ETV Bharat / state

जबलपुर में हुआ ईटीवी भारत की खबर का असर, रिस्वत लेने वाला खंड लेखक बर्खास्त

author img

By

Published : Oct 6, 2019, 12:50 AM IST

जबलपुर में ईटीवी भारत की खबर का असर देखने को मिला है. जहां रिश्वत लेने वाले खण्ड लेखक को कलेक्टर ने बर्खास्त कर दिया है.

ईटीवी भारत की खबर का असर

जबलपुर। शहर में ETV भारत की खबर का असर देखने को मिला. खरब प्रकाशित होने के बाद रिश्वत लेने वाले खण्ड लेखक राजेश बैरागी को कलेक्टर ने बर्खास्त कर दिया है. खण्ड लेखक ने खसरे की नकल बनाने के एवज में 8 हजार रुपये की रिश्वत की मांगी की थी.

ईटीवी भारत की खबर का असर

कलेक्टर द्वारा खण्ड लेखक को सेवा से पृथक करने का आदेश अनुविभागीय राजस्व अधिकारी पाटन द्वारा सौंपे गये जांच प्रतिवेदन के आधार पर जारी किया गया है. अनुविभागीय राजस्व अधिकारी पाटन ने अपने जांच प्रतिवेदन में खण्ड लेखक को रिश्वत लेकर खसरे की नकल जारी करने का दोषी बताया है.

अनुविभागीय अधिकारी राजस्व ने जांच प्रतिवेदन में बताया कि 28 अगस्त से 30 सितंबर तक खसरे की नकल प्रदान करने कुल 11 आवेदन तहसील कार्यालय पाटन को प्रापत हुए थे, जिनमें एक की भी राजेश बैरागी द्वारा नकल जारी नहीं की गई.

रिश्वत लेकर खसरे की नकल देने के इस मामले के प्रकाश में आने पर कलेक्टर यादव ने खण्ड लेखक राजेश बैरागी को कारण बताओ नोटिस जारी किया था. अनुविभागीय राजस्व अधिकारी पाटन को इस प्रकरण की जांच कर प्रतिवेदन सौंपने के आदेश दिये थे. कलेक्टर ने अनुविभागीय राजस्व अधिकारी पाटन के जांच प्रतिवेदन और राजेश बैरागी से कारण बताओ नोटिस का संतोषजनक जवाब न मिलने पर उन्हे पद से हटाने की कार्रवाई की है.

जबलपुर। शहर में ETV भारत की खबर का असर देखने को मिला. खरब प्रकाशित होने के बाद रिश्वत लेने वाले खण्ड लेखक राजेश बैरागी को कलेक्टर ने बर्खास्त कर दिया है. खण्ड लेखक ने खसरे की नकल बनाने के एवज में 8 हजार रुपये की रिश्वत की मांगी की थी.

ईटीवी भारत की खबर का असर

कलेक्टर द्वारा खण्ड लेखक को सेवा से पृथक करने का आदेश अनुविभागीय राजस्व अधिकारी पाटन द्वारा सौंपे गये जांच प्रतिवेदन के आधार पर जारी किया गया है. अनुविभागीय राजस्व अधिकारी पाटन ने अपने जांच प्रतिवेदन में खण्ड लेखक को रिश्वत लेकर खसरे की नकल जारी करने का दोषी बताया है.

अनुविभागीय अधिकारी राजस्व ने जांच प्रतिवेदन में बताया कि 28 अगस्त से 30 सितंबर तक खसरे की नकल प्रदान करने कुल 11 आवेदन तहसील कार्यालय पाटन को प्रापत हुए थे, जिनमें एक की भी राजेश बैरागी द्वारा नकल जारी नहीं की गई.

रिश्वत लेकर खसरे की नकल देने के इस मामले के प्रकाश में आने पर कलेक्टर यादव ने खण्ड लेखक राजेश बैरागी को कारण बताओ नोटिस जारी किया था. अनुविभागीय राजस्व अधिकारी पाटन को इस प्रकरण की जांच कर प्रतिवेदन सौंपने के आदेश दिये थे. कलेक्टर ने अनुविभागीय राजस्व अधिकारी पाटन के जांच प्रतिवेदन और राजेश बैरागी से कारण बताओ नोटिस का संतोषजनक जवाब न मिलने पर उन्हे पद से हटाने की कार्रवाई की है.

Intro:जबलपुर
ETV भारत की खबर का असर
कलेक्टर ने रिस्वत लेने बाले खण्ड लेखक को किया सेवा से बर्खास्त,
जांच प्रतिवेदन में सही पाए जाने पर हुई कार्यवाहीँ,
खसरे की नकल के एवज में रिश्वत के मामले में मांगी थी रिश्वत,
पाटन तहशील में पदस्थ बाबू का रिश्वत लेते हुए वीडियो हुआ था वायरल,
वायरल वीडियो में खण्ड लेखक अधिकारी राकेश बैरागी रिस्वत लेते दे रहे थे दिखाई,
किसान नारायण सिंग राजपूत चरगवां निवाशी से मांगी थी रिश्वत,
नकल निकलवाने के एवज में मांगी थी 800 रुपये की रकम,
पाटन तहशील में खण्ड लेखक अधिकारी के पद पर था पदस्थ,
जबलपुर जिले की पाटन तहशील का था मामला,Body:खसरे की नकल के लिए रिश्वत लेने के मामले में खण्ड लेखक सेवा से बर्खास्त

जबलपुर कलेक्टर भरत यादव ने एक आदेश जारी कर रिश्वत लेकर खसरे की नकल प्रदान करने के मामले में दोषी पाये जाने पर पाटन तहसील कार्यालय में पदस्थ खण्ड लेखक (सेक्शन राईटर) राजेश बैरागी को सेवा से पृथक कर दिया है ।
कलेक्टर द्वारा खण्ड लेखक को सेवा से पृथक करने का आदेश अनुविभागीय राजस्व अधिकारी पाटन द्वारा सौंपे गये जांच प्रतिवेदन के आधार पर जारी किया गया है वही अनुविभागीय राजस्व अधिकारी पाटन ने अपने जांच प्रतिवेदन में खण्ड लेखक को रिश्वत लेकर खसरे की नकल जारी करने का दोषी बताया है ।
अनुविभागीय अधिकारी ने कहा है कि खण्ड लेखक राजेश बैरागी द्वारा चरगंवा निवासी नारायण सिंह राजपूत को खसरे की नकल देने कई माह से भटकाया जा रहा था और यह कहकर गुमराह किया जाता था कि इतनी पुरानी नकल नहीं मिल सकती । लेकिन रिश्वत में राशि मिलते ही राजेश बैरागी द्वारा नारायण सिंह को खसरे की नकल तुरंत प्रदान कर दी गई ।
अनुविभागीय अधिकारी राजस्व ने जांच प्रतिवेदन में बताया कि 28 अगस्त से 30 सितंबर तक खसरे की नकल प्रदान करने कुल 11 आवेदन तहसील कार्यालय पाटन को प्रापत हुए थे, जिनमें एक की भी राजेश बैरागी द्वारा नकल जारी नहीं की गई ।
Conclusion:ज्ञात हो कि रिश्वत लेकर खसरे की नकल देने के इस मामले के प्रकाश में आने पर कलेक्टर श्री यादव ने खण्ड लेखक राजेश बैरागी को कारण बताओ नोटिस जारी किया था तथा अनुविभागीय राजस्व अधिकारी पाटन को इस प्रकरण की जांच कर प्रतिवेदन सौंपने के आदेश दिये थे । श्री यादव ने अनुविभागीय राजस्व अधिकारी पाटन के जांच प्रतिवेदन और राजेश बैरागी से कारण बताओ नोटिस का संतोषजनक जवाब न मिलने पर सेवा पृथक करने की यह कार्यवाही की है ।
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.