जबलपुर। राज्य सरकार के सहयोग से मध्यप्रदेश के कई शहरों में अंतरराष्ट्रीय स्तर की फिल्में बनाई जा रही हैं. हाल ही में संस्करधानी जबलपुर में भी हैदराबाद की एक कंपनी फिल्म की शूटिंग कर रही है. जबलपुर में करीब बीते दो माह से यह कंपनी अलग- अलग क्षेत्र में शूटिंग कर रही थी. लेकिन मंगलवार को जब फिल्म कंपनी की टीम मां नर्मदा के ग्वारीघाट में एक दृश्य फिल्मांकन कर रही थी, उस दौरान हंगामे की स्थिति बन गई.
- भाजपा नेताओं ने बंद कराई फिल्म की शूटिंग
जानकारी के मुताबिक मंगलवार की रात जब हैदराबाद से आई फिल्म निर्माण कंपनी ने जब फिल्म शूटिंग के दौरान करोड़ों की लागत से बने धार्मिक सिद्ध घाट व उमा घाट को बुरी तरह क्षतिग्रस्त करने लगे, तो नर्मदा भक्त और स्थानीय लोगों ने इसका विरोध करते हुए जमकर हंगामा किया. वहीं फिल्म की शूटिंग को बंद करवा दिया. मामले की जानकारी लगने पर नगर निगम और पुलिस के वरिष्ठ अधिकारी मौके पर पहुंचे और उन्होंने भी फिल्म निर्माण कंपनी आइडियल फिल्म इंडस्ट्री द्वारा की जा रही फिल्म शूटिंग को तत्काल रोक दिया.
संस्कारधानी में शुरू हुई फिल्मों की शूटिंग, नई फिल्म नीति से निर्माता-निर्देशक आकर्षित
- एफआईआर हुई दर्ज
नर्मदा नदी के उमा घाट और सिद्ध घाट पर हुई तोड़फोड़ को देखते हुए नगर निगम जबलपुर ने ना सिर्फ फिल्म की शूटिंग रुकवाई, बल्कि निगम के वरिष्ठ अधिकारियों ने हैदराबाद की इस कंपनी के खिलाफ ग्वारीघाट थाने में शासकीय संपत्ति को नुकसान पहुंचाने की धाराओं के खिलाफ एफआईआर भी दर्ज करवाई.
- सूचना मिलते ही मौके पर पहुंचे पूर्व महापौर
नर्मदा नदी के उमा घाट और सिद्ध घाट में फिल्म शूटिंग करने वालों ने घाट पर तोड़फोड़ कर दी है. इसकी सूचना जैसे ही पूर्व महापौर प्रभात साहू को लगी, तो वह भी मौके पर पहुंच गए और उन्होंने फिल्म कंपनी के खिलाफ शिकायत दर्ज करवाई. इधर ग्वारीघाट थाना पुलिस ने पूर्व महापौर की शिकायत पर फिल्म कंपनियों के खिलाफ मामला दर्ज कर इसकी जांच शुरू कर दी है. गौरतलब है कि कुछ साल पहले नर्मदा तट पर श्रद्धालुओं के लिए करोड़ों की लागत से इन तटों का निर्माण किया गया था.