इंदौर। शहर में स्वच्छता सर्वेक्षण, ओडीएफ और स्टार रेटिंग के होने वाले सर्वे के लिए नगर निगम ने अपनी तैयारी पूरी कर ली है. स्वच्छता सर्वेक्षण 2021 के लिए भारत सरकार की टीम कभी भी इंदौर आ सकती है, इसके लिए अब तक निगम ने अपर आयुक्तों को अलग-अलग जोन की जिम्मेदारी दी है, ताकि नियम अनुसार कार्य को तत्काल प्रभाव से किया जा सके.
इंदौर में मार्च में स्वच्छता सर्वेक्षण को लेकर केंद्रीय दल कभी भी आ सकता है. सबसे पहले केंद्रीय दल के द्वारा स्टार रेटिंग और वाटर प्लस सर्वे किया जाएगा. उसके बाद स्वच्छता सर्वेक्षण के लिए टीम इंदौर पहुंचेगी. हालांकि लगातार चार बार से देश में नंबर वन इंदौर शहर ने इसके लिए अपनी तैयारियां पूरी कर ली है. नगर निगम ने किए गए कामों को नजर बनाए रखने के लिए अपर आयुक्तों को अब अलग-अलग जोन की जिम्मेदारी सौंपी है.
5 अपर आयुक्त रखेंगे सफाई व्यवस्था पर नजर
इंदौर नगर निगम ने 5 अपर आयुक्तों को इसके लिए मैदान में उतारा है. पांचों अपर आयुक्त को अलग-अलग जोन की जिम्मेदारी दी गई है, जो कि शहर की सफाई व्यवस्था पर नजर रखेंगे. इसके लिए सभी स्वास्थ्य अधिकारी और प्रभारी सहित मुख्य स्वच्छता निरीक्षक को भी निर्देश दिए गए हैं. शहर में सफाई व्यवस्था के लिए लगातार नाइट स्वीपिंग मशीनें और कर्मचारियों को भी मैदान में उतारा गया है. साथ ही जोनल अधिकारियों को भी सतत सफाई व्यवस्था पर नजर बनाए रखने के निर्देश दिए गए हैं. इंदौर में आने वाले केंद्रीय दल के द्वारा बिना बताए कई स्थानों का दौरा किया जाता है. यहीं कारण है कि नगर निगम पूरी तरह से सफाई व्यवस्था को लेकर अपने अधिकारियों को सक्रिय रख रहा है.
स्वच्छता सर्वेक्षण, ओडीएफ, वाटर प्लस और स्टार रेटिंग का होगा मार्च में सर्वे
इंदौर नगर निगम के लिए मार्च का महीना खास है मार्च में सबसे पहले वाटर प्लस के लिए टीम इंदौर आएगी, जो यहां पर नाला सफाई और अन्य योजनाओं का जायजा लेगी. इसके बाद स्टार रेटिंग और ओडीएफ के लिए इंदौर को परखा जाएगा. सबसे आखिर में स्वच्छता सर्वेक्षण की टीम इंदौर पहुंचेगी जो कि यहां पर स्वच्छता को लेकर किए गए कार्यों का जायजा लेगी यह सभी काम मार्च में पूरे होना है, इसलिए इंदौर नगर निगम के अधिकारियों की खास निगाहें लगातार की जा रही योजनाओं पर बनी हुई है, ताकि टीम के आने तक व्यवस्थाओं को दुरुस्त रखा जा सके.
इंदौर ने ठाना है : इस बार 'पंच' लगाना है
सुचिता सर्वेक्षण की कारण नगर निगम ने अपने कई कर्मचारियों को भी फिलहाल अभी सफाई के काम में ही लगाया है. सर्वेक्षण के कारण नगर निगम ने अपने अन्य अभियानों को फिलहाल रोक दिया है और शहर में लगातार शौचालयों कि साफ-सफाई और सफाई आस्था प्रकाश निगरानी की जा रही हैं.