इंदौर। वर्तमान में मध्य भारत प्रांत अब दो भागों में विभाजित किया जा रहा है. जिसमें मालवा और मध्य भारत का विभाजन किया गया है. मालवा और मध्य भारत का यह अंतिम संयुक्त अधिवेशन इंदौर में 31 जनवरी को आयोजित किया जा रहा है. अधिवेशन में वर्ष भर में होने वाले कार्यक्रम और गतिविधियों पर चर्चा की जाएगी. साथ ही अधिवेशन के दौरान प्रदर्शनी का भी आयोजन किया गया है. जिसमें विद्यार्थी परिषद से जुड़े अलग-अलग विषयों की प्रदर्शनी प्रदर्शित की जाएगी.
कोरोना महामारी के चलते केवल एक ही दिन का होगा अधिवेशन
अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद का प्रांत अधिवेशन केवल एक ही दिन के लिए आयोजित किया जा रहा है. पहले यह आयोजन 3 दिन का होता था लेकिन कोरोना महामारी के चलते अब इसका आयोजन केवल एक दिन में ही किया जा रहा है. इस अधिवेशन में प्रदेश के उच्च शिक्षा मंत्री डॉ मोहन यादव मुख्य अतिथि के रुप में शामिल होंगे. साथ ही प्रदेश के कई बड़े पदाधिकारी भी इस अधिवेशन में शामिल होंगे.
अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के प्रांत अधिवेशन में शैक्षणिक परिदृश्य वर्तमान परिदृश्य और आत्मनिर्भर भारत के साथ ही अन्य विषय पर प्रस्ताव रखे जाएंगे. अधिवेशन में प्रांत के करीब 25 जिलों के 800 से अधिक प्रतिनिधि मौजूद रहेंगे. अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद मध्य भारत प्रांत का अंतिम अधिवेशन है. आगे से मालवा और मध्य भारत दोनों प्रांत के अधिवेशन अलग-अलग आयोजित किए जाएंगे.