देवास: देवास जिले के सोनकच्छ क्षेत्र के दौरे पर पहुंचे मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने लाड़ली बहना योजना की 1.27 करोड़ से अधिक बहनों के खातों में ₹1553 करोड़ की राशि सिंगल क्लिक के माध्यम से भेजी. इसके साथ ही किसान कल्याण योजना के तहत 81 लाख हितग्राहियों के खातों में ₹1624 करोड़ और सामाजिक सुरक्षा पेंशन योजना के 56 लाख हितग्राहियों के खातों में ₹337 करोड़ से अधिक की राशि का सिंगल क्लिक के माध्यम से भेजी. मुख्यमंत्री ने सोनकच्छ क्षेत्र को ₹144.84 करोड़ के विकास कार्यों की सौगात भी दी.
धीरे-धीरे लाड़ली बहनों के खाते में आएंगे 3000 रुपये
इस मौके पर मुख्यमंत्री डॉ.मोहन यादव ने कहा "महिलाओं को सशक्त करना हमारी सरकार का मुख्य लक्ष्य है. मेरी लाड़ली बहनें आत्मनिर्भरता की सीढ़ी चढ़ें, वृद्धजन सम्मान व स्वाभिमान से जीवनयापन करें, अन्नदाता के आंगन में खुशहाली की फसल लहलहाए. यही हमारा ध्येय है. सरकार इस दिशा में काम कर रही है." इसके साथ ही मुख्यमंत्री मोहन यादव ने कहा "हमारी लाड़ली बहनें चिंता न करें. बहुत जल्द हमारी सरकार लाड़ली बहनों के खातों में हर माह 3 हजार रुपये डालेगी. ये काम धीरे-धीरे किया जाएगा."
हमारा संकल्प...
— Dr Mohan Yadav (@DrMohanYadav51) February 10, 2025
हर वर्ग का कल्याण, उत्थान, और सम्मान
आज देवास जिले के सोनकच्छ में जनता-जनार्दन की स्नेह वर्षा के बीच प्रदेश की लाड़ली बहना योजना की 1.27 करोड़ से अधिक बहनों के खातों में ₹1553 करोड़, मुख्यमंत्री किसान कल्याण योजना के 81 लाख हितग्राहियों के खातों में ₹1624 करोड़… pic.twitter.com/2ue46xmwUb
विधानसभा चुनाव से पहले शुरू हुई थी लाड़ली बहना योजना
बता दें कि तत्कालीन मुख्यमंत्री शिवराज सिंह ने चौहान लाड़ली बहना योजना का शुभारंभ करते हुए हर माह बहनों के खाते में 1000 रुपये भेजना शुरू किए थे. इसके बाद रक्षाबंधन पर ये राशि 250 बढ़ाकर 1250 कर दी गई थी. शिवराज ने कहा था कि बहनों के खाते में ये राशि धीरे-धीरे बढ़ाकर 300 तक की जाएगी. इसी योजना के दम पर साल 2023 के विधानसभा चुनाव में बीजेपी ने भारी बहुमत प्राप्त किया था. इसके बाद लाड़ली बहनों के खाते में हर माह की 10 तारीख से पहले ये राशि खातों में जमा हो रही है.
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कालीसिंध-पार्वती चंबल नदी जोड़ो परियोजना
गौरतलब है कि देवास जिले के सोनकच्छ क्षेत्र के पीपलरावां में मुख्यमंत्री पहुंचे. मुख्यमंत्री यहां सबसे पहले कलश यात्रा में शामिल हुए. यहां कालीसिंध, पार्वती और चंबल नदी के पानी से क्षेत्र में निकाली गई कलश यात्रा का समापन हुआ. इस मौके पर मुख्यमंत्री ने कहा "आज लाड़ली बहनों के लिए सच्चे अर्थ में रक्षाबंधन है. कालीसिंध, चंबल, पार्वती का जल ही नहीं बल्कि जीवन है. कालीसिंध नदी के लिए 13 जिले जुड़े हैं. कोई गांव खाली नहीं रहेगा. हर जगह पानी पहुंचेगा."