जबलपुर। संस्कारधानी से लेकर गांव तक लगातार अलग-अलग इलाकों से आग की घटनाओं की तस्वीरें सामने आ रही हैं. जिनमें न केवल शहरी बल्कि ग्रामीण इलाकों में भी अग्नि हादसे हो रहे हैं. फायर ब्रिगेड अधीक्षक कुशाग्र सिंह के मुताबिक अमूमन यह अग्नि हादसे गोदाम में और तंग गलियों में ज्यादा देखे जा रहे हैं. मूल रूप से हर घटना के पीछे शॉर्ट सर्किट एक बड़ी वजह मानी जा रही है. शॉर्ट सर्किट या तो वोल्टेज ओवरलोड या फिर गोदाम के अतिरिक्त भराव से भी हो रहा है, जहां हल्की सी चिंगारी भी एक बड़े अग्नि हादसे को जन्म दे रही है.
आग की घटनाओं से करोड़ों का नुकसान : आग बुझाने मौके पर पहुंचे दमकल कर्मियों का कहना है कि एक हादसे में आग में करीब कबाड़ की 7 दुकानें जलकर खाक हो गईं. गुरंदी से पहले गलगला स्थित झूलेलाल मंदिर के समीप कृष्णा प्लास्टिक के गोदाम में आग लग गई थी. गोदाम में ज्वलनशील, खाद्य सामग्री होने से आग ने भीषण रूप धारण कर लिया था. दमकल कर्मियों का कहना था कि सड़क पर बेतरतीब ट्रैफिक और संकरी गलियां होने के कारण घटनास्थल पर पहुंचने के लिए भारी मशक्कत का सामना करना पड़ता है, जिस कारण अब तक कबाड़खाना, प्लास्टिक गोदाम, मकान, व्यावसायिक कॉम्प्लेक्स एवं फर्नीचर शोरूम में लगी आग में संपत्ति मालिक का करोड़ों का नुकसान हुआ है.
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हाल में हुई ये घटनाएं : शहर में पिछले 1 नवंबर से अब तक 35 आग की घटनाएं हो चुकी हैं. हाल में हुई आग की भीषण घटनाओं में मुन्ना प्लास्टिक के अलावा मोहम्मद इरफान, शेख यासीम, शेख शहरूख सहित अन्य दुकानों में रखा करीब 30 लाख रुपए का सामान जलकर खाक हो गया. इसके साथ ही 4 दिन पहले गोहलपुर रद्दी चौकी के पास हीरा फर्नीचर शोरूम में अचानक लग गई. आग में शोरूम के अंदर रखा करीब 17 लाख रुपए का कीमती एवं लग्जरी लकड़ी का सामान जलकर खाक हो गया. फर्नीचर गोदाम में बिजली मीटर से आग लगने की बात सामने आई थी. इसी तरह गोहलपुर थाना के सामने रियाज अंसारी की कबाड़ दुकान में आग लगी थी.