जबलपुर। मुख्य रेलवे स्टेशन पर नगदी के बाद अब आरपीएफ की टीम ने चांदी बरामद की है. बताया जा रहा है कि एक यात्री यह चांदी मुंबई-हावड़ा ट्रेन से जबलपुर लेकर आया था. संदिग्ध हालात में युवक के पास रखे बैग की तलाशी ली गई तो उसके पास 22 किलो चांदी मिली, जिसकी कीमत करीब 14 लाख थी. हालांकि युवक के पास बिल था, लेकिन बिल 9 लाख रुपए का था.
आरपीएफ को गुमराह करने की कोशिश
आरपीएफ को सूचना मिली थी कि एक युवक मुंबई से चांदी लेकर आ रहा है, जिसके बाद प्लेटफार्म में तैनात हुई आरपीएफ ने युवक को जब रोककर उसका नाम पूछा तो वह हड़बड़ा गया. आरपीएफ ने उसके बैग की तलाशी ली, जिसमें 22 किलो चांदी रखी हुई थी. युवक ने आरपीएफ को जो बिल दिखाया वह 9 लाख रुपए का था. जबकि चांदी की कीमत करीब 14 लाख आंकी गई, पकड़ा गया व्यक्ति काफी देर तक आरपीएफ को गुमराह करता रहा और अपना नाम भी बार-बार बदल रहा था. इसके अलावा जबलपुर में वह किस व्यापारी को यह चांदी देने आया था वह यह भी नहीं बता पाया.
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रेल मार्ग बना हवाला का जरिया
जबलपुर आरपीएफ ने बीते एक माह में तीसरी बड़ी कार्रवाई की है. बताया जा रहा है कि यह जेवर आज भी हवाला से संबंधित है. आरपीएफ ने इससे पहले एक महिला से 50 लाख रुपए तो वहीं एक युवक से 25 लाख रुपए बरामद किए थे. उन रुपयों का भी हिसाब नहीं मिल पाया था. फिलहाल पुलिस युवक को हिरासत में लेकर पूछताछ में जुट गई है.
बीते पांच साल में एक हजार करोड़ का हवाला
मध्य प्रदेश का जबलपुर जिला इन दिनों हवाला का सबसे बड़ा हब बन गया है, बीते पांच सालों में जबलपुर से देश के 40 से ज्यादा शहरों के बीच 1000 करोड़ रुपए से ज्यादा का हवाला का कारोबार हुआ है. 2018 से 2020 नंवबर के बीच ही करीब 700 करोड़ का हवाला किया गया. आयकर विभाग की कार्रवाई में पकड़े गए हवाला के कारोबारियों से पूछताछ में यह खुलासा हुआ है, इतना ही नहीं लॉक डाउन खत्म होने के बाद शुरू हुई ट्रेनों से 75 करोड़ रु से ज्यादा का हवाला कारोबार हो चुका है.
करीब 40 शहरों से जुड़ा हवाला कारोबार
आयकर विभाग की इन्वेस्टीगेशन टीम ने अपनी जांच में पाया कि हवाला का यह कारोबार देश के 40 शहरों से जुड़ा हुआ है, जानकारी के मुताबिक जबलपुर से हवाला के मामले में अब तक गिरफ्तार हुए पंचू गोस्वामी, अतुल खत्री, सतीश धनपाल, खूबचंद लालवानी ने खुलासा किया कि हवाला का यह कारोबार देश के 40 से ज्यादा शहरों से जुड़ा हुआ है.