जबलपुर। जिले में अब 17 मई की सुबह 6 बजे तक कोरोना कर्फ्यू जारी रहेगा. शुक्रवार को जिला आपदा प्रबंधन समूह की बैठक में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग में सीएम शिवराज सिंह चौहान ने इसके निर्देश दिए, इसके साथ ही अब प्रदेश भर में हर विधानसभा में विधायक के नेतृत्व में 6 सदस्यों की टीम बनाई जाएगी. जो विधानसभा क्षेत्र में कोरोना के खिलाफ फैसले और उनकी निगरानी करेगी. इसकी शुरुआत जबलपुर में हो चुकी है. यानी अब जबलपुर के तर्ज पर इसे पूरे प्रदेश में लागू किया जाएगा.
जबलपुर में सीएम की घोषणा के अनुसार अभी तक 7 मई तक कोरोना कर्फ्यू लागू किया गया था. अब इसे बढ़ाकर 17 मई तक किया जा रहा है. जिले में कोरोना संक्रमण की रोकथाम और इलाज की व्यवस्थाओं और संसाधनों की समीक्षा की गई. जबलपुर से मंत्री अरविंद सिंह भदौरिया ने सीएम को बैठक में लिए गए निर्णयों की जानकारी दी. बताया कि जबलपुर में अब जनता कर्फ्यू 15 मई तक बढ़ाने का सर्वसम्मति से निर्णय लिया गया है.
- विधायक अजय विश्नोई ने दिया था सुझाव
जिला आपदा प्रबंधन समूह की बैठक में विधायक अजय विश्नोई ने हर विधायक की अगुवाई में छह सदस्यीय टीम गठित करने का निर्णय लिया है. इसी तरह ग्राम पंचायत स्तर पर भी टीम गठित करने का सुझाव दिया था. इस नवगठित टीम के साथ अगले एक सप्ताह तक पूरी ताकत के साथ कोरोना को रोकने और जागरुक करने का अभियान चलाने का निर्णय लिया गया है.
- जबलपुर का मॉडल होगा प्रदेश में लागू
सीएम ने जबलपुर में विधानसभा स्तर पर कोरोना संक्रमण रोकने, इलाज सहित अन्य इंतजामों की निगरानी के लिए विधायक की अगुवाई में गठित 6 सदस्यीय टीम गठित करने के प्रयासों को अनूठा बताया और इसे पूरे प्रदेश में लागू करने की बात कही, इसे विधायक लीड करेंगे. विधायक के साथ इसमें एसडीएम, एसडीओ, परियोजना अधिकारी, महिला एवं बाल विकास विभाग, नगर पालिका, नगर पंचायत के सीएमओ और जनपद पंचायत के सीईओ को शामिल किया गया है. इसी तरह पंचायत स्तर पर माइक्रो मैनेजमेंट करके सरपंच, पटवारी, रोजगार सहायक, सचिव की टीम बनाकर अगले सात दिनों तक कोरोना की रोकथाम के लिए अभियान चलाया जाएगा.
- संक्रमण दर में कमी
जिले में कोरोना संक्रमण की दर 29 प्रतिशत से कम हो गई. यह अब 24.28 प्रतिशत पर आ गई है. जिले में शहरी क्षेत्र में 65 और ग्रामीण क्षेत्रों में 94 स्थानों पर माइक्रो कंटेनमेंट क्षेत्र बनाए गए हैं. अगले सात दिनों तक युद्ध स्तर पर कोरोना नियंत्रण, उपचार और बचाव कार्य किया जाएगा. जिले में 2079 ऑक्सीजन सपोर्टेड बेड और 1416 आईसीयू बेड उपलब्ध है. वहीं 10 हजार 500 कोरोना दवाइयों की किट वितरित की जा चुकी है.
सीएम ने ली क्राइसिस मैनेजमेंट की बैठक, विधायक ने जताया ऐतराज
- नर्सिंग और इंटर्नशिप के आयुष चिकित्सकों की ली जाएगी मदद
मंत्री भदौरिया ने सीएम को बताया कि विधायक अजय विश्नोई से सुझाव मिला है कि प्रदेश में पैरामेडिकल स्टाफ की कमी को दूर करने के लिए नर्सिंग कॉलेज के अंतिम वर्ष के छात्र-छात्राओं सहित इंटर्नशिप करने वाले आयुष चिकित्सकों की भी कोरोना केयर सेंटर में सेवाए ली जा सकती हैं. सीएम ने तत्काल इस प्रस्ताव पर अमल का निर्देश अपर मुख्य सचिव मोहम्मद सुलेमान को दिया. जबलपुर में सहकारिता मंत्री ने मुख्यमंत्री को बताया कि यहां निजी मेडिकल एसोसिएशन और निजी नर्सिंग कॉलेज सहित अस्पतालों ने एक अच्छी पहल कर कोविड केयर सेंटर में दिनवार डॉक्टर्स और पैरामेडिकल स्टॉफ उपलब्ध कराने की सहमति दी है.
- 18 जिलों के कोरोना संक्रमितों का हो रहा इलाज
जबलपुर के आस-पास के 18 जिलों से कोरोना संक्रमित मरीज रेफर होकर यहां आ रहे हैं, जिले में कोविड केयर सेंटर तैयार किए जा रहे हैं. डी-मार्ट कोविड केयर सेंटर में असिम्प्टोमेटिक, माइल्ड और बिना ऑक्सीजन वाले मरीजों का इलाज किया जाएगा. भविष्य में इसमें ऑक्सीजन कंसंट्रेटर की सहायता से ऑक्सीजन बेड उपलब्ध कराए जाएंगे. सांसद के आवास पर इस कोविड केयर सेंटर के लिए कुछ निजी अस्पताल के संचालक और केमिस्ट की ओर से 60 लाख रुपए की मदद भी दी गई.