जबलपुर। भोपाल से नई दिल्ली के लिए वंदे भारत एक्सप्रेस शुरू होने के बाद अब जबलपुर में भी इस ट्रेन के लिए सरगर्मियां तेज हो गई हैं. पश्चिम मध्य रेलवे के अधिकारियों ने जबलपुर से इंदौर के बीच ट्रैक को जांचना शुरू कर दिया है. हालांकि, अभी तक इस मामले में रेलवे अधिकारी कोई खुलासा नहीं कर रहे हैं लेकिन सूत्रों के हवाले से जो जानकारी मिली है, उसके अनुसार जबलपुर से इंदौर के बीच वंदे भारत एक्सप्रेस अपनी पूरी स्पीड से नहीं चल पाएगी.
160 किलोमीटर प्रति घंटा की रफ्तार में बाधा: दरअसल, पश्चिम मध्य रेलवे के जबलपुर-इंदौर ट्रैक पर 160 किलोमीटर प्रति घंटा की रफ्तार से रेलगाड़ी चलाने में कुछ बाधाएं हैं इसलिए यहां इस सुपरफास्ट एक्सप्रेस की रफ्तार कुछ कम हो जाएगी. जबलपुर से इंदौर के बीच का सफर 6 से 7 घंटे में ही पूरा हो सकेगा. फिलहाल जो रेलगाड़ियां जबलपुर से इंदौर के बीच चल रही हैं, वे 10 से 12 घंटे में मंजिल तक पहुंंचाती हैं.
स्थानीय नेता बोलने से बच रहे: जिस तेजी से अधिकारियों ने इस रूट की व्यवस्थाओं की बारीकियां जाची हैं, उससे लगता है कि बहुत जल्द इस ट्रैक पर वंदे भारत एक्सप्रेस की घोषणा हो सकती है. अभी तक भारत में वंदे भारत रेलगाड़ियों की घोषणाएं प्रधानमंत्री कार्यालय से ही हुई हैं. ऐसे में बड़ी संभावना है कि जबलपुर और इंदौर के बीच चलने वाली वंदे भारत एक्सप्रेस की घोषणा भी प्रधानमंत्री कार्यालय से ही होगी. यही वजह है कि स्थानीय नेता इस मुद्दे पर बोलने से बच रहे हैं.
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मिलेगा राजनीतिक लाभ: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जब पहली बार चुनाव जीतकर सत्ता में आए थे, तब उन्होंने देश में बुलेट ट्रेन चलाने की बात कही थी. तभी से जनता को उम्मीद बंधी थी कि उनके स्टेशनों से भी तेज रफ्तार गाड़ियां चलेंगी. तेज रफ्तार रेलगाड़ियां पहले भी चलती रही हैं लेकिन इसका राजनीतिक लाभ पहली बार देखने को मिल रहा है. वंदे भारत एक्सप्रेस को लेकर लोगों में कुछ ज्यादा ही उत्साह है. ऐसे में लगता है कि यह रेलगाड़ी बीजेपी के राजनीतिक सफर को भी आसान कर देगी और सत्ता के रेलवे स्टेशन तक एक बार फिर पहुंचाने में मददगार साबित होगी.