी से पहले भले ही कटनी नगर निगम पर आरोप लगते रहे हैं, लेकिन कोरोना संक्रमण काल में निगम की बेहतर छवि सामने आई है. नगर निगम ने लॉकडाउन अवधि में दर्ज सभी शिकायतों का निराकरण कर यह बात साबित कर दिया है कि उनकी छवि खराब नहीं है, कोरोना महामारी और लॉक डाउन के बीच कटनी शहर में साफ-सफाई सहित आम लोगों तक खाना पहुंचाने की जिम्मेदारी कटनी नगर निगम के पास थी.
लॉकडाउन की जब शुरुआत हुई तो बड़ी चुनौतियां भी सामने आईंं लेकिन कटनी जिला प्रशासन ने ड्राई राशन वितरण और पका हुआ भोजन वितरण की जिम्मेदारी निगम प्रशासन के कंधों पर डाल दी. शुरुआती दौर में लगातार शिकायतों का अंबार रहा और खाना नहीं पहुंचाने की शिकायतें भी पहुंचने लगीं. इसी के साथ सीवरेज जाम साफ-सफाई जैसी शिकायतों का अंबार लगा रहा. लेकिन हमेशा शिकायतों के निराकरण में नीचे पायदान पर रहने वाले निगम प्रशासन ने कोरोना काल की सभी शिकायतों का निराकरण कर दिया है.
नगर निगम प्रशासन ने अब तक 95 फीसदी शिकायतों का निराकरण कर दिया है. आंकड़ों की बात करें तो लॉकडाउन लगने के बाद से 657 शिकायतें दर्ज हुई थीं, जिनमें से कुल 612 शिकायतों का निराकरण किया जा चुका है. निगम अधिकारी की मानें तो यह शिकायतें लॉकडाउन अवधि में साफ-सफाई, रोड लाइट और सीवर जाम सहित अन्य समस्याएं संबंधित रही हैं. जिनमें से 95 फीसदी समस्याओं का निराकरण कर दिया गया है. नगर निगम के आंकड़ों के अनुसार शहर के 45 वार्डों से 657 शिकायतें आई. जिनमें से 600 से अधिक शिकायतों का निराकरण कर दिया गया. बहरहाल नगर निगम में कोविड-19 के दौरान पहुंची शिकायतों का निराकरण कर अधिकारियों ने आमजन को सहूलियत दी है. बता दें कि लॉकडाउन में भी वहां से लगातार मिलने वाली शिकायतों का निराकरण निरंतर जारी है.