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मौसम अलर्ट: इंदौर में 40 के पार पहुंचा तापमान, रातें भी हो रही गर्म

मालवा निमाड़ में बीते सप्ताह से चल रहे गर्म हवाओं और लू के चलने से इंदौर का तापमान 40 डिग्री तक पहुंच गया है. वहीं रात में भी यह तापमान बढ़कर न्यूनतम 23 डिग्री तक आ चुका है.

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Published : Mar 30, 2021, 11:00 PM IST

इंदौर। मालवा की शामें ठंडी होने को लेकर कहीं जाने वाली शबे मालवा की कहावत अब मौसम में आ रहे बदलाव के कारण खतरे में है. दरअसल मालवा निमाड़ में लगातार बढ़ रहे तापमान के कारण दिन के तापमान के अलावा अब यहां शाम से लेकर रात में भी गर्म हो चुकी है. जिसके कारण यहां का मौसम भी लगातार गर्म हो चला है, मौसम वैज्ञानिकों ने इसका कारण वैश्विक स्तर पर हो रहे जलवायु परिवर्तन को बताया है. जिसके चलते इंदौर का तापमान अब 0.5 डिग्री से 0.89 डिग्री तक बढ़ चुका है.

मालवा निमाड़ में बीते सप्ताह से चल रहे गर्म हवाओं और लू के चलने से इंदौर का तापमान 40 डिग्री तक पहुंच गया है. वहीं रात में भी यह तापमान बढ़कर न्यूनतम 23 डिग्री तक आ चुका है. जिससे अंचल में लगातार गर्मी का असर देखा जा रहा है. दरअसल विगत कुछ समय से हो रहे जलवायु परिवर्तन के चलते यहां हवा की दिशा में परिवर्तन और ठंड और गर्मी की अवधि बढ़ने से पूरे मौसम पर ही जलवायु परिवर्तन का असर हो चुका है. स्थिति यह है कि दिन और रात का तापमान में वृद्धि होने से अंचल की फसलें तो प्रभावित हुई है. लोगों का स्वास्थ्य भी प्रभावित हो रहा है. इंदौर के अलावा प्रदेश के अन्य पश्चिमी हिस्से के पूर्वी और पश्चिमी निमाड़ पर गौर किया जाए तो इलाके में गर्मी के दिनों में अधिकतम तापमान 48 से 50 दिन में पहुंचता है.

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जिससे इस बार और ज्यादा बढ़ने की आशंका है. बताया जा रहा है कि यह तापमान भी अन्य स्थानों के तापमान की तरह ही 2 डिग्री तक बढ़ सकता है. यही स्थिति अंचल के न्यूनतम तापमान को लेकर रहने वाली है. हाल ही में मौसम परिवर्तन के संकेत भारत सरकार के मौसम विभाग ने भी जारी किए थे. जिसमें बीते 8 सालों में जनवरी का महीना सर्वाधिक गर्म बताया गया था. हालांकि उस दौरान प्रशांत महासागर में ला निना के सक्रिय रहने से मध्य प्रदेश के अलावा उत्तर प्रदेश और अन्य राज्यों में मौसम में बारिश ओलावृष्टि का असर देखने को मिला था. अब जबकि बंगाल की खाड़ी और अरब सागर से चलने वाली हवाओं की दिशा बदल रही है तो आशंका जताई जा रही है कि अंचल में और गर्मी बढ़ेगी. इंदौर के कृषि महाविद्यालय स्थित मौसम विभाग के वैज्ञानिक बताते हैं कि मार्च के अलावा अप्रैल माह में भी अंचल में भीषण गर्मी पड़ सकती है.

गर्मी से बचाव ऐसे करें

आगामी गर्मियों के मौसम के बदलाव और तापमान के उतार-चढ़ाव के चलते स्वास्थ्य विभाग ने स्वास्थ्य संबंधी परेशानियों की भी आशंका जताई है. डायटीशियन का मानना है कि भीषण गर्मी की स्थिति में एंटीऑक्सीडेंट तत्व वाले खानपान के अलावा फलों और सब्जियों का उपयोग बढ़ाने से गर्मी के कारण होने वाली बीमारियों से बचा जा सकता है. इसके अलावा शरीर में हाइड्रेशन लेवल को बनाए रखने के लिए लगातार पानी पीना जरूरी बताया गया है. वहीं प्रोटीन तक की पूर्ति के लिए आहार में दूध दही पनीर और दालों का उपयोग बढ़ाने से गर्मी से होने वाले नुकसान से बचाव किया जा सकेगा.

इंदौर। मालवा की शामें ठंडी होने को लेकर कहीं जाने वाली शबे मालवा की कहावत अब मौसम में आ रहे बदलाव के कारण खतरे में है. दरअसल मालवा निमाड़ में लगातार बढ़ रहे तापमान के कारण दिन के तापमान के अलावा अब यहां शाम से लेकर रात में भी गर्म हो चुकी है. जिसके कारण यहां का मौसम भी लगातार गर्म हो चला है, मौसम वैज्ञानिकों ने इसका कारण वैश्विक स्तर पर हो रहे जलवायु परिवर्तन को बताया है. जिसके चलते इंदौर का तापमान अब 0.5 डिग्री से 0.89 डिग्री तक बढ़ चुका है.

मालवा निमाड़ में बीते सप्ताह से चल रहे गर्म हवाओं और लू के चलने से इंदौर का तापमान 40 डिग्री तक पहुंच गया है. वहीं रात में भी यह तापमान बढ़कर न्यूनतम 23 डिग्री तक आ चुका है. जिससे अंचल में लगातार गर्मी का असर देखा जा रहा है. दरअसल विगत कुछ समय से हो रहे जलवायु परिवर्तन के चलते यहां हवा की दिशा में परिवर्तन और ठंड और गर्मी की अवधि बढ़ने से पूरे मौसम पर ही जलवायु परिवर्तन का असर हो चुका है. स्थिति यह है कि दिन और रात का तापमान में वृद्धि होने से अंचल की फसलें तो प्रभावित हुई है. लोगों का स्वास्थ्य भी प्रभावित हो रहा है. इंदौर के अलावा प्रदेश के अन्य पश्चिमी हिस्से के पूर्वी और पश्चिमी निमाड़ पर गौर किया जाए तो इलाके में गर्मी के दिनों में अधिकतम तापमान 48 से 50 दिन में पहुंचता है.

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जिससे इस बार और ज्यादा बढ़ने की आशंका है. बताया जा रहा है कि यह तापमान भी अन्य स्थानों के तापमान की तरह ही 2 डिग्री तक बढ़ सकता है. यही स्थिति अंचल के न्यूनतम तापमान को लेकर रहने वाली है. हाल ही में मौसम परिवर्तन के संकेत भारत सरकार के मौसम विभाग ने भी जारी किए थे. जिसमें बीते 8 सालों में जनवरी का महीना सर्वाधिक गर्म बताया गया था. हालांकि उस दौरान प्रशांत महासागर में ला निना के सक्रिय रहने से मध्य प्रदेश के अलावा उत्तर प्रदेश और अन्य राज्यों में मौसम में बारिश ओलावृष्टि का असर देखने को मिला था. अब जबकि बंगाल की खाड़ी और अरब सागर से चलने वाली हवाओं की दिशा बदल रही है तो आशंका जताई जा रही है कि अंचल में और गर्मी बढ़ेगी. इंदौर के कृषि महाविद्यालय स्थित मौसम विभाग के वैज्ञानिक बताते हैं कि मार्च के अलावा अप्रैल माह में भी अंचल में भीषण गर्मी पड़ सकती है.

गर्मी से बचाव ऐसे करें

आगामी गर्मियों के मौसम के बदलाव और तापमान के उतार-चढ़ाव के चलते स्वास्थ्य विभाग ने स्वास्थ्य संबंधी परेशानियों की भी आशंका जताई है. डायटीशियन का मानना है कि भीषण गर्मी की स्थिति में एंटीऑक्सीडेंट तत्व वाले खानपान के अलावा फलों और सब्जियों का उपयोग बढ़ाने से गर्मी के कारण होने वाली बीमारियों से बचा जा सकता है. इसके अलावा शरीर में हाइड्रेशन लेवल को बनाए रखने के लिए लगातार पानी पीना जरूरी बताया गया है. वहीं प्रोटीन तक की पूर्ति के लिए आहार में दूध दही पनीर और दालों का उपयोग बढ़ाने से गर्मी से होने वाले नुकसान से बचाव किया जा सकेगा.

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