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जबलपुरः ग्रामीण इलाकों में बिजली दे रही झटका, 10 हजार रुपए से ज्यादा आ रहा बिल - जबलपुर अपडेट न्यूज

ग्रामीण इलाकों में बिजली के बिल अचानक से बढ़ने लगे है. जिससे ग्रामीण परेशान है. ग्रामीणों का कहना है कि बिजली का बिल 10 से 12 हजार रुपए तक आ रहा है. वहीं अधिकारियों का कहना है कि लॉकडाउन के चलते अनुमानित बिल दिए गए है. जिस किसी ग्रामीण को समस्या है, ऑफिस आकर बिल में सुधार करवा सकते है.

Electric shock in rural areas
ग्रामीण इलाकों में बिजली के दे रही झटका
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Published : Jul 3, 2021, 1:40 AM IST

Updated : Jul 3, 2021, 2:35 AM IST

जबलपुर। जिले के ग्रामीण इलाकों में गरीबों को बिजली का भारी भरकम बिल थमा दिया जा रहा है. जिससे ग्रामीणों की सांसे फूलने लगी है. पाटन इलाके के अनेक गांव में बिजली के बढ़े बिल मिल रहे है. वहीं बिजली विभाग सख्ती से बिल वसूलने का काम कर रहा है. लोगों के घरों से बिजली कनेक्शन काट दिया जा रहा है. जिससे ग्रामीण अंधेरे में रहने को मजबूर है. वहीं विभाग के अधिकारी दलील दे रहे है कि अनुमानित बिल दिया गया है, जिन्हें बिल अधिक लगा रहा है, वो ऑफिस में इसकी शिकायत करें.

  • 12 हजार रुपए आ रहा बिल

पाटन इलाके के मुड़िया, नरेन्द्रपुर, कांकेर खेड़ा, बोरिया, पौड़ी, रमखिरिया जैसे दर्जनों गांव के गरीबों के लिए बिल एक नई समस्या बन कर सामने आया है. ग्रामीण जगदीश, गोविंद, राम स्वरूप विश्वकर्मा का कहना है कि हम लोग मजदूरी कर घर परिवार चलाते है. किसी का 12 हजार, किसी का 8 हजार तो किसी का छैह हजार बिल आ रहा है. मीटर की रीडिंग नहीं की जाती, लेकिन समय पर बिल आ जाता है.

'शस्त्र-संपत्ति' नीलामी की धमकी भी नहीं आ रही काम, 2.5 लाख बिजली उपभोक्ताओं पर 963 करोड़ बिल बाकी

  • ऑफिस में आकर बिल सुधरवा सकते है ग्रामीण

इस मामले में ग्रामीण इलाके कनिष्ठ अभियंता बीएस मनकोटिया का कहना है कि लॉकडाउन की वजह से रिंडिंग नहीं हो सकी. जिससे अनुमानित बिल दिए गए है. जिस किसी ग्रामीण को समस्या है, ऑफिस आकर बिल में सुधार करवा सकते है.

जबलपुर। जिले के ग्रामीण इलाकों में गरीबों को बिजली का भारी भरकम बिल थमा दिया जा रहा है. जिससे ग्रामीणों की सांसे फूलने लगी है. पाटन इलाके के अनेक गांव में बिजली के बढ़े बिल मिल रहे है. वहीं बिजली विभाग सख्ती से बिल वसूलने का काम कर रहा है. लोगों के घरों से बिजली कनेक्शन काट दिया जा रहा है. जिससे ग्रामीण अंधेरे में रहने को मजबूर है. वहीं विभाग के अधिकारी दलील दे रहे है कि अनुमानित बिल दिया गया है, जिन्हें बिल अधिक लगा रहा है, वो ऑफिस में इसकी शिकायत करें.

  • 12 हजार रुपए आ रहा बिल

पाटन इलाके के मुड़िया, नरेन्द्रपुर, कांकेर खेड़ा, बोरिया, पौड़ी, रमखिरिया जैसे दर्जनों गांव के गरीबों के लिए बिल एक नई समस्या बन कर सामने आया है. ग्रामीण जगदीश, गोविंद, राम स्वरूप विश्वकर्मा का कहना है कि हम लोग मजदूरी कर घर परिवार चलाते है. किसी का 12 हजार, किसी का 8 हजार तो किसी का छैह हजार बिल आ रहा है. मीटर की रीडिंग नहीं की जाती, लेकिन समय पर बिल आ जाता है.

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  • ऑफिस में आकर बिल सुधरवा सकते है ग्रामीण

इस मामले में ग्रामीण इलाके कनिष्ठ अभियंता बीएस मनकोटिया का कहना है कि लॉकडाउन की वजह से रिंडिंग नहीं हो सकी. जिससे अनुमानित बिल दिए गए है. जिस किसी ग्रामीण को समस्या है, ऑफिस आकर बिल में सुधार करवा सकते है.

Last Updated : Jul 3, 2021, 2:35 AM IST
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