इंदौर। शहर में लगातार कोरोना संक्रमण बढ़ता ही जा रहा है, सेंट्रल जेल को भी संक्रमण की चपेट में आ गया है, लेकिन जिम्मेदार अधिकारियों की सूझबूझ और समझदारी से जल्द ही जेल कोरोना संक्रमण मुक्त हो गया. अब यहां ऐसी व्यवस्था की गई है कि संक्रमण फैलने के आसार भी न के बराबर हैं.
यही वजह है कि अब सेंट्रल जेल को मॉडल की तरह प्रदेश के अन्य सर्किल में पेश किया जा रहा है. इसकी जिम्मेदारी सेंट्रल जेल अधीक्षक राकेश भांगरे को दी गई है, जो वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए अन्य सर्कल जेल को अपनी जेल में किए प्रयोग और तरकीब से अवगत करवा रहे हैं.
सेंट्रल जेल में एक कैदी के कोरोना पॉजिटिव आने से हड़कंप मच गया था, जो लंबे वक्त तक चला. जेल स्टाफ से लेकर कई कैदी कोरोना की चपेट में आ गए थे, लेकिन कैदियों की लगातार टेस्टिंग और स्क्रीनिंग की व्यवस्थाएं कर कैदियों और स्टॉफ को कोरोना से बचाया गया. यही उपाय अन्य जिलों के लिए वरदान साबित हो सकता है, इसलिए सेंट्रल जेल अधीक्षक और अन्य अधिकारियों को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से अपने अनुभव साझा करने को कहा गया है.
फिलहाल जिस तरह से जेल अधीक्षक ने कैदियों को कोरोना संक्रमण से बचाया है. वह काबिले तारीफ है. उसी का नतीजा है कि अब अन्य जिलों की जेलों में बंद कैदियों को कोरोना संक्रमण से बचाने की कोशिश की जा रही है.