इंदौर। रेल सुविधाओं के लिहाज से पिछड़े माने जाने वाले मालवा-निमाड़ में पश्चिमी रेलवे की ओर से तेजी से कई तरह के विकास कार्यों को साकार किया जा रहा है. लिहाजा अगले 5 वर्षों में इंदौर समेत उज्जैन, नागदा, रतलाम, देवास आदि स्टेशन अत्याधुनिक रेल सुविधाओं से अपग्रेड होंगे. इतना ही नहीं इंदौर में 1000 करोड़ के नए रेलवे स्टेशन के साथ इंदौर से मुंबई के लिए 2 नई रेल लाइनें भी तैयार होंगी. इसके अलावा अमृत भारत योजना के अंतर्गत उज्जैन, देवास, नागदा रूट पर पटरी की डबिंग का कार्य भी किया जा रहा है. वहीं इस रूट पर सुपर फास्ट और हाई स्पीड ट्रेन चल सके, इसके लिए भी ट्रैक पर सुदृढ़ीकरण का कार्य तेजी से किया जा रहा है.
अशोक मिश्र ने रेलव् स्टेशनों का किया निरीक्षण: दरअसल पश्चिम रेलवे के इंदौर समेत करीब आधा दर्जन रेलवे स्टेशनों के विस्तारीकरण के साथ रेलवे पटरी के डबलिंग का कार्य लंबित था, हालांकि अब क्षेत्र के लिए अमृत भारत योजना के अलावा कई तरह के बजट रेल मंत्रालय की ओर से स्वीकृत करने के बाद पश्चिम रेलवे द्वारा मध्य प्रदेश के पश्चिमी इलाकों के तमाम स्टेशनों पर तेजी से विकास कार्य किए जा रहे हैं. इस क्रम में पश्चिम रेलवे के जीएम अशोक मिश्र ने रतलाम से लेकर इंदौर, उज्जैन समेत अन्य तमाम स्टेशनों का दौरा किया.
इन विकास कार्यों को मिली गतिः पश्चिम रेलवे के मुताबिक इंदौर रतलाम सेक्शन के 107 किलोमीटर ट्रैक को अपग्रेड किया जा रहा है, जिसके तहत पुल के घुमाव को ठीक किया जा रहा है. इसके अलावा इस रूट पर हाई स्पीड और सुपर फास्ट ट्रेन गुजर सके इसके लिए ट्रैक के दोनों और फेंसिंग भी लगाई जा रही है, वहीं नागदा स्टेशन को अमृत भारत योजना के तहत विकसित किया जा रहा है. उज्जैन में नया रेलवे ट्रैक डाला जा रहा है, जिसके जरिए पुल से सीधे महाकाल मंदिर तक पहुंचा जा सकेगा. इसके अलावा उज्जैन स्टेशन का भी विकास किया जा रहा है. उज्जैन और देवास के बीच रेलवे ट्रैक की डबलिंग की जा रही है, जिससे यहां ट्रेनों को आवाजाही में अतिरिक्त ट्रैक मुहैया कराई जा सकेगी.
इंदौर रेलवे स्टेशन निर्माण में होगा 1000 करोड़ खर्चः इंदौर में प्रस्तावित अत्याधुनिक रेलवे स्टेशन के लिए एस्टीमेट तैयार कर लिया गया है. यह स्टेशन अत्याधुनिक होगा, जिसमें व्यवसायिक गतिविधियों के लिए भी कांप्लेक्स बनेगा पश्चिम रेलवे के अधिकारियों के मुताबिक इंदौर का रेलवे स्टेशन अगले 3 साल में बना कर तैयार किया जाएगा. इसके अलावा इंदौर के ही 5 नंबर प्लेटफार्म काफी विकास किया जाएगा, इस स्टेशन के निर्माण में 1000 करोड़ रुपये का खर्च आएगा. वहीं इंदौर फतेहाबाद के लिए लंबित डीपीआर तैयार की गई है. वहीं इंदौर से दो रेलवे लाइन मुंबई के लिए डाली जा रही हैं, जिसका कार्य 2025 तक कर लिया जाएगा.
क्रॉसिंग के स्थान पर लगेगी फेंसिंगः पश्चिमी मध्य प्रदेश के रेलवे ट्रैक में कई स्थान ऐसे हैं, जहां रेल के गुजरने के दौरान क्रॉसिंग से रेल के सामने पशु आदि आने का खतरा रहता है. लिहाजा रेलवे द्वारा ऐसे तमाम ट्रैक पर फेंसिंग लगाई जा रही है, जिससे कि हाई स्पीड ट्रेनों से पशुओं के टकराने पर ट्रेनों को नुकसान से बचाया जा सके. इसके अलावा कुछ स्टेशनों के ट्रैक के बीच में गार्डन विकसित करने की योजना का भी विस्तारीकरण लंबित है.