ETV Bharat / state

महामारी से हजारों परिवार बने लखपति! 60 हजार परिवारों के नाम BPL सूची से कटे, अपात्र मानते हुए लोगों के नाम काटे

author img

By

Published : Jul 23, 2021, 10:45 PM IST

जबलपुर में 60 हजार परिवारों के नाम BPL सूची से काट दिए गए हैं. जांच टीम ने इन परिवारों को अपात्र मानते हुए सूची से इनके नाम हटा दिए.

bpl card holder
60 हजार परिवारों के नाम BPL सूची से कटे

जबलपुर। कोरोना संकटकाल के 17 महीनों में जबलपुर के 60 हजार परिवार लखपति हो गए. आपको ये जानकारी जरूर थोड़ी हैरानी हुई होगी, लेकिन ये सच है. दरअसल जिला प्रशासन के अलग-अलग विभागों ने सर्वे करते हुए बीपीएल कार्ड धारियों की सूची से 60 हजार परिवारों का नाम काट दिया है. ये वह लोग थे जो लंबे समय से राशन नहीं ले रहे थे. इसके अलावा अधिकांश लोगों के घर का पता गलत भी था.

जायजा लेने के लिए विभागीय टीम भी जब कुछ लोगों के घर पहुंची, तो इस दौरान कई लोगों के घर दो से तीन मंजिला मिले. जिससे स्पष्ट था कि गरीबी रेखा का राशन कार्ड बनवाकर ये लोग गलत फायदा उठा रहे हैं. फिलहाल जिला खाद्य आपूर्ति विभाग जिले में 3 लाख 61 हजार परिवारों को बीपीएल कार्ड धारी मानते हुए प्रतिमाह राशन दे रहा है. इस आंकड़े में 40 हजार के करीब अति गरीबी कार्ड धारी भी आते हैं.

300 फीट गहरी खाई में गिरे युवक का रेस्क्यू, चरवाहों की नजर पड़ने के बाद खाट से लाई पुलिस, 4 किमी का सफर पैदल तय किया

पिछले साल लगे लॉकडाउन से अब तक 60 हजार परिवारों के नाम काट दिए गए जो पात्रता नहीं रखते थे. ऐसे में यह कहा जा सकता है कि या तो यह लोग कभी भी बीपीएल कार्ड के लिए पात्रता नहीं रखते थे और गलत तरीके से कार्ड बनवाकर सरकारी योजनाओं का लाभ पा रहे थे. फिलहाल विभाग ने सिर्फ नाम काट दिए हैं, लेकिन ऐसे के खिलाफ कानूनन कार्यवाही भी हो सकती है.

जबलपुर। कोरोना संकटकाल के 17 महीनों में जबलपुर के 60 हजार परिवार लखपति हो गए. आपको ये जानकारी जरूर थोड़ी हैरानी हुई होगी, लेकिन ये सच है. दरअसल जिला प्रशासन के अलग-अलग विभागों ने सर्वे करते हुए बीपीएल कार्ड धारियों की सूची से 60 हजार परिवारों का नाम काट दिया है. ये वह लोग थे जो लंबे समय से राशन नहीं ले रहे थे. इसके अलावा अधिकांश लोगों के घर का पता गलत भी था.

जायजा लेने के लिए विभागीय टीम भी जब कुछ लोगों के घर पहुंची, तो इस दौरान कई लोगों के घर दो से तीन मंजिला मिले. जिससे स्पष्ट था कि गरीबी रेखा का राशन कार्ड बनवाकर ये लोग गलत फायदा उठा रहे हैं. फिलहाल जिला खाद्य आपूर्ति विभाग जिले में 3 लाख 61 हजार परिवारों को बीपीएल कार्ड धारी मानते हुए प्रतिमाह राशन दे रहा है. इस आंकड़े में 40 हजार के करीब अति गरीबी कार्ड धारी भी आते हैं.

300 फीट गहरी खाई में गिरे युवक का रेस्क्यू, चरवाहों की नजर पड़ने के बाद खाट से लाई पुलिस, 4 किमी का सफर पैदल तय किया

पिछले साल लगे लॉकडाउन से अब तक 60 हजार परिवारों के नाम काट दिए गए जो पात्रता नहीं रखते थे. ऐसे में यह कहा जा सकता है कि या तो यह लोग कभी भी बीपीएल कार्ड के लिए पात्रता नहीं रखते थे और गलत तरीके से कार्ड बनवाकर सरकारी योजनाओं का लाभ पा रहे थे. फिलहाल विभाग ने सिर्फ नाम काट दिए हैं, लेकिन ऐसे के खिलाफ कानूनन कार्यवाही भी हो सकती है.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.