जबलपुर। सावन महीना आने के बाद भी जिले में मानसून ने जोर नहीं पकड़ा है. बारिश नहीं होने के कारण किसानों को अभी भी खेतों में पानी के लिए तरसना पड़ रहा है. जिले में सालाना बारिश का औसत आंकड़ा 55 इंच है, लेकिन इस मानसून सीजन में अभी तक केवल आठ इंच तक बारिश हुई है, ऐसे में जिले में खरीफ की फसलों की लक्ष्य से एक तिहाई भी बुआई नहीं हो पाई है. जिन किसानों ने बुआई कर दी है, वह सिंचाई के लिए पानी नहीं मिलने से परेशान हैं.
वैसे तो मानसून ने 28 जून को जिले में दस्तक दे दी थी. लेकिन अब तक यहां केवल आठ इंच बारिश हुई है. बीते एक सप्ताह से तो बारिश ही नहीं हुई है. ऐसे में किसान खरीफ की फसलों की बुआई नहीं कर पा रहे हैं और जिन किसानों ने धान की फसल बो दी है,वह अब बारिश नहीं होने से परेशान हैं. सरकारी आंकड़ों के मुताबिक जिले में अब तक खरीफ फसलों की केवल 30 फीसदी बुआई हुई है. ऐसे में अगर बारिश नहीं होती है या किसानों को सिंचाई का पानी नहीं मिलता है तो मुश्किलें और बढ़ जाएगी.
वहीं किसानों ने अपनी परेशानी बताते हुए जिला प्रशासन से पर्याप्त बिजली और बरगी बांध की नहरों को दुरुस्त कर सिंचाई के लिए पानी देने की मांग की है. किसानों की मांग पर कलेक्टर ने कृषि और सिंचाई विभाग को अलर्ट करते हुए किसानों को सिंचाई के लिए पानी देने का आदेश दिया है. साथ ही बारिश की कमी पर जल्द ही विभागीय बैठक करने की बात कही है.