जबलपुर। बीजेपी हिंदुत्व के मुद्दे पर चुनावी मैदान में उतरी हो ऐसा पहली बार नहीं हुआ लेकिन कांग्रेस ने भी इस बार सॉफ्ट हिंदुत्व का कार्ड खेला था.एमपी विधानसभा के चुनाव परिणाम भले ही कांग्रेस के हक में नहीं आए लेकिन इस चुनाव में ऐसा कोई मुद्दा नहीं था जिसे कांग्रेस ने चुनाव प्रचार में नहीं उठाया. फिर भी कांग्रेस बीजेपी के हिंदुत्व के मुद्दे के आगे धराशायी हो गई.
सबसे बड़ा मुद्दा था हिंदुत्व: विधानसभा चुनाव में अन्य मुद्दों के अलावा सबसे बड़ा मुद्दा था हिंदुत्व का. बीजेपी तो शुरू से ही हिंदुत्व के मुद्दे पर चुनाव लड़ती रही है. लेकिन इस बार मध्यप्रदेश में कांग्रेस ने सॉफ्ट हिंदुत्व के जरिए ही अपने प्रचार की शुरुआत की थी. लेकिन इस चुनाव में बीजेपी के हिंदुत्व के आगे टिक नहीं सकी.
जबलपुर से किया शंखनाद: यह तस्वीरें हैं आज से 7 महीने पुरानी, जब कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी ने जबलपुर में नर्मदा आरती कर चुनाव प्रचार का शंखनाद किया था. कांग्रेस ने सॉफ्ट हिंदुत्व के जरिए चुनाव प्रचार मैदान में उतरने की तैयारी कर ली थी क्योंकि उसे सामना करना था बीजेपी के हार्ड हिंदुत्व और राम मंदिर के मुद्दे से. प्रियंका गांधी ने जबलपुर में नर्मदा आरती करके यह संदेश दे दिया था कि इस बार कांग्रेस हिंदुत्व और सनातन के मुद्दे को लेकर जनता के बीच जाएगी.
कहीं रामधुन तो कहीं गदा: कांग्रेस के चुनाव प्रचार में यह देखा भी गया कि कांग्रेस कहीं रामधुन करती नजर आई तो कहीं बजरंगबली की गदा को भी मुद्दा बनाया गया. जबलपुर में तो कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह ने कांवड़ यात्रा में शामिल होकर कंधों पर कांवड़ भी उठाई और यह मैसेज दिया कि कांग्रेस राम मंदिर के मुद्दे को लेकर पूरी तरह से तैयार है, लेकिन कांग्रेस का यह सॉफ्ट हिंदुत्व का राजनीतिक मुद्दा चुनाव में काम नहीं आया.अब कांग्रेस नेताओं का कहना है कि कांग्रेस केवल कर्म के आधार पर राजनीति करती है.
हिंदुत्व का दिखावा करती है कांग्रेस: इस पूरे चुनाव में बीजेपी भी सनातन, राम मंदिर और हिंदुत्व का मुद्दा लेकर जनता के बीच गई. बीजेपी ने कांग्रेस पर आरोप लगाया है कि जनता ने कांग्रेस को केवल इसलिए नकार दिया क्योंकि चुनाव आते ही कांग्रेस के नेता मंदिरों में जाने लगते हैं, हिंदुत्व की बात करने लगते हैं. बीजेपी का ये भी आरोप है कि जब सनातन पर सवाल खड़े होते हैं तो कोई भी कांग्रेसी नेता जवाब नहीं देता है. कांग्रेस केवल दिखावे के लिए हिंदुत्व की राजनीति करती है.
ये भी पढ़ें: |
फिर फेल हुई कांग्रेस: कुल मिलाकर कहा जाए तो कांग्रेस ने भले ही हिंदुत्व का मुद्दा उठाया, सनातन की बात कही लेकिन जनता को कांग्रेस के हिंदुत्व से कहीं ज्यादा बीजेपी के राम मंदिर का मुद्दा भा गया और परिणाम बीजेपी के पक्ष में चले गए. कांग्रेस एक बार फिर हिंदुत्व की राजनीति में फेल साबित हुई.