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जैन समाज के आचार्य के मंगल प्रवेश ने लिया राजनीतिक रूप, कैलाश विजयवर्गीय ने किया ट्वीट - जैन संत विद्यासागर महाराज

इंदौर में रविवार को आचार्य विद्यासागर का मंगल प्रवेश राजनीति की भेंट चढ़ गया. बता दें कि शोभायात्रा के अनुमति पत्र में सीएए के विरोध का भी एक बिंदू जोड़ दिया गया था, जिसे लेकर हंगामा खड़ा हो गया.

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कैलाश विजयवर्गीय ने किया ट्वीट
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Published : Jan 6, 2020, 9:30 PM IST

इंदौर। रविवार को जैन संत विद्यासागर महाराज का मंगल प्रवेश था. विद्यासागर शहर में 20 सालों बाद आए थे, जिसके चलते इंदौर में आचार्य की भव्य आगवानी की गई. वहीं संत विद्यासागर महाराज के मंगल प्रवेश की शोभा यात्रा को लेकर सियासी घमासान मच गया है. बता दें कि मुख्य आयोजक ने शोभा यात्रा के दौरान नागरिकता कानून को लेकर सौंपने की अनुमति मांगी थी, जिस पर कैलाश विजयवर्गीय ने आपत्ति जताई थी.

आचार्य के मंगल प्रवेश ने लिया राजनीतिक रूप

दरअसल शोभायात्रा के मुख्य संयोजक और शहर कांग्रेस अध्यक्ष विनय बाकलीवाल ने जिला प्रशासन से इजाज़त ली थी. अनुमति पत्र के 15 नंबर बिंदु में लिखा कि 'ये अनुमति नागरिकता संशोधन कानून को जनहित में वापस लेने की दुआ करने के बाद ज्ञापन सौंपने के लिए प्रदान की जा रही है'.

जिसके बाद कैलाश विजयवर्गीय ने तुरंत प्रतिक्रिया देते हुए ट्वीट किया कि प्रशासन कांग्रेस के दबाव में काम कर रहा है. इसका उदाहरण शोभा यात्रा का अनुमति पत्र है. बीजेपी महासचिव कैलाश विजयवर्गीय ने आरोप लगाया कि पूरा प्रशासन कांग्रेस सरकार के दवाब में काम कर रहा है. हालांकि, उनके आपत्ति जताते ही आयोजक कांग्रेस नेता विनय बाकलीवाल ने गलती सुधरवा ली थी.

इंदौर। रविवार को जैन संत विद्यासागर महाराज का मंगल प्रवेश था. विद्यासागर शहर में 20 सालों बाद आए थे, जिसके चलते इंदौर में आचार्य की भव्य आगवानी की गई. वहीं संत विद्यासागर महाराज के मंगल प्रवेश की शोभा यात्रा को लेकर सियासी घमासान मच गया है. बता दें कि मुख्य आयोजक ने शोभा यात्रा के दौरान नागरिकता कानून को लेकर सौंपने की अनुमति मांगी थी, जिस पर कैलाश विजयवर्गीय ने आपत्ति जताई थी.

आचार्य के मंगल प्रवेश ने लिया राजनीतिक रूप

दरअसल शोभायात्रा के मुख्य संयोजक और शहर कांग्रेस अध्यक्ष विनय बाकलीवाल ने जिला प्रशासन से इजाज़त ली थी. अनुमति पत्र के 15 नंबर बिंदु में लिखा कि 'ये अनुमति नागरिकता संशोधन कानून को जनहित में वापस लेने की दुआ करने के बाद ज्ञापन सौंपने के लिए प्रदान की जा रही है'.

जिसके बाद कैलाश विजयवर्गीय ने तुरंत प्रतिक्रिया देते हुए ट्वीट किया कि प्रशासन कांग्रेस के दबाव में काम कर रहा है. इसका उदाहरण शोभा यात्रा का अनुमति पत्र है. बीजेपी महासचिव कैलाश विजयवर्गीय ने आरोप लगाया कि पूरा प्रशासन कांग्रेस सरकार के दवाब में काम कर रहा है. हालांकि, उनके आपत्ति जताते ही आयोजक कांग्रेस नेता विनय बाकलीवाल ने गलती सुधरवा ली थी.

Intro:एंकर - नागरिक बिल को लेकर जहां पूरे देश में विरोध के अलग-अलग स्वरूप देखने को मिल रहे हैं लेकिन इंदौर में एक नया स्वरूप देखने को मिल रहा है यहां एक समाज ने अपने संत की अगुवाई के लिए जिला प्रशासन से अनुमति मांगी तो उसमें जिला प्रशासन ने अनुमति देते हुए यह भी अंकित कर दिया कि वह नागरिक बिल को विरोध स्वरूप ज्ञापन देने के लिए जा रहे हैं अतः उन्हें अनुमति प्रदान की जाए जब प्रशासन को इस पूरे मामले की जानकारी लगी तो आनन-फानन में एक नई अनुमति कर्ताधर्ता ओं को जिला प्रशासन के द्वारा दी गई जिसके बाद जो विरोध जिला प्रशासन के खिलाफ उठा था वह शांत हुआ लेकिन इसमें आग उस समय लग गई जब बीजेपी के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय के पास अनुमति का पत्र पहुंचा और उन्होंने उसे ट्विटर पर शेयर कर कांग्रेस पर जमकर आरोप लगाए।


Body:वीओ - बता दे रविवार को जैन समाज के आचार्य विद्यासागर का इंदौर आगमन था जिसको लेकर जैन समाज के द्वारा जिला प्रशासन को अनुमति के लिए पत्र लिखा गया था जिस पर जिला प्रशासन इंदौर ने संबंधित एसडीएम को अनुमति के लिए निर्देशित किया जिसके बाद एसडीएम ने अनुमति के लिए एक पत्र निकाला जिसमें रैली के दौरान किस तरह की व्यवस्था रहेगी उसके हर बिंदु का जिक्र किया था वही पढ़ना नंबर बिंदु पर एसडीएम कनाडिया ने इसका भी चित्र कर दिया कि जो अनुमति दी जा रही है वह नागरिक संशोधन विधेयक को जनहित में वापस लेने की दुआ करने के बाद जापान से हेतु प्रदान की जा रही है जिसके बाद यह अनुमति जब समाज के पदाधिकारियों के पास पहुंची तो काफी बवाल हुआ और उन्होंने पूरे मामले की शिकायत कलेक्टर एसडीएम को कि जब यह पूरा मामला कलेक्टर से होते हुए वापस एजेंट के पास पहुंचा तो उन्होंने भूल स्वीकार करते हुए फिर एक पत्र जारी कर दिया पत्र में 15 नंबर बिंदु पर नागरिक बिल को लेकर जो जिक्र किया था उसके स्थान पर एसडीएम ने आयोजन में शामिल होने वाले सभी लोग शांति से आयोजन स्थल पर जाएंगे तथा समापन 50 शांतिपूर्वक वापस जाएंगे इस बिंदु का जिक्र कर दिया जिस तरह से नागरिक बिल को लेकर लगातार सामने आ रहे हैं उसको लेकर दोनों राजनीतिक दल भी जमकर फायदा उठा रहे हैं इस पत्र की जानकारी बीजेपी के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गी को लगी तो उन्होंने भी आनन-फानन में इस पत्र को पढ़कर दिया और लिखा कि मध्य प्रदेश का प्रशासन कांग्रेस के दबाव में किस प्रकार काम कर रहा है या उसका छोटा सा उदाहरण इसी के साथ उन्होंने एक और टाइटल दिखाएं जिसमें लिखा इंदौर में कांग्रेस नेताओं को शोभायात्रा निकालने की अनुमति देना प्रशासन का फैसला है लेकिन अनुमति पत्र में यह दर्ज करना कहां तक तक संगत है कि उन्हें यह अनुमति सी ए ए जनहित में वापस लेने की दुआ करने के साथ ज्ञापन सोपने के लिए।

शॉटस --


Conclusion:वीओ - फिलहाल कैलाश विजयवर्गी के ट्वीट करने के बाद प्रदेश की सियासत में भूचाल मच गया है अब देखना होगा कि आने वाले समय में कैलाश विजवर्गीय ट्वीट का जवाब कांग्रेस नेता किस तरह से देते हैं वही विवाद सामने आने के बाद जैन समाज ने इस पूरे ही मामले से दूरी बना ली है।
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