जबलपुर। जिले में इन दिनों टाइगर सफारी को लेकर राजनीति जारी है. एक तरफ प्रदेश के वित्त मंत्री तरुण भनोट ने जबलपुर में टाइगर लाने की बात कही है. वहीं दूसरी तरफ बीजेपी विधायक अजय विश्नोई ने मंत्री पर तंज कसते हुए कहा कि बाघ लाना कोई हंसी-खेल की बात नहीं है.
जब से रीवा में व्हाइट टाइगर सफारी बनाई गई है, उसके बाद से ही जबलपुर में भी डुमना नेचर रिजर्व में टाइगर सफारी बनाने की मांग जोर पकड़ रही है. वित्त मंत्री तरुण भनोट का कहना है कि जिन अधिकारियों ने रीवा के मुकुंदपुर में व्हाइट टाइगर सफारी बनाई है, उन्हें जबलपुर बुलाया गया है. उन्होंने डुमना नेचर रिजर्व का निरीक्षण किया. मंत्री तरुण भनोट ने कहा कि इसके लिए डीपीआर तो बनवा लिया है, लेकिन केंद्र से इसकी मंजूरी मिलना बाकी है.
मंत्री ने कहा कि 1 महीने के अंदर प्रोजेक्ट को केंद्र सरकार के पर्यावरण मंत्रालय को भेज दिया जाएगा, ताकि केंद्र सरकार जबलपुर में बाघ लाने की अनुमति दे सके. वहीं बीजेपी के नेता अजय विश्नोई का कहना है कि जबलपुर में बाघ आना चाहिए.
बीजेपी नेता अजय विश्नोई का कहना है कि बाघ लाना इतना सरल काम नहीं है. लेकिन अगर कांग्रेस पूरे भाव के साथ कोशिश करती है, बीजेपी उन्हें समर्थन देगी. अगर जबलपुर में बाघ आता है, तो एक बड़ी उपलब्धि होगी. बता दें कि जबलपुर के डुमना हवाई अड्डे से शहर के बीच में करीब 2 हजार एकड़ इलाके में जंगल फैला हुआ है. इस जंगल में खंदारी जलाशय है. नगर निगम और वन विभाग की टीम ने मिलकर इस इलाके को नेचर रिजर्व बना दिया है. इस पूरे इलाके में घना जंगल है और लगभग सैकड़ों किस्म के पक्षी, हिरन, तेंदुआ, बंदर, मगरमच्छ और मोर जैसे जानवर यहां पाए जाते हैं.