भोपाल। कोरोना वायरस के प्रकोप के चलते शैक्षणिक संस्थानों में हुए नुकसान को लेकर 15 अप्रैल को राजभवन में कुलपतियों के साथ राज्यपाल लालजी टंडन की बैठक हुई थी. बैठक में यह भी निर्णय लिया गया कि, महाविद्यालय में किसी भी कक्षा में जनरल प्रमोशन नहीं दिया जाएगा. लॉकडाउन खत्म होते ही परीक्षाएं आयोजित की जाएंगी. अब कोरोना के चलते यह परीक्षाएं कैसे आयोजित की जाए, इसके लिए एक कमेटी का गठन किया गया है. जो अपनी रिपोर्ट 28 अप्रैल तक सौंपेगी.
इस बैठक में एक समिति का गठन किया गया, जिसमें बरकतउल्ला विश्वविद्यालय के कुलपति आरजे राव, जीवाजी विश्वविद्यालय के कुलपति और देवी अहिल्याबाई विश्वविद्यालय के कुलपति शामिल हैं. कमेटी को 28 अप्रैल तक तीन बिंदुओं पर रिपोर्ट सबमिट करनी होगी.
इसके साथ ही यूजी और पीजी के छात्रों को प्रैक्टिकल और असाइनमेंट्स ईमेल माध्यम से कैसे तैयार किए जाएं, उसके लिए यूजीसी के निर्देशों के अनुसार अलग-अलग राज्यों से विस्तृत जानकारी लेकर एक रिपोर्ट तैयार करनी होगी. जो 28 अप्रैल तक उच्च शिक्षा विभाग के प्रमुख सचिव को सौंपनी होगी. इस रिपोर्ट के अनुसार कमेटी तय करेगी कि, लॉकडाउन के चलते परीक्षाएं सोशल डिस्टेंसिंग के साथ कैसे आयोजित की जाए. क्योंकि यह लॉकडाउन कब तक रहेगा. इसकी कोई समय अवधि नहीं है. ऐसे में छात्रों की परीक्षाएं आयोजित कराना भी जरूरी है, क्योंकि समय निकल जाने के बाद कई छात्रों को इसका खामियाजा भुगतना पड़ सकता है. ऐसे में कुलपतियों को यह तय करना है कि, सोशल डिस्टेंसिंग के साथ परीक्षाएं कैसे आयोजित की जाए.
दूसरे बिंदु में यह सुनिश्चित करना है की, परीक्षाओं के साथ होने वाले प्रैक्टिकल और असाइनमेंट को ईमेल और जीमेल के जरिए कैसे प्रजेंट किया जाए. छात्रों से ऑनलाइन के माध्यम से असाइनमेंट तैयार करवाने के लिए एक रिपोर्ट बनाकर देनी होगी. तीसरे बिंदु में यूजीसी के निर्देश अनुसार अलग-अलग राज्यों से विस्तृत जानकारी लेकर रिपोर्ट बनानी होगी. दूसरे राज्यों में परीक्षाओं को लेकर किस तरह से कार्य योजनाएं बनाई जा रही हैं. इस को ध्यान में रखते हुए प्रदेश में परीक्षाएं आयोजित करने के लिए किस तरह के कदम उठाए जाएं, इन तमाम बिंदुओं को लेकर इस कमेटी को 28 अप्रैल तक उच्च शिक्षा विभाग के प्रमुख सचिव को रिपोर्ट सौंपनी है.
बरकतउल्ला विश्वविद्यालय के कुलपति आरजे राहुल ने बताया कि, महामहिम की अध्यक्षता में हुई बैठक में तमाम बिंदुओं पर चर्चा की गई. फिलहाल सबसे बड़ी चिंता परीक्षाएं आयोजित कराना है. जिसको लेकर एक कमेटी का गठन किया गया है उन्होंने कहा कि, हम राज्यों से जानकारियां ले रहे हैं, कि वह किस तरह से परीक्षाओं को लेकर कार्य योजना बना रहे हैं. इसके साथ ही प्रदेश में दूसरे राज्यों से आने वाले छात्रों से भी हम संपर्क कर रहे हैं, कि वह किस तरह से ऑनलाइन के माध्यम से असाइनमेंट तैयार कर सकते हैं और सोशल डिस्टेंसिंग के साथ कैसे परीक्षाएं आयोजित करवाई जा सकती हैं.