झाबुआ। झाबुआ जिले में कोरोना वैक्सीन का पहला और दूसरा डोज लगवाने के लिए लोगों ने जबर्दस्त उत्साह दिखाया था. इसके चलते निर्धारित लक्ष्य से अधिक अधिक काम हुआ. किशोरों और बच्चों के टीकाकरण की स्थिति भी संतोषजनक रही. इस बीच संक्रमण की रफ्तार कम होते-होते थम सी गई तो लोगों ने टीकाकरण से दूरी बना ली. इसका असर प्रिकॉशन डोज के लक्ष्य पर पड़ा. जिले में 6 लाख 23 हजार 259 लोगों को प्रिकॉशन डोज लगाना था. इसके विरुद्ध अब तक 2 लाख 54 हजार 573 ने ही टीका लगवाया. यह निर्धारित लक्ष्य का 40.8% है.
लोगों की सूचना दी जाएगी : अब जैसे ही चीन में कोरोना के नए वैरिएंट BF.7 से लाखों लोगों के संक्रमित होने की खबर सामने आई वैसे ही झाबुआ में सेकंड डोज और प्रिकॉशन डोज लगवाने के लिए लोग टीकाकरण केंद्र पर पहुंचने लगे. अब परेशानी ये है कि स्वास्थ्य विभाग के पास केवल कोवैक्सीन के डोज ही उपलब्ध हैं. कोवीशील्ड और कार्बोवैक्स नहीं है. ऐसे में जिन्हें पहला या दूसरा डोज कोविशील्ड या कार्बोवैक्स का लगा है, उनका टीकाकरण केंद्र पर नाम और मोबाइल नंबर दर्ज किया जा रहा है. जब वैक्सीन की उपलब्धता होगी, तब उन्हें सूचना दी जाएगी.
6 महीने बाद लगवा सकते हैं प्रिकॉशन डोज : जिन लोगों को सेकंड डोज लगे 6 माह या इससे अधिक समय हो चुका है, वे सब प्रिकॉशन डोज लगवाने की पात्रता रखते हैं. वे अपने नजदीकी टीकाकरण केंद्र पर जाकर वैक्सीन लगवा सकते हैं. इसके लिए उन्हें अपना आधार कार्ड और रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर बताना होगा. टीकाकरण केंद्र पर ड्यूटी कर रही साधना बघेल ने बताया जिन लोगों को सेकंड डोज या प्रिकॉशन डोज लगना है, उनमें से हर रोज हम 50 लोगोंको कॉल कर रहे थे. वे लोग कोरोना संक्रमण को खत्म मानकर वैक्सीन लगवाने नहीं आ रहे थे. अब जब चीन में संक्रमण फैलने की खबर आई तो अपने आप ही केंद्र पर लोग आने लगे.