जबलपुर। आईपीएस ऑफिसर अमित सिंह ने आपने साथियों के लिए कोरोना वायरस संकट के समय एक कविता लिखी है. आईपीएस अधिकारी ने यह कविता देश भर के ख़ाकीधारियों को समर्पित की है. कविता में कोरोना वायरस के समय 24 घंटे सड़कों पर रहने वाले ख़ाकीधारियों का जिक्र किया गया है.
कविता का शीर्षक - "भारतवंशी तुम क्यों घबराते हो-हम खाकी है न"
भारतवंशी तुम क्यों घबराते हो हम खाकी है ना,
कोरोना रूपी शत्रू से योद्धा की भांति लड़ना है.
ना झुकना है ना डरना है ना रुकना.....
लड़ाई लंबी है,हम आगे बढ़ते रहना है.
कर्तव्य तुम्हारा इतिहास के पन्नों पर अंकित होना है,
ना झुकना है,ना डरना है ना रुकना है.
देशभक्ति और जन सेवा का मौका इससे बेहतर अब नहीं मिलना है,
हे वर्दीधारी अपने कर्तव्य पथ पर आगे बढ़ते रहना है.
देशभक्ति और जनसेवा में अपना सर्वस्व निछावर करने को तत्पर रहना,
हे खाकीधारी तुम्हारे संकल्प से करोना का निश्चित ही होना खाक है.
कोरोना योद्धा देवेंद्र-यशवंत कर्तव्य पथ पर तेरा ये बलिदान याद रखेगा हिंदुस्तान.
करोना की इस लड़ाई में हर वर्दीधारी के तुम पर बनकर उभरे हो सबसे बड़ा मार्ग,
कसम तुम्हारी हम खाते हैं कोरोना का कर देंगे चूर-चूर अभिमान.
जय हिंद, जय भारत!