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MP Scooty Yojana: प्रतिभाओं को शिवराज सरकार दे रही 'हौसलों की उड़ान', 170 टॉपर्स बच्चों को गिफ्ट की स्कूटी, पढ़ें आरजू-पवित्रा की कहानी - Jabalpur news update

पूरे प्रदेश में मध्यप्रदेश की शिवराज सरकार की स्कूटी योजना की चर्चा हो रही है. सरकार ने अब तक जबलपुर में 170 टॉपर्स बच्चों की स्कूटी गिफ्ट की है. सरकार की तरफ से 5 हजार छात्र-छात्राओं को इस योजना के तहत स्कूटी गिफ्ट करने का लक्ष्य रखा है. इसके लिए सरकार 50 करोड़ रुपए खर्च करेगी.

CM scooty yojana
सीएम स्कूटी योजना
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By ETV Bharat Madhya Pradesh Team

Published : Aug 24, 2023, 1:41 PM IST

Updated : Aug 29, 2023, 2:32 PM IST

जबलपुर। सपनों की उड़ान की कोई सीमा नहीं होती, बस हौसलों की जरुरत होती है. ऐसे ही प्रतिभाशाली लोगों का हौसला बढ़ाने में मध्यप्रदेश सरकार पीछे नहीं है. हाल ही में शहर की रहने वाली पवित्रा नामदेव समेत 170 प्रतिभाशाली बच्चों की उपलब्धि पर सरकार ने उन्हें स्कूटी गिफ्ट की है. पिता टेलर और मां बस कंडेक्टर हैं, इसके बाद भी आर्थिक मजबूरी पवित्रा जैसे बच्चों के लिए राह का रोड़ा नहीं बनीं. उन्होंने शहर के सबसे बड़े सरकारी स्कूल में बायोलॉजी स्ट्रीम में न सिर्फ टॉप किया, बल्कि उनकी इस उपलब्धि पर सरकार ने उन्हें सम्मानित भी किया.

1. तहसीलदार बनना चाहती हैं पवित्रा: बेहद गरीब परिवार से आने वाली पवित्रा नामदेव एमएलबी स्कूल की टॉपर हैं. उन्होंने हाल ही में 12वीं कक्षा की परीक्षा में स्कूल में टॉप कर 92% अंक हासिल किए. पिता और मां को अपनी उपलब्धि का श्रेय देती पवित्रा ने बताया, "उनके परिवार ने उन्हें पढ़ा लिखा दिया, उन्हीं की दी हुई सीख ने मुझे आगे बढ़ने का जज्बा दिया, उन्हें अंदाजा नहीं था कि उनकी पढ़ाई लिखाई से इतना बड़ा तोहफा हासिल होगा. वो आगे जाकर तहसीलदार बनना चाहती हैं.

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2. पवित्रा की तरह आरजू की कहानी: ऐसी ही कहानी आरजू नाम की छात्रा की है. जबलपुर के अधारताल की एक बस्ती में रहने वाली आरजू के पिता मोहम्मद रईस ऑटो चालक और मां हाउस वाइफ हैं. पिता की पढ़ाई सातवीं क्लास तक हुई, तो मां ने कभी स्कूल की चौखट नहीं लांघी. सीएम राइस स्कूल में पढ़ाई कर चुकी आरजू ने स्कूल में टॉप कर 87% अंक हासिल किए. उनकी इस उपलब्धि पर सरकार की तरफ से उन्हें स्कूटी गिफ्ट में मिली है. आरजू का एक भाई है, जो सातवीं तक ही पढ़ सके हैं. आरजू आगे जाकर पुलिस प्रशासन की नौकरी हासिल कर बतौर अधिकारी समाज की सेवा करना चाहती हैं.

मध्य प्रदेश सरकार की प्रभावी योजना: मध्यप्रदेश की शिवराज सरकार की यह योजना बेहद प्रभावी है. सरकार ने 5 हजार छात्र-छात्राओं को स्कूटी बांटने का लक्ष्य बनाया है. अकेले जबलपुर में इस योजना के तहत 170 स्कूटी प्रतिभाशाली छात्र-छात्राओं को बांटी जा चुकी है. इस योजना में लगभग में 50 करोड़ रुपए का खर्च होना है.

जबलपुर। सपनों की उड़ान की कोई सीमा नहीं होती, बस हौसलों की जरुरत होती है. ऐसे ही प्रतिभाशाली लोगों का हौसला बढ़ाने में मध्यप्रदेश सरकार पीछे नहीं है. हाल ही में शहर की रहने वाली पवित्रा नामदेव समेत 170 प्रतिभाशाली बच्चों की उपलब्धि पर सरकार ने उन्हें स्कूटी गिफ्ट की है. पिता टेलर और मां बस कंडेक्टर हैं, इसके बाद भी आर्थिक मजबूरी पवित्रा जैसे बच्चों के लिए राह का रोड़ा नहीं बनीं. उन्होंने शहर के सबसे बड़े सरकारी स्कूल में बायोलॉजी स्ट्रीम में न सिर्फ टॉप किया, बल्कि उनकी इस उपलब्धि पर सरकार ने उन्हें सम्मानित भी किया.

1. तहसीलदार बनना चाहती हैं पवित्रा: बेहद गरीब परिवार से आने वाली पवित्रा नामदेव एमएलबी स्कूल की टॉपर हैं. उन्होंने हाल ही में 12वीं कक्षा की परीक्षा में स्कूल में टॉप कर 92% अंक हासिल किए. पिता और मां को अपनी उपलब्धि का श्रेय देती पवित्रा ने बताया, "उनके परिवार ने उन्हें पढ़ा लिखा दिया, उन्हीं की दी हुई सीख ने मुझे आगे बढ़ने का जज्बा दिया, उन्हें अंदाजा नहीं था कि उनकी पढ़ाई लिखाई से इतना बड़ा तोहफा हासिल होगा. वो आगे जाकर तहसीलदार बनना चाहती हैं.

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2. पवित्रा की तरह आरजू की कहानी: ऐसी ही कहानी आरजू नाम की छात्रा की है. जबलपुर के अधारताल की एक बस्ती में रहने वाली आरजू के पिता मोहम्मद रईस ऑटो चालक और मां हाउस वाइफ हैं. पिता की पढ़ाई सातवीं क्लास तक हुई, तो मां ने कभी स्कूल की चौखट नहीं लांघी. सीएम राइस स्कूल में पढ़ाई कर चुकी आरजू ने स्कूल में टॉप कर 87% अंक हासिल किए. उनकी इस उपलब्धि पर सरकार की तरफ से उन्हें स्कूटी गिफ्ट में मिली है. आरजू का एक भाई है, जो सातवीं तक ही पढ़ सके हैं. आरजू आगे जाकर पुलिस प्रशासन की नौकरी हासिल कर बतौर अधिकारी समाज की सेवा करना चाहती हैं.

मध्य प्रदेश सरकार की प्रभावी योजना: मध्यप्रदेश की शिवराज सरकार की यह योजना बेहद प्रभावी है. सरकार ने 5 हजार छात्र-छात्राओं को स्कूटी बांटने का लक्ष्य बनाया है. अकेले जबलपुर में इस योजना के तहत 170 स्कूटी प्रतिभाशाली छात्र-छात्राओं को बांटी जा चुकी है. इस योजना में लगभग में 50 करोड़ रुपए का खर्च होना है.

Last Updated : Aug 29, 2023, 2:32 PM IST
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