जबलपुर। कोरोना संकट के बीच सरकार शराब के ठेके तो खोल सकती है लेकिन समोसे-चाट के ठेले लगाने की अनुमति नहीं दे सकती क्योंकि इससे कोरोना संक्रमण का खतरा है. सरकार के इस भेदभाव वाले निर्णय को लेकर जबलपुर के समोसा-चाट व्यापारी एकजुट हो गए हैं.
मध्यप्रदेश कांग्रेस कमेटी के सचिव सौरभ नाटी शर्मा से मिलकर इन व्यापारियों ने एक बैठक की है जिसमें प्रदेश सरकार और जिला प्रशासन पर भेदभाव करने का आरोप लगाया है. साथ ही उन्होंने चेतावनी दी है कि यदि सरकार उन्हें दुकान खोलने की अनुमति नहीं दे सकती तो वे शराब दुकानें खुलने का विरोध करेंगे.
रसल चैक स्थित सौरभ नाटी शर्मा के कार्यालय में दोपहर को एक बैठक आयोजित की गई जिसमें शहर के सभी क्षेत्रों में समोसे-चाट सहित अन्य छोटी-छोटी खाद्य सामग्रियों की दुकान लगाने वाले व्यापारी एकत्रित हुए. बैठक के दौरान चर्चा की गई कि जब शराब दुकानें सोशल डिस्टेंसिंग के साथ खोली जा सकती हैं तो उनकी दुकानें खोलने में भी सरकार को आपत्ति नहीं होनी चाहिए.
शराब से सरकार को आमदनी होती है जबकि इन छोटी-छोटी दुकानों से इन व्यापारियों के परिवार का भरण पोषण होता है. जिला प्रशासन और राज्य सरकार यदि इनकी मांगें पूरी नहीं करती है तो जिस दिन से शराब दुकानें खुलेंगी विरोध स्वरूप ये व्यापारी भी अपना कारोबार शुरू कर देंगे.