जबलपुर। बीते दिनों सरकारी खरीद के कोटे में से गायब हुआ 1021 मीेट्रिक टन यूरिया निजी हाथों के जरिए बाजारों में पहुंच गया. लिहाजा, अब इसकी खानापूर्ति की जा रही है. कृषि विभाग के अधिकारियों का कहना है कि सभी जिलों में यूरिया की सप्लाई शुरू हो गई है. गौरतलब है कि यह पूरा मामला 26 अगस्त को सामने आया था, जब यूरिया सप्लाई कंपनी श्याम कृभको द्वारा 2666 मीट्रिक टन यूरिया सप्लाई किया गया.
1031 टन यूरिया गायब हुआ था : तय मानक और शर्तों के अनुरूप सप्लाई किए गए यूरिया में से 70 फ़ीसदी यूरिया सरकारी खरीद हेतु आवंटित था, जिसका अनुपात 1853 मीट्रिक टन होता है. सरकारी कोटे की यूरिया में से 1031 मीट्रिक टन यूरिया गायब हुआ, जो सहकारी समितियों तक नहीं पहुंचा. मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने मामले में संज्ञान लेते हुए कार्रवाई के निर्देश दिए थे.
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प्रतिपूर्ति करने का दावा : इस गड़बड़ी में जिम्मेदारों पर एफआईआर दर्ज की गई है. संचालक कृषि विभाग एसके निगम का कहना है कि सरकारी खरीद के कोटे से गायब हुए यूरिया की प्रतिपूर्ति के लिए कल 3001 मीट्रिक टन यूरिया जबलपुर पहुंचा है, जो ट्रांसपोर्टर के माध्यम से महाकौशल के अलग-अलग जिलों में भेजा जा रहा है. Jabalpur Urea Scam, 3 thousand metric tons arrived, compensate missing urea