झाबुआ। जिले के किसानों की आर्थिक स्थिति को मजबूत करने वाली माही परियोजना के कैनाल से रामगढ़ के किसानों को पानी नहीं मिल रहा. इस परियोजना को पेटलावाद विकासखंड के किसानों को सिंचाई के लिए पर्याप्त पानी की उपलब्धता के उद्देश्य को ध्यान में रखकर बनाया है. लेकिन अब क्षेत्र के किसानों को पानी के लिए चक्का जाम और सड़क बंद करने जैसी युक्ति अपनाना पड़ रही है. रामगढ़ क्षेत्र के किसानों का आरोप है कि पिछले 1 महीने से उनके खेतों में पानी नहीं है. जिससे फसलें खराब हो रही है. इस मामले को लेकर कई बार जिम्मेदार अधिकारियों से शिकायत की गई मगर उनकी सुनवाई नहीं हुई, जिसके चलते रविवार को थांदला बदनावर स्टेट हाईवे पर उन्हें चक्का जाम करना पड़ा.
फसलें हो रही खराब
माही परियोजना के तहत 30000 हेक्टेयर में जल संसाधन विभाग की नेहरों के माध्यम से किसानों के खेतों तक पानी पहुंचाने का लक्ष्य रखा गया है. लेकिन रामगढ़ के किसानों को पिछले 40 दिनों से सिंचाई के लिए पानी नहीं मिला रहा, जिससे उनके खेतों में खड़ी टमाटर, मिर्ची, गेहूं और चने की फसलें खराब हो रही हैं.
किसानों ने किया चक्काजाम
कई बार निवेदन और आवेदन देने के बाद भी माही परियोजना के अधिकारी कैनाल से पानी नहीं छोड़ रहे. जिसके चलते आक्रोशित किसानों ने रविवार सुबह ग्राम कयडावद में बदनावर-थांदला स्टेट मार्ग पर ट्रैक्टर रखकर चक्काजाम कर दिया. किसानों ने जय जवान और जय किसान के नारे लगाए और अधिकारियों से उनके खेतों में पानी उपलब्ध कराए जाने की मांग की. किसानों का कहना था कि यदि उनकी सुनवाई नहीं की गई तो वे पेटलावद में जाकर सड़के जाम करेंगे. कयडावद में जाम के चलते सड़क के दोनों ओर वाहनों की लंबी कतारें लग गई. जिससे इस मार्ग से गुजरने वाले सेकड़ो वाहन चालकों और यात्रियों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ा.
पुलिस ने किसानों को दी समझाइश
स्टेट हाईवे पर किसानों द्वारा चक्का जाम की सूचना मिलने के बाद पेटलावद पुलिस मोके पर पहुंची और किसानों को चक्काजाम हटाकर विरोध करने की समझाइश दी. लेकिन काफी देर तक किसान पुलिस की बात मानने से इनकार करते रहे. इस मामले में जिम्मेदार अधिकारियों ने टेलीफोन पर किसानों को जल्द केनाल के माध्यम से पानी उपलब्ध कराए जाने का आश्वासन दिया है.
किसानों का आरोप चौकीदारों के भरोसे परियोजना
30,000 हेक्टेयर से अधिक भूमि को सिंचित करने वाली इस परियोजना के संचालन को लेकर किसानों ने बड़ा आरोप लगाया है. किसानों का कहना है कि माही परियोजना के तहत तय शेड्यूल के हिसाब से किसानों को पानी नहीं दिया जा रहा. जिससे उनकी फसलें खराब हो रही हैं.