झाबुआ। राजगढ़ नाके पर स्थित पीएचई की जमीन को लेकर अब सियासत शुरू हो गई है. इस मामले में पहले राजगढ़ नाका मित्र मंडल के वरिष्ठ सदस्य शैलेष दुबे ने कमलनाथ सरकार पर आरोप लगाते हुए जमीन पर जबरन तार फेंसिंग करवाने का आरोप लगाया था, तो वहीं सदस्यों ने पहले कलेक्टर और फिर प्रभारी मंत्री इंदरसिंह परमार को ज्ञापन भी सौंपा था. अब इस मुद्दे पर कांग्रेस विधायक कांतिलाल भूरिया का बयान आया है, इसमें उन्होंने राजगढ़ नाका मित्र मंडल से जुड़े भाजपा नेताओं पर गरबे के नाम पर पूरे जिले से चंदा वसूली का आरोप लगाया है. Kantilal Bhuria Target BJP
भाजपा की हकीकत जान गई जनता: कांतिलाल भूरिया ने कहा "झाबुआ की जनता और अधिकारी भाजपा की हकीकत जान गए और अब चंदा नहीं देते, इसलिए वे नवरात्रि महोत्सव के नाम पर कमलनाथ सरकार पर आरोप लगाते हुए बहानेबाजी कर रहे हैं. गरबा समिति के कर्ताकर्ता भाजपा नेता अब नवरात्रि महोत्सव नहीं करने का जो कारण बता रहे हैं, वह हास्यापद है. वास्तविकता यह है कि आगामी समय में नगर पालिका चुनाव होना है, चंदा वसूली के कारण ही भाजपा पिछला नगर पालिका चुनाव हारी थी इसलिए अब वे अलग-अलग आरोप लगा रहे हैं." Kantilal Bhuria Target BJP Over Navratri Garba
धार्मिक कार्य के लिए कर सकते हैं खुली भूमि का उपयोग: कांग्रेस विधायक कांतिलाल भूरिया ने कहा "धार्मिक कार्यों के लिए किसी भी प्रकार की खुली भूमि का उपयोग किया जा सकता है, वर्तमान में झाबुआ शहर में छोटे बडे 50 से अधिक स्थानों पर गणेश उत्सव मनाए जाएंगे और उनके पंडाल अधिकतर शासकीय भूमि पर ही लगेंगे. किसी शासकीय भूमि पर पूर्णतः कब्जा करना गैर कानूनी है, भाजपा नेता पीएचई की जमीन को गरबा महोत्सव के नाम पर अपने निजी उपयोग के लिए आम जनता को साथ लेकर प्रशासन पर दबाव बनाने में लगे हैं, जो कि अनुचित है. Congress Leader Kantilal Bhuria
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सभी के सहयोग से होते हैं सार्वजनिक कार्यक्रम: फिलहाल अब कांग्रेस विधायक के आरोप का जवाब नवदुर्गा महोत्सव समिति राजगढ़ नाका के सदस्य ओम शर्मा ने दिया है. उन्होंने कहा "पिछले 32 सालों से हम नवरात्रि का आयोजन कर रहे हैं, जनसहयोग से ये कार्यक्रम होता है. मैं हमारे विधायक कांतिलाल भूरिया से पूछना चाहूंगा कि कोई भी सार्वजनिक कार्यक्रम जन सहयोग से होता है, या व्यक्तिगत रूप से किया जाता है. कांग्रेस की 15 महीने की सरकार में माताजी का पंडाल तोड़ दिया गया, जनता के टैक्स का पैसा उन्होंने चर्च और कब्रिस्तान को दिया, लेकिन जब हिन्दू समाज की बात आती है तो उनका व्यवहार बदल जाता है." Navratri Garba 2022